Qurani Kərimin mənaca tərcüməsi - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Tərcumənin mündəricatı


Mənaların tərcüməsi Ayə: (29) Surə: əl-Həcc
ثُمَّ لْیَقْضُوْا تَفَثَهُمْ وَلْیُوْفُوْا نُذُوْرَهُمْ وَلْیَطَّوَّفُوْا بِالْبَیْتِ الْعَتِیْقِ ۟
फिर वे अपने हज्ज के शेष अनुष्ठानों को पूरा करें, तथा अपने सिर मुंडवाकर और अपने नाखूनों को काटकर और एहराम के कारण अपने शरीर पर जमी गंदगी को हटाकर हलाल हो जाएँ। फिर वे हज्ज या उम्रा या क़ुर्बानी की अपनी मानी हुई मन्नत पूरी करें, और उस घर का तवाफ़े-इफ़ाज़ा करें, जिसे अल्लाह ने दमन करने वाले शासकों के प्रभुत्व से मुक्त रखा है।
Ərəbcə təfsirlər:
Bu səhifədə olan ayələrdən faydalar:
• حرمة البيت الحرام تقتضي الاحتياط من المعاصي فيه أكثر من غيره.
• अल्लाह के पवित्र घर काबा का सम्मान करते हुए और जगहों की तुलना में वहाँ गुनाहों से और अधिक बचना चाहिए।

• بيت الله الحرام مهوى أفئدة المؤمنين في كل زمان ومكان.
• अल्लाह का पवित्र घर काबा, हर समय और स्थान में मोमिनों के दिलों का आश्रय (शरणस्थान) है।

• منافع الحج عائدة إلى الناس سواء الدنيوية أو الأخروية.
• हज्ज के लाभ, लोगों ही को प्राप्त होते हैं, चाहे लोक में हों या परलोक में।

• شكر النعم يقتضي العطف على الضعفاء.
• नेमतों का शुक्रिया अदा करने के लिए कमज़ोरों के प्रति सहानुभूति की आवश्यकता होती है।

 
Mənaların tərcüməsi Ayə: (29) Surə: əl-Həcc
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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