Fassarar Ma'anonin Alqura'ni - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Teburin Bayani kan wasu Fassarori


Fassarar Ma'anoni Aya: (82) Sura: Suratu Al'kahf
وَاَمَّا الْجِدَارُ فَكَانَ لِغُلٰمَیْنِ یَتِیْمَیْنِ فِی الْمَدِیْنَةِ وَكَانَ تَحْتَهٗ كَنْزٌ لَّهُمَا وَكَانَ اَبُوْهُمَا صَالِحًا ۚ— فَاَرَادَ رَبُّكَ اَنْ یَّبْلُغَاۤ اَشُدَّهُمَا وَیَسْتَخْرِجَا كَنْزَهُمَا ۖۗ— رَحْمَةً مِّنْ رَّبِّكَ ۚ— وَمَا فَعَلْتُهٗ عَنْ اَمْرِیْ ؕ— ذٰلِكَ تَاْوِیْلُ مَا لَمْ تَسْطِعْ عَّلَیْهِ صَبْرًا ۟ؕ۠
और रही बात उस दीवार की, जिसकी मैंने मरम्मत की थी तथा आपने उसकी मरम्मत करने पर मेरा विरोध किया था, वह उस नगर के दो बालकों की थी, जिसमें हम आए थे : उनके पिता की मृत्यु हो चुकी थी और दीवार के नीचे उन दोनों के लिए धन गाड़ा हुआ था और इन दोनों बालकों का पिता नेक था। इसलिए (हे मूसा!) आपके पालनहार ने चाहा कि वे दोनों वयस्कता तक पहुँचें और बड़े हो जाएँ और दीवार के नीचे से अपने गड़े हुए धन को निकालें; क्योंकि यदि दीवार अभी गिर जाती, तो उनका धन प्रकट हो जाता और क्षति से ग्रस्त हो जाता। दरअसल, यह उपाय आपके पालनहार की ओर से उन दोनों पर एक दया थी। मैंने इसे अपने विवेक से नहीं किया था। यह है असल वास्तविकता उन घटनाओं की, जिनपर आप धैर्य नहीं रख सके।
Tafsiran larabci:
daga cikin fa'idodin Ayoyin wannan shafi:
• وجوب التأني والتثبت وعدم المبادرة إلى الحكم على الشيء.
● किसी चीज़ के बारे में कोई राय क़ायम करने से पहले उसके बारे में सोच-विचार और छानबीन कर लेना ज़रूरी है।

• أن الأمور تجري أحكامها على ظاهرها، وتُعَلق بها الأحكام الدنيوية في الأموال والدماء وغيرها.
● सारे मामलों का हुक्म उनके ज़ाहिर के आधार पर लागू होता है और ज़ाहिर के आधार पर ही धन एवं रक्त से संबंधित सारे सांसारिक अहकाम जारी होते हैं।

• يُدْفَع الشر الكبير بارتكاب الشر الصغير، ويُرَاعَى أكبر المصلحتين بتفويت أدناهما.
● छोटी बुराई करके बड़ी बुराई को टाला जाएगा और दो हितों में से छोटे हित की उपेक्षा करके बड़े हित की रक्षा की जाएगी।

• ينبغي للصاحب ألا يفارق صاحبه ويترك صحبته حتى يُعْتِبَه ويُعْذِر منه.
● एक साथी को चाहिए कि अपने साथी को उस समय तक अलग न करे और उसका साथ न छोड़े, जब तक उसकी भर्त्सना के कारण को समाप्त कर उसे आश्वस्त न कर दे और उसकी आशंकाओं को दूर न कर दे।

• استعمال الأدب مع الله تعالى في الألفاظ بنسبة الخير إليه وعدم نسبة الشر إليه .
● अल्लाह तआला के लिए शब्दों का प्रयोग करने में शिष्टाचार से काम लेते हुए भलाई की निसबत उसकी ओर की जाएगी और बुराई की निसबत उसकी ओर नहीं की जाएगी।

• أن العبد الصالح يحفظه الله في نفسه وفي ذريته.
● नेक बंदे के साथ अल्लाह का मामला यह रहता है कि वह ख़ुद उसकी और उसकी संतान की रक्षा करता है।

 
Fassarar Ma'anoni Aya: (82) Sura: Suratu Al'kahf
Teburin Jerin Sunayen Surori Lambar shafi
 
Fassarar Ma'anonin Alqura'ni - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Teburin Bayani kan wasu Fassarori

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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