Übersetzung der Bedeutungen von dem heiligen Quran - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Übersetzungen


Übersetzung der Bedeutungen Surah / Kapitel: Al-Infitâr   Vers:

सूरा अल्-इन्फ़ितार

Die Ziele der Surah:
تحذير الإنسان من الاغترار ونسيان يوم القيامة.
मनुष्य को धोखे में पड़ने और क़ियामत के दिन को भूलने से सावधान करना।

اِذَا السَّمَآءُ انْفَطَرَتْ ۟ۙ
जब आकाश फट जाएगा, ताकि उससे फ़रिश्ते उतर सकें।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
وَاِذَا الْكَوَاكِبُ انْتَثَرَتْ ۟ۙ
और जब तारे झड़कर बिखर जाएँगे।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
وَاِذَا الْبِحَارُ فُجِّرَتْ ۟ۙ
और जब समुद्रों को एक-दूसरे पर लिए खोल दिया जाएगा और वे मिश्रित हो जाएँगे।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
وَاِذَا الْقُبُوْرُ بُعْثِرَتْ ۟ۙ
और जब क़ब्रों की मिट्टी को पलट दिया जाएगा, ताकि उनमें मौजूद मुर्दों को पुनर्जीवित किया जाए।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
عَلِمَتْ نَفْسٌ مَّا قَدَّمَتْ وَاَخَّرَتْ ۟ؕ
उस समय हर प्राणी जान लेगा, जो काम उसने किया है और जो काम उसने विलंबित कर दिया और उसे नहीं किया।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
یٰۤاَیُّهَا الْاِنْسَانُ مَا غَرَّكَ بِرَبِّكَ الْكَرِیْمِ ۟ۙ
ऐ अपने रब का इनकार करने वाले इनसान! आख़िर किस बात ने तुझे अपने रब के आदेश का उल्लंघन करने पर उभारा, जब उसने तुझे मोहलत दी और अपने अनुग्रह से तुझे दंडित करने में जल्दी नहीं की?!
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
الَّذِیْ خَلَقَكَ فَسَوّٰىكَ فَعَدَلَكَ ۟ۙ
जो तुझे अनस्तित्व से अस्तित्व में लाया और उसने तुझे ठीक-ठाक अंगों वाला, संतुलित शरीर वाला बनाया।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
فِیْۤ اَیِّ صُوْرَةٍ مَّا شَآءَ رَكَّبَكَ ۟ؕ
उसने तुझे जिस रूप में बनाना चाहा, बना दिया। और उसने तुझपर यह उपकार किया कि तुझे गधे, बंदर, कुत्ते या किसी और चीज़ के रूप में नहीं बनाया।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
كَلَّا بَلْ تُكَذِّبُوْنَ بِالدِّیْنِ ۟ۙ
(ऐ धोखे में पड़े हुए लोगो) मामला ऐसा नहीं है, जैसा तुमने समझ रखा है। बल्कि सच्चाई यह है कि तुम बदले के दिन को झुठलाते हो, इसलिए उसके लिए तैयारी नहीं करते हो।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
وَاِنَّ عَلَیْكُمْ لَحٰفِظِیْنَ ۟ۙ
निःसंदेह तुमपर ऐसे फ़रिश्ते नियुक्त हैं, जो तुम्हारे कर्मों का संरक्षण करते हैं।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
كِرَامًا كٰتِبِیْنَ ۟ۙ
जो अल्लाह के यहाँ सम्माननीय हैं, लिखने वाले हैं, तुम्हारे कर्मों को लिखते हैं।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
یَعْلَمُوْنَ مَا تَفْعَلُوْنَ ۟
तुम जो कार्य भी करते हो, वे उसे जानते हैं। इसलिए वे उसे लिख लेते हैं।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
اِنَّ الْاَبْرَارَ لَفِیْ نَعِیْمٍ ۟ۙ
निःसंदेह बहुत अधिक भलाई और नेकी करने वाले लोग क़ियामत के दिन स्थायी आनंद में होंगे।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
وَاِنَّ الْفُجَّارَ لَفِیْ جَحِیْمٍ ۟ۙ
और दुराचारी लोग ऐसी आग में होंगे, जो उनपर भड़क रही होगी।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
یَّصْلَوْنَهَا یَوْمَ الدِّیْنِ ۟
वे उसमें बदले के दिन प्रवेश करेंगे और उसकी गरमी को झेलेंगे।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
وَمَا هُمْ عَنْهَا بِغَآىِٕبِیْنَ ۟ؕ
और वे उससे कभी ग़ायब होने वाले नहीं हैं, बल्कि उसमें हमेशा रहेंगे।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
وَمَاۤ اَدْرٰىكَ مَا یَوْمُ الدِّیْنِ ۟ۙ
और (ऐ रसूल) आपको किस चीज़ ने मालूम करवाया कि बदले का दिन क्या है?!
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
ثُمَّ مَاۤ اَدْرٰىكَ مَا یَوْمُ الدِّیْنِ ۟ؕ
फिर आपको किस चीज़ ने मालूम करवाया कि बदले का दिन क्या है?!
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
یَوْمَ لَا تَمْلِكُ نَفْسٌ لِّنَفْسٍ شَیْـًٔا ؕ— وَالْاَمْرُ یَوْمَىِٕذٍ لِّلّٰهِ ۟۠
जिस दिन कोई किसी को लाभ नहीं पहुँचा सकेगा और उस दिन सारा मामला केवल अल्लाह के हाथ में होगा। वह जो चाहेगा, करेगा। किसी के हाथ में कुछ नहीं होगा।
Arabische Interpretationen von dem heiligen Quran:
Die Nutzen der Versen in dieser Seite:
• التحذير من الغرور المانع من اتباع الحق.
• दुनिया के धोखे में पड़ने से सावधान किया गया है, जो सत्य का पालन करने की राह में रुकावट है।

• الجشع من الأخلاق الذميمة في التجار ولا يسلم منه إلا من يخاف الله.
• लालच व्यापारियों की निंदनीय नैतिकताओं में से एक है, और इससे केवल वही सुरक्षित रहता है, जो अल्लाह से डरता है।

• تذكر هول القيامة من أعظم الروادع عن المعصية.
• क़ियामत की भयावहता को याद करना, पाप के लिए सबसे बड़े अवरोधकों में से एक है।

 
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