Übersetzung der Bedeutungen von dem heiligen Quran - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Übersetzungen


Übersetzung der Bedeutungen Vers: (14) Surah / Kapitel: An-Naml
وَجَحَدُوْا بِهَا وَاسْتَیْقَنَتْهَاۤ اَنْفُسُهُمْ ظُلْمًا وَّعُلُوًّا ؕ— فَانْظُرْ كَیْفَ كَانَ عَاقِبَةُ الْمُفْسِدِیْنَ ۟۠
उन्होंने इन स्पष्ट निशानियों का इनकार कर दिया और उन्हें मानने पर नहीं आए। हालाँकि उनके दिलों को इस बात का अच्छी तरह विश्वास था कि ये अल्लाह की ओर से हैं; ऐसा उन्होंने अत्याचार और सत्य से अहंकार के कारण किया। अतः (ऐ रसूल!) विचार करें कि अपने कुफ़्र और अवज्ञा के द्वारा घरती पर बिगाड़ पैदा करने वालों का परिणाम कैसा रहा! निश्चय हमने उन्हें नष्ट कर दिया और उन सबका विनाश कर दिया।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
Die Nutzen der Versen in dieser Seite:
• التبسم ضحك أهل الوقار.
• मुसकुराना प्रतिष्ठित लोगों की हँसी है।

• شكر النعم أدب الأنبياء والصالحين مع ربهم.
• नेमतों का शुक्रिया अदा करना, नबियों तथा नेक लोगों के अपने पालनहार के साथ शिष्टाचार का प्रतीक है।

• الاعتذار عن أهل الصلاح بظهر الغيب.
• नेक लोगों की ओर से उनकी अनुपस्थिति में उज़्र करना।

• سياسة الرعية بإيقاع العقاب على من يستحقه، وقبول عذر أصحاب الأعذار.
• लोगों के मामलों का प्रबंधन इस प्रकार करना कि दंड के लायक लोगों को दंड देना और उज़्र (बहाना) वाले लोगों के उज़्र को स्वीकार करना।

• قد يوجد من العلم عند الأصاغر ما لا يوجد عند الأكابر.
• कभी-कभी छोटों के पास वह ज्ञान होता है, जो बड़ों के पास नहीं होता।

 
Übersetzung der Bedeutungen Vers: (14) Surah / Kapitel: An-Naml
Suren/ Kapiteln Liste Nummer der Seite
 
Übersetzung der Bedeutungen von dem heiligen Quran - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Übersetzungen

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

Schließen