Fassarar Ma'anonin Alqura'ni - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Teburin Bayani kan wasu Fassarori


Fassarar Ma'anoni Sura: Suratu Al'shu'araa   Aya:

सूरा अश्-शु-अ़-रा

daga cikin abunda Surar ta kunsa:
بيان آيات الله في تأييد المرسلين وإهلاك المكذبين.
रसूलों का समर्थन करने और झुठलाने वाले लोगों का विनाश करने के बारे में अल्लाह की निशानियों का वर्णन।

طٰسٓمّٓ ۟
(ता, सीन, मीम) सूरतुल-बक़रा की शुरुआत में इस प्रकार के अक्षरों के बारे में बात गुज़र चुकी है।
Tafsiran larabci:
تِلْكَ اٰیٰتُ الْكِتٰبِ الْمُبِیْنِ ۟
यह उस क़ुरआन की आयतें हैं, जो असत्य से सत्य को स्पष्ट करने वाला है।
Tafsiran larabci:
لَعَلَّكَ بَاخِعٌ نَّفْسَكَ اَلَّا یَكُوْنُوْا مُؤْمِنِیْنَ ۟
शायद (ऐ रसूल!) आप उनकी हिदायत की तीव्र उत्सुकता के कारण, उनकी हिदायत की चिंता और ग़म में अपने आपको हलाक कर लेंगे।
Tafsiran larabci:
اِنْ نَّشَاْ نُنَزِّلْ عَلَیْهِمْ مِّنَ السَّمَآءِ اٰیَةً فَظَلَّتْ اَعْنَاقُهُمْ لَهَا خٰضِعِیْنَ ۟
यदि हम उनपर आकाश से कोई निशानी उतारना चाहें, तो उसे उनपर उतार दें, फिर उनकी गर्दनें उसके आगे झुकी रह जाएँ। किंतु हमने उनकी परीक्षा लेने के उद्देश्य से ऐसा नहीं चाहा कि : क्या वे ग़ैब (परोक्ष) पर ईमान लाते हैं?
Tafsiran larabci:
وَمَا یَاْتِیْهِمْ مِّنْ ذِكْرٍ مِّنَ الرَّحْمٰنِ مُحْدَثٍ اِلَّا كَانُوْا عَنْهُ مُعْرِضِیْنَ ۟
जब भी इन मुश्रिकों के पास 'रहमान' की ओर से कोई नई नसीहत आती है, जो उसके एकेश्वरवाद और उसके नबी की सच्चाई को इंगित करने वाले प्रमाणों पर आधारित होती है, तो वे उसे सुनने तथा उसे सच्चा मानने से मुँह फेर लेते हैं।
Tafsiran larabci:
فَقَدْ كَذَّبُوْا فَسَیَاْتِیْهِمْ اَنْۢبٰٓؤُا مَا كَانُوْا بِهٖ یَسْتَهْزِءُوْنَ ۟
जो कुछ उनके रसूल उनके पास लाए थे, उन्होंने उसे झुठला दिया। इसलिए अब शीघ्र ही उनके पास उन समाचारों की पुष्टि आ जाएगी, जिनका वे मज़ाक़ उड़ाया करते थे तथा उनपर यातना उतरेगी।
Tafsiran larabci:
اَوَلَمْ یَرَوْا اِلَی الْاَرْضِ كَمْ اَنْۢبَتْنَا فِیْهَا مِنْ كُلِّ زَوْجٍ كَرِیْمٍ ۟
क्या ये मुश्रिक अभी भी अपने कुफ्र पर अड़े हुए हैं, इसलिए उन्होंने धरती की ओर नहीं देखा कि हमने उसमें कितने प्रकार के पौधे उगाए हैं, जो अच्छे दिखने वाले और बहुत-से फायदे वाले हैं?!
Tafsiran larabci:
اِنَّ فِیْ ذٰلِكَ لَاٰیَةً ؕ— وَمَا كَانَ اَكْثَرُهُمْ مُّؤْمِنِیْنَ ۟
निःसंदेह धरती पर विभिन्न प्रकार के पौधे उगाने में निश्चय इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि उन्हें उगाने वाला, मुर्दों को पुनः जीवित करने में सक्षम है। परंतु इसके बावजूद उनमें से अधिकतर लोग ईमान लाने वाले नहीं हैं।
Tafsiran larabci:
وَاِنَّ رَبَّكَ لَهُوَ الْعَزِیْزُ الرَّحِیْمُ ۟۠
और ऐ रसूल! आपका पालनहार ही सब पर प्रभुत्वशाली है जिसे कोई परास्त नहीं कर सकता, अपने बंदों पर अत्यंत दयालु है।
Tafsiran larabci:
وَاِذْ نَادٰی رَبُّكَ مُوْسٰۤی اَنِ ائْتِ الْقَوْمَ الظّٰلِمِیْنَ ۟ۙ
और (ऐ रसूल!) उस समय को याद करें, जब आपके रब ने मूसा को आदेश देते हुए कहा कि वह उस अत्याचारी क़ौम के पास जाएँ, जिसने अल्लाह का इनकार किया है और मूसा (अलैहिस्सलाम) की क़ौम को ग़ुलाम बना रखा है।
Tafsiran larabci:
قَوْمَ فِرْعَوْنَ ؕ— اَلَا یَتَّقُوْنَ ۟
उस क़ौम से अभिप्राय फ़िरऔन की क़ौम है। वहाँ जाकर उन्हें नरमी के साथ अल्लाह से, उसके आदेशों का पालन करके और उसके निषेधों से बचकर, डरने का आदेश दें।
Tafsiran larabci:
قَالَ رَبِّ اِنِّیْۤ اَخَافُ اَنْ یُّكَذِّبُوْنِ ۟ؕ
मूसा अलैहिस्सलाम ने कहा : मुझे इस बात का डर है कि जो कुछ मैं उन्हें तेरे विषय में बताऊँगा, वे मुझे झुठला देंगे।
Tafsiran larabci:
وَیَضِیْقُ صَدْرِیْ وَلَا یَنْطَلِقُ لِسَانِیْ فَاَرْسِلْ اِلٰی هٰرُوْنَ ۟
मेरा सीना इस भय से संकुचित हो रहा है कि कहीं वे मुझे झुठला न दें और मेरी ज़बान बोलने से रुक रही है। अतः जिबरील द्वारा मेरे भाई हारून के पास संदेश भेज कि वह मेरा सहायक बन जाए।
Tafsiran larabci:
وَلَهُمْ عَلَیَّ ذَنْۢبٌ فَاَخَافُ اَنْ یَّقْتُلُوْنِ ۟ۚۖ
तथा मेरे एक क़िबती को मारने के कारण, उनका मेरे खिलाफ एक जुर्म का आरोप है। इसलिए मुझे डर है कि वे मुझे मार डालेंगे।
Tafsiran larabci:
قَالَ كَلَّا ۚ— فَاذْهَبَا بِاٰیٰتِنَاۤ اِنَّا مَعَكُمْ مُّسْتَمِعُوْنَ ۟
अल्लाह ने मूसा अलैहिस्सलाम से कहा : हरगिज़ ऐसा नहीं होगा। वे कदापि तुम्हें क़त्ल नहीं कर सकते। अतः तुम अपने भाई हारून के साथ हमारी निशानियाँ लेकर जाओ, जो तुम दोनों की सत्यता की पुष्टि करने वाली हैं। क्योंकि हम अपनी सहायता एवं समर्थन के साथ तुम्हारे साथ हैं, तुम उनसे तथा वे तुमसे जो कुछ कहेंगे हम सब कुछ सुनने वाले हैं। हमसे कोई भी चीज़ छूट नहीं सकती।
Tafsiran larabci:
فَاْتِیَا فِرْعَوْنَ فَقُوْلَاۤ اِنَّا رَسُوْلُ رَبِّ الْعٰلَمِیْنَ ۟ۙ
अतः तुम दोनों फ़िरऔन के पास जाओ और उससे कहो : हम दोनों सारी सृष्टि के पालनहार की ओर से तेरे पास संदेश लेकर आए हैं।
Tafsiran larabci:
اَنْ اَرْسِلْ مَعَنَا بَنِیْۤ اِسْرَآءِیْلَ ۟ؕ
कि तू बनी-इसराईल को हमारे साथ भेज दे।
Tafsiran larabci:
قَالَ اَلَمْ نُرَبِّكَ فِیْنَا وَلِیْدًا وَّلَبِثْتَ فِیْنَا مِنْ عُمُرِكَ سِنِیْنَ ۟ۙ
फ़िरऔन ने मूसा अलैहिस्सलाम से कहा : क्या हमने तुझे बचपन में अपने यहाँ पाला नहीं था? और तूने हमारे बीच अपनी आयु के कई वर्ष गुज़ारे। फिर किस बात ने तुझे नुबुव्वत (पैग़ंबरी) का दावा करने के लिए प्रेरित किया?
Tafsiran larabci:
وَفَعَلْتَ فَعْلَتَكَ الَّتِیْ فَعَلْتَ وَاَنْتَ مِنَ الْكٰفِرِیْنَ ۟
और तूने अपनी जाति के एक व्यक्ति के समर्थन में एक क़िबती को क़त्ल करके बहुत बड़ा अपराध किया है, तथा तू अपने ऊपर मेरे उपकारों को न मानने वालों में से है।
Tafsiran larabci:
daga cikin fa'idodin Ayoyin wannan shafi:
• حرص الرسول صلى الله عليه وسلم على هداية الناس.
• लोगों के मार्गदर्शन के लिए रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की उत्सुकता।

• إثبات صفة العزة والرحمة لله.
• अल्लाह के लिए 'इज़्ज़त' (प्रभुत्व) एवं 'रहमत' (दया) की विशेषताओं का सबूत।

• أهمية سعة الصدر والفصاحة للداعية.
• अल्लाह की ओर बुलाने वाले के लिए कुशादा दिल तथा सुभाषी होने का महत्व।

• دعوات الأنبياء تحرير من العبودية لغير الله.
• सभी नबियों का आहवान अल्लाह के अलावा किसी और की गुलामी से मुक्ति दिलाना है।

• احتج فرعون على رسالة موسى بوقوع القتل منه عليه السلام فأقر موسى بالفعلة، مما يشعر بأنها ليست حجة لفرعون بالتكذيب.
• फ़िरऔन ने मूसा अलैहिस्सलाम की पैग़ंबरी के विरुद्ध एक तर्क यह पेश किया कि उनसे एक व्यक्ति की हत्या हुई है। तो मूसा अलैहिस्सलाम ने इस कार्य को स्वीकार किया। जिससे इंगित होता है कि यह फ़िरऔन के लिए झुठलाने का कोई तर्क नहीं है।

قَالَ فَعَلْتُهَاۤ اِذًا وَّاَنَا مِنَ الضَّآلِّیْنَ ۟ؕ
मूसा अलैहिस्सलाम ने अपने कार्य को स्वीकारते हुए कहा : मैंने उस व्यक्ति को उस समय क़त्ल किया, जब मैं अज्ञानियों में से था और मेरे पास वह़्य नहीं आई थी।
Tafsiran larabci:
فَفَرَرْتُ مِنْكُمْ لَمَّا خِفْتُكُمْ فَوَهَبَ لِیْ رَبِّیْ حُكْمًا وَّجَعَلَنِیْ مِنَ الْمُرْسَلِیْنَ ۟
फिर जब मुझे भय हुआ कि क़त्ल के अपराध में तुम मेरा वध कर दोगे, तो मैं मदयन गांव की ओर भाग गया। जहाँ मेरे पालनहार ने मुझे ज्ञान प्रदान किया और मुझे उन रसूलों में से बना दिया, जिन्हें वह लोगों के पास भेजता है।
Tafsiran larabci:
وَتِلْكَ نِعْمَةٌ تَمُنُّهَا عَلَیَّ اَنْ عَبَّدْتَّ بَنِیْۤ اِسْرَآءِیْلَ ۟ؕ
तेरा बनी इसराईल को दास बनाने के साथ मुझे गुलाम बनाए बिना मेरा पालन-पोषण करना, एक ऐसा उपकार है जो तू मुझपर उचित रूप से जतला रहा है। लेकिन यह मुझे तुमको एक अल्लाह की ओर बुलाने से नहीं रोकता है।
Tafsiran larabci:
قَالَ فِرْعَوْنُ وَمَا رَبُّ الْعٰلَمِیْنَ ۟
फ़िरऔन ने मूसा अलैहिस्सलाम से कहा : सारे प्राणियों का रब क्या है, जिसका तूने रसूल होने का दावा किया है?!
Tafsiran larabci:
قَالَ رَبُّ السَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضِ وَمَا بَیْنَهُمَا ؕ— اِنْ كُنْتُمْ مُّوْقِنِیْنَ ۟
मूसा ने फ़िरऔन को उत्तर देते हुए कहा : सारे प्राणियों का रब वह है, जो आकाशों तथा धरती और उन दोनों के बीच मौजूद सारी चीज़ों का रब है। यदि तुम विश्वास रखने वाले हो कि वही उन सब का रब है, तो केवल उसी की इबादत करो।
Tafsiran larabci:
قَالَ لِمَنْ حَوْلَهٗۤ اَلَا تَسْتَمِعُوْنَ ۟
फ़िरऔन ने वहाँ उपस्थित अपनी क़ौम के प्रमुखों से कहा : क्या तुम मूसा का उत्तर और उसका झूठा दावा नहीं सुन रहे हो?!
Tafsiran larabci:
قَالَ رَبُّكُمْ وَرَبُّ اٰبَآىِٕكُمُ الْاَوَّلِیْنَ ۟
मूसा ने उनसे कहा : अल्लाह तुम्हारा तथा तुम्हारे पूर्व बाप-दादों का भी रब है।
Tafsiran larabci:
قَالَ اِنَّ رَسُوْلَكُمُ الَّذِیْۤ اُرْسِلَ اِلَیْكُمْ لَمَجْنُوْنٌ ۟
फ़िरऔन ने कहा : यह व्यक्ति जो तुम्हारी ओर रसूल बनाकर भेजे जाने का दावा करता है, अवश्य पागल है। वह जवाब देना नहीं जानता और ऐसी बात कहता है जो समझ में नहीं आती।
Tafsiran larabci:
قَالَ رَبُّ الْمَشْرِقِ وَالْمَغْرِبِ وَمَا بَیْنَهُمَا ؕ— اِنْ كُنْتُمْ تَعْقِلُوْنَ ۟
मूसा ने कहा : जिस अल्लाह की ओर मैं तुम्हें बुला रहा हूँ, वह पूर्व और पश्चिम तथा उन दोनों के बीच मौजूद सारी चीज़ों का रब है, यदि तुम्हारे पास समझने के लिए बुद्धि है।
Tafsiran larabci:
قَالَ لَىِٕنِ اتَّخَذْتَ اِلٰهًا غَیْرِیْ لَاَجْعَلَنَّكَ مِنَ الْمَسْجُوْنِیْنَ ۟
फ़िरऔन ने मूसा अलैहिस्सलाम से, उनके साथ बहस करने में असमर्थ होने के बाद, कहा : यदि तूने मेरे अलावा किसी अन्य को पूज्य बनाया, तो मैं तुझे अवश्य ही बंदी बनाए हुए लोगों में शामिल कर दूँगा।
Tafsiran larabci:
قَالَ اَوَلَوْ جِئْتُكَ بِشَیْءٍ مُّبِیْنٍ ۟ۚ
मूसा अलैहिस्सलाम ने फ़िरऔन से कहा : क्या यदि मैं तेरे पास ऐसी चीज़ ले आऊँ, जो मेरे अल्लाह की ओर सच्चे रसूल होने की पुष्टि करती हो, फिर भी तू मुझे बंदी बनाए हुए लोगों में शामिल कर देगा?
Tafsiran larabci:
قَالَ فَاْتِ بِهٖۤ اِنْ كُنْتَ مِنَ الصّٰدِقِیْنَ ۟
उसने कहा : तो उसे ले आ जो तूने कहा है कि वह तेरी सच्चाई को दर्शाता है, यदि तू अपने दावे में सच्चा है।
Tafsiran larabci:
فَاَلْقٰی عَصَاهُ فَاِذَا هِیَ ثُعْبَانٌ مُّبِیْنٌ ۟ۚۖ
मूसा ने अपनी लाठी ज़मीन पर फेंकी, और वह अचानक एक स्पष्ट रूप से दिखाई देने वाले अजगर में बदल गई।
Tafsiran larabci:
وَّنَزَعَ یَدَهٗ فَاِذَا هِیَ بَیْضَآءُ لِلنّٰظِرِیْنَ ۟۠
और उन्होंने अपना हाथ अपने गिरेबान में डाला, जबकि वह सफेद नहीं था, फिर उसे इस हालत में निकाला कि वह सफ़ेद और चमकदार था, पर बरस की सफ़ेदी की तरह नहीं, देखने वाले उसे ऐसा ही देख रहे थे।
Tafsiran larabci:
قَالَ لِلْمَلَاِ حَوْلَهٗۤ اِنَّ هٰذَا لَسٰحِرٌ عَلِیْمٌ ۟ۙ
फिरऔन ने अपने आस-पास उपस्थित सरदारों से कहा : निश्चय यह व्यक्ति तो एक कुशल जादूगर है।
Tafsiran larabci:
یُّرِیْدُ اَنْ یُّخْرِجَكُمْ مِّنْ اَرْضِكُمْ بِسِحْرِهٖ ۖۗ— فَمَاذَا تَاْمُرُوْنَ ۟
यह चाहता है कि अपने जादू से तुम्हें तुम्हारी भूमि से निकाल दे, तो तुम्हारी क्या राय है, इसके बारे में हमें क्या कार्रवाई करनी चाहिए कि?
Tafsiran larabci:
قَالُوْۤا اَرْجِهْ وَاَخَاهُ وَابْعَثْ فِی الْمَدَآىِٕنِ حٰشِرِیْنَ ۟ۙ
उनहोंने उससे कहा : इसे और इसके भाई के मामले को अभी टाले रखो और इन दोनों को दंड देने में जल्दी न करो, तथा मिस्र के नगरों में जादूगरों को इकट्ठा करने वालों को भेज दो।
Tafsiran larabci:
یَاْتُوْكَ بِكُلِّ سَحَّارٍ عَلِیْمٍ ۟
कि वे तुम्हारे पास हर बड़ा जादूगर ले आएँ, जो जादू में प्रवीण और कुशल हो।
Tafsiran larabci:
فَجُمِعَ السَّحَرَةُ لِمِیْقَاتِ یَوْمٍ مَّعْلُوْمٍ ۟ۙ
तो फ़िरऔन ने अपने जादूगरों को मूसा से मुक़ाबले के लिए एक विशिष्ट स्थान और समय पर इकट्ठा किया।
Tafsiran larabci:
وَّقِیْلَ لِلنَّاسِ هَلْ اَنْتُمْ مُّجْتَمِعُوْنَ ۟ۙ
तथा लोगों से कहा गया : क्या तुम यह देखने के लिए एकत्र होने वाले हो कि विजयी मूसा होते हैं या जादूगर?
Tafsiran larabci:
daga cikin fa'idodin Ayoyin wannan shafi:
• أخطاء الداعية السابقة والنعم التي عليه لا تعني عدم دعوته لمن أخطأ بحقه أو أنعم عليه.
• धर्म उपदेशक की पिछली ग़लतियों और उसके ऊपर किए गए उपकार का मतलब यह नहीं है कि वह उस व्यक्ति को आमंत्रित नहीं करेगा, जिसके हक़ में उसने ग़लती की है या जिसका उसके ऊपर उपकार है।

• اتخاذ الأسباب للحماية من العدو لا ينافي الإيمان والتوكل على الله.
• शत्रु से बचने के लिए कारण अपनाना ईमान और अल्लाह पर भरोसा के विपरीत नहीं है।

• دلالة مخلوقات الله على ربوبيته ووحدانيته.
• अल्लाह की सृष्टियाँ उसकी रुबूबियत (ईश्वरत्व) तथा उसकी वहदानियत (एकेश्वरवाद) का संकेत देती हैं।

• ضعف الحجة سبب من أسباب ممارسة العنف.
• तर्क की कमज़ोरी हिंसा का उपयोग करने का एक कारण है।

• إثارة العامة ضد أهل الدين أسلوب الطغاة.
• धर्म के लोगों के विरुद्ध जनता को भड़काना ज़ालिम तानाशाहों का तरीक़ा रहा है।

لَعَلَّنَا نَتَّبِعُ السَّحَرَةَ اِنْ كَانُوْا هُمُ الْغٰلِبِیْنَ ۟
इस आशा के साथ कि यदि जादूगर मूसा को पराजित कर देते हैं, तो हम उनके धर्म के अनुयायी बन जाएँगे।
Tafsiran larabci:
فَلَمَّا جَآءَ السَّحَرَةُ قَالُوْا لِفِرْعَوْنَ اَىِٕنَّ لَنَا لَاَجْرًا اِنْ كُنَّا نَحْنُ الْغٰلِبِیْنَ ۟
जब जादूगर मूसा का मुक़ाबला करने के लिए फ़िरऔन के पास आए, तो उन्होंने उससे कहा : यदि हम मूसा पर विजय प्राप्त कर लेते हैं, तो क्या हमें कोई आर्थिक या नैतिक इनाम मिलेगा?
Tafsiran larabci:
قَالَ نَعَمْ وَاِنَّكُمْ اِذًا لَّمِنَ الْمُقَرَّبِیْنَ ۟
फ़िरऔन ने उनसे कहा : हाँ, तुम्हें बदला मिलेगा, तथा यदि तुम उसपर विजयी हो जाते हो, तो तुम उच्च पद प्राप्त कर मेरे क़रीबी लोगों में से हो जाओगे।
Tafsiran larabci:
قَالَ لَهُمْ مُّوْسٰۤی اَلْقُوْا مَاۤ اَنْتُمْ مُّلْقُوْنَ ۟
मूसा ने अल्लाह की मदद से आश्वस्त और यह स्पष्ट करते हुए कि उनके पास जो कुछ है वह जादू नहीं है, कहा : तुम अपनी रस्सियाँ और लाठियाँ, जो फेंकना चाहते हो, फेंको।
Tafsiran larabci:
فَاَلْقَوْا حِبَالَهُمْ وَعِصِیَّهُمْ وَقَالُوْا بِعِزَّةِ فِرْعَوْنَ اِنَّا لَنَحْنُ الْغٰلِبُوْنَ ۟
अतः उन्होंने अपनी रस्सियाँ और लाठियाँ फेंकीं और उन्हें फेंकते हुए कहा : फ़िरऔन के प्रभुत्व की सौगंध! निश्चय हम ही विजयी रहेंगे और मूसा को पराजित होना पड़ेगा।
Tafsiran larabci:
فَاَلْقٰی مُوْسٰی عَصَاهُ فَاِذَا هِیَ تَلْقَفُ مَا یَاْفِكُوْنَ ۟ۚۖ
फिर मूसा ने अपनी लाठी फेंकी और वह एक अजगर बन गई, जिसने अचानक उस जादू को निगलना शुरू कर दिया, जो वे लोगों पर छलावा कर रहे थे।
Tafsiran larabci:
فَاُلْقِیَ السَّحَرَةُ سٰجِدِیْنَ ۟ۙ
जब जादूगरों ने देखा कि मूसा की लाठी उनके फेंके हुए जादू को निगल रही है, तो वे सजदे में गिर गए।
Tafsiran larabci:
قَالُوْۤا اٰمَنَّا بِرَبِّ الْعٰلَمِیْنَ ۟ۙ
वे बोल पड़े : हम सारे संसार के पालनहार पर ईमान ले आए।
Tafsiran larabci:
رَبِّ مُوْسٰی وَهٰرُوْنَ ۟
मूसा और हारून अलैहिमस्सलाम के रब पर।
Tafsiran larabci:
قَالَ اٰمَنْتُمْ لَهٗ قَبْلَ اَنْ اٰذَنَ لَكُمْ ۚ— اِنَّهٗ لَكَبِیْرُكُمُ الَّذِیْ عَلَّمَكُمُ السِّحْرَ ۚ— فَلَسَوْفَ تَعْلَمُوْنَ ؕ۬— لَاُقَطِّعَنَّ اَیْدِیَكُمْ وَاَرْجُلَكُمْ مِّنْ خِلَافٍ وَّلَاُوصَلِّبَنَّكُمْ اَجْمَعِیْنَ ۟ۚ
फ़िरऔन ने जादूगरों के ईमान को अस्वीकार करते हुए कहा : क्या तुम मूसा पर ईमान ले आए, इससे पहले कि मैं तुम्हें ऐसा करने की अनुमति देता? निःसंदेह मूसा अवश्य तुम्हारा प्रमुख है, जिसने तुम्हें जादू सिखाया है, तथा तुम सब ने मिलकर मिस्र के वासियों को उनकी भूमि से निकालने की साज़िश रची है। अतः शीघ्र ही तुम जान लोगे कि मैं तुम्हें क्या दण्ड देता हूँ। मैं अवश्य ही हर एक का पैर और उसका हाथ विपरीत दिशा से काट दूँगा, यानी दाहिने पैर को बाएँ हाथ के साथ या उसके विपरीत बाएँ पैर को दाहिने हाथ के साथ। तथा तुम सभी को खजूर के तनों पर सूली पर चढ़ा दूँगा, तुममें से किसी को भी जीवित नहीं छोड़ूँगा।
Tafsiran larabci:
قَالُوْا لَا ضَیْرَ ؗ— اِنَّاۤ اِلٰی رَبِّنَا مُنْقَلِبُوْنَ ۟ۚ
जादूगरों ने फ़िरऔन से कहा : इस संसार में हाथ-पैर काटने तथा सूली पर चढ़ाने की जो तू हमें धमकी दे रहा है, उसमें कोई नुक़सान नहीं। क्योंकि तेरी यातना बीत जाएगी और हम अपने रब ही की ओर पलटने वाले हैं, और वह हमें अपनी शाश्वत दया में प्रवेश करेगा।
Tafsiran larabci:
اِنَّا نَطْمَعُ اَنْ یَّغْفِرَ لَنَا رَبُّنَا خَطٰیٰنَاۤ اَنْ كُنَّاۤ اَوَّلَ الْمُؤْمِنِیْنَ ۟ؕ۠
हम आशा करते हैं कि अल्लाह हमारे उन पिछले पापों को मिटा देगा जो हमने किए थे क्योंकि हम मूसा पर सबसे पहले ईमान लाने वाले और उनको सच्चा मानने वाले बने हैं।
Tafsiran larabci:
وَاَوْحَیْنَاۤ اِلٰی مُوْسٰۤی اَنْ اَسْرِ بِعِبَادِیْۤ اِنَّكُمْ مُّتَّبَعُوْنَ ۟
और हमने मूसा की ओर उन्हें यह आदेश देते हुए वह़्य की कि बनी इसराईल को लेकर रातों-रात निकल जाओ। क्योंकि फ़िरऔन अपने साथियों के साथ उन्हें वापस ले जाने के लिए पीछा करेगा।
Tafsiran larabci:
فَاَرْسَلَ فِرْعَوْنُ فِی الْمَدَآىِٕنِ حٰشِرِیْنَ ۟ۚ
जब फ़िरऔन को पता चला कि बनी इसराईल मिस्र से भाग निकले हैं, तो उसने अपने कुछ सिपाहियों को नगरों में सेना एकत्र करने के लिए भेज दिए, ताकि वे बनी इसराईल को वापस ला सकें।
Tafsiran larabci:
اِنَّ هٰۤؤُلَآءِ لَشِرْذِمَةٌ قَلِیْلُوْنَ ۟ۙ
फ़िरऔन ने बनी इसराईल के महत्व को घटाने के लिए कहा : निःसंदेह ये लोग तो एक छोटा-सा समूह हैं।
Tafsiran larabci:
وَاِنَّهُمْ لَنَا لَغَآىِٕظُوْنَ ۟ۙ
और ये ऐसा काम करने वाले हैं, जो हमें इनपर क्रोधित करता है।
Tafsiran larabci:
وَاِنَّا لَجَمِیْعٌ حٰذِرُوْنَ ۟ؕ
हम उनके लिए तैयार और सतर्क रहने वाले हैं।
Tafsiran larabci:
فَاَخْرَجْنٰهُمْ مِّنْ جَنّٰتٍ وَّعُیُوْنٍ ۟ۙ
इस प्रकार हमने फ़िरऔन तथा उसकी जाति को हरे-भरे बगीचों और जल से बहने वाले सोतों वाली मिस्र की भूमि से निकाल दिया।
Tafsiran larabci:
وَّكُنُوْزٍ وَّمَقَامٍ كَرِیْمٍ ۟ۙ
तथा पैसे के खज़ानों और अच्छे आवासों वाली भूमि से।
Tafsiran larabci:
كَذٰلِكَ ؕ— وَاَوْرَثْنٰهَا بَنِیْۤ اِسْرَآءِیْلَ ۟ؕ
जिस तरह हमने फ़िरऔन तथा उसकी जाति को इन नेमतों से बाहर निकाला, वैसे ही हमने उनके बाद इसी प्रकार की नेमतें बनी इसराईल को शाम के देश (लेवांत) में प्रदान कीं।
Tafsiran larabci:
فَاَتْبَعُوْهُمْ مُّشْرِقِیْنَ ۟
सो फ़िरऔन और उसकी जाति के लोगों ने सूर्योदय के समय बनी इसराईल का पीछा किया।
Tafsiran larabci:
daga cikin fa'idodin Ayoyin wannan shafi:
• العلاقة بين أهل الباطل هي المصالح المادية.
• असत्यवादी लोगों के बीच का रिश्ता भौतिक हितों का है।

• ثقة موسى بالنصر على السحرة تصديقًا لوعد ربه.
• मूसा अलैहिस्सलाम को, अपने रब के वादे पर विश्वास करते हुए जादूगरों पर जीत का पूरा भरोसा।

• إيمان السحرة برهان على أن الله هو مُصَرِّف القلوب يصرفها كيف يشاء.
• जादूगरों का ईमान लाना इस बात का प्रमाण है कि अल्लाह तआला ही दिलों को फेरने वाला है। वह जिस प्रकार चाहता है दिलों को फेर देता है।

• الطغيان والظلم من أسباب زوال الملك.
• सरकशी और अत्याचार राज्य के छिन जाने के कारणों में से है।

فَلَمَّا تَرَآءَ الْجَمْعٰنِ قَالَ اَصْحٰبُ مُوْسٰۤی اِنَّا لَمُدْرَكُوْنَ ۟ۚ
फिर जब फ़िरऔन और उसकी जाति के लोग मूसा और उनकी जाति के लोगों से मिले, इस प्रकार कि दोनों दल एक-दूसरे को देखने लगे, तो मूसा के साथियों ने कहा : निश्चय फ़िरऔन और उसकी जाति के लोग हमें पकड़ लेंगे, और हमारे पास उनसे निपटने की शक्ति नहीं है।
Tafsiran larabci:
قَالَ كَلَّا ۚ— اِنَّ مَعِیَ رَبِّیْ سَیَهْدِیْنِ ۟
मूसा ने अपने साथियों से कहा : ऐसा कदापि नहीं होगा, जैसा तुम सोच रहे हो। क्योंकि मेरा रब समर्थन और मदद के साथ मेरे संग है। वह अवश्य मेरा मार्गदर्शन करेगा और मुझे मोक्ष के मार्ग पर ले जाएगा।
Tafsiran larabci:
فَاَوْحَیْنَاۤ اِلٰی مُوْسٰۤی اَنِ اضْرِبْ بِّعَصَاكَ الْبَحْرَ ؕ— فَانْفَلَقَ فَكَانَ كُلُّ فِرْقٍ كَالطَّوْدِ الْعَظِیْمِ ۟ۚ
हमने यह आदेश देते हुए मूसा की ओर वह़्य की कि अपनी लाठी को सागर पर मारो। अतः उन्होंने उसपर मारा, जिससे सागर फट गया और बनी-इसराईल के गोत्रों की संख्या के बराबर बारह मार्ग बन गए। समुद्र से फटकर अलग हुआ हर टुकड़ा बड़े पहाड़ की तरह इतना बड़ा और दृढ़ था कि उसमें से कुछ भी पानी नहीं बह सकता था।
Tafsiran larabci:
وَاَزْلَفْنَا ثَمَّ الْاٰخَرِیْنَ ۟ۚ
फिर हम फ़िरऔन तथा उसकी जाति को निकट ले आए, यहाँ तक कि वे समुद्र में प्रवेश कर गए, यह सोचकर कि रास्ता चलने योग्य है।
Tafsiran larabci:
وَاَنْجَیْنَا مُوْسٰی وَمَنْ مَّعَهٗۤ اَجْمَعِیْنَ ۟ۚ
हमने मूसा तथा उनके साथ मौजूद बनी इसराईल को बचा लिया और उनमें से कोई भी नाश न हुआ।
Tafsiran larabci:
ثُمَّ اَغْرَقْنَا الْاٰخَرِیْنَ ۟ؕ
फिर हमने फ़िरऔन तथा उसकी जाति को समुद्र में डुबाकर नाश कर दिया।
Tafsiran larabci:
اِنَّ فِیْ ذٰلِكَ لَاٰیَةً ؕ— وَمَا كَانَ اَكْثَرُهُمْ مُّؤْمِنِیْنَ ۟
मूसा के लिए समुद्र के फटने, उनके बच निकलने तथा फिरऔन और उसकी जाति के विनाश में, निश्चय मूसा अलैहिस्सलाम की सच्चाई को दर्शाने वाली एक बड़ी निशानी है। और फ़िरऔन के साथ मौजूद अकसर लोग ईमान लाने वाले नहीं थे।
Tafsiran larabci:
وَاِنَّ رَبَّكَ لَهُوَ الْعَزِیْزُ الرَّحِیْمُ ۟۠
और निःसंदेह (ऐ रसूल!) आपका पालनहार ही वह प्रभुत्वशाली है, जो अपने दुश्मनों से बदला लेता है, तथा उनमें से तौबा करने वालों पर बहुत दयालु है।
Tafsiran larabci:
وَاتْلُ عَلَیْهِمْ نَبَاَ اِبْرٰهِیْمَ ۟ۘ
और (ऐ रसूल!) आप उन्हें इबराहीम की कहानी सुनाएँ।
Tafsiran larabci:
اِذْ قَالَ لِاَبِیْهِ وَقَوْمِهٖ مَا تَعْبُدُوْنَ ۟
जिस समय उन्होंने अपने पिता आज़र तथा अपनी जाति के लोगों से कहा : आप लोग अल्लाह के सिवा किसकी पूजा करते हैं?
Tafsiran larabci:
قَالُوْا نَعْبُدُ اَصْنَامًا فَنَظَلُّ لَهَا عٰكِفِیْنَ ۟
तो उनकी जाति के लोगों ने उनसे कहा : हम मूर्तियों की पूजा करते हैं और उनकी पूजा पर अडिग रहते हैं।
Tafsiran larabci:
قَالَ هَلْ یَسْمَعُوْنَكُمْ اِذْ تَدْعُوْنَ ۟ۙ
उनसे इबराहीम ने पूछा : क्या ये मूर्तियाँ तुम्हारी पुकार सुनती हैं, जब तुम उन्हें पुकारते हो?
Tafsiran larabci:
اَوْ یَنْفَعُوْنَكُمْ اَوْ یَضُرُّوْنَ ۟
या वे तुम्हें लाभ पहुँचाती हैं, यदि तुम उनकी बात मानते हो, या वे तुम्हें हानि पहुँचाती हैं, यदि तुम उनकी अवज्ञा करते हो?
Tafsiran larabci:
قَالُوْا بَلْ وَجَدْنَاۤ اٰبَآءَنَا كَذٰلِكَ یَفْعَلُوْنَ ۟
उन्होंने उत्तर दिया : यदि हम इन मूर्तियों को पुकारते हैं, तो वे हमारी पुकार नहीं सुनतीं, और यदि हम उनकी आज्ञा मानते हैं, तो वे हमें लाभ नहीं पहुँचातीं, और यदि हम उनकी अवज्ञा करते हैं, तो वे हमें हानि नहीं पहुँचातीं। बल्कि, असल बात यह है कि हमने अपने बाप-दादा को ऐसा ही करते हुए पाया है, इसलिए हम उनका अनुकरण करते हैं।
Tafsiran larabci:
قَالَ اَفَرَءَیْتُمْ مَّا كُنْتُمْ تَعْبُدُوْنَ ۟ۙ
इबराहीम ने कहा : क्या तुमने उन मूर्तियों के विषय में ग़ौर किया और देखा, जिनकी तुम अल्लाह के सिवा पूजा करते हो?
Tafsiran larabci:
اَنْتُمْ وَاٰبَآؤُكُمُ الْاَقْدَمُوْنَ ۟ؗ
और जिनकी तुम्हारे पहले के बाप-दादा पूजा करते थे?
Tafsiran larabci:
فَاِنَّهُمْ عَدُوٌّ لِّیْۤ اِلَّا رَبَّ الْعٰلَمِیْنَ ۟ۙ
निःसंदेह ! वे सब मेरे शत्रु हैं; क्योंकि वे झूठे हैं, सिवाय सभी प्राणियों के पालनहार अल्लाह के।
Tafsiran larabci:
الَّذِیْ خَلَقَنِیْ فَهُوَ یَهْدِیْنِ ۟ۙ
जिसने मुझे पैदा किया, फिर वही दुनिया और आख़िरत की भलाई की ओर मेरा मार्गदर्शन करता है।
Tafsiran larabci:
وَالَّذِیْ هُوَ یُطْعِمُنِیْ وَیَسْقِیْنِ ۟ۙ
और वही अकेला है जो जब मैं भूखा होता हूँ, तो मुझे खिलाता है और जब मैं प्यासा होता हूँ, तो मुझे पिलाता है।
Tafsiran larabci:
وَاِذَا مَرِضْتُ فَهُوَ یَشْفِیْنِ ۟
और जब मैं बीमार होता हूँ, तो वही अकेला मुझे बीमारी से अच्छा करता है, उसके सिवा कोई मुझे स्वास्थ्य देने वाला नहीं है।
Tafsiran larabci:
وَالَّذِیْ یُمِیْتُنِیْ ثُمَّ یُحْیِیْنِ ۟ۙ
तथा केवल वही है, जो मुझे मृत्यु देगा जब मेरी जीवन-अवधि समाप्त होगी, फिर मेरे मरने के पश्चात मुझे जीवित करेगा।
Tafsiran larabci:
وَالَّذِیْۤ اَطْمَعُ اَنْ یَّغْفِرَ لِیْ خَطِیْٓـَٔتِیْ یَوْمَ الدِّیْنِ ۟ؕ
तथा वही अकेला है जिससे मैं आशा रखता हूँ कि वह बदले के दिन मेरे लिए मेरे पापों को क्षमा कर देगा।
Tafsiran larabci:
رَبِّ هَبْ لِیْ حُكْمًا وَّاَلْحِقْنِیْ بِالصّٰلِحِیْنَ ۟ۙ
इबराहीम ने अपने रब से दुआ करते हुए कहा : ऐ मेरे रब! मुझे धर्म की समझ प्रदान कर तथा मुझे मुझसे पहले के सदाचारी नबियों से मिला दे, इस प्रकार कि मुझे उनके साथ जन्नत में प्रवेश प्रदान कर।
Tafsiran larabci:
daga cikin fa'idodin Ayoyin wannan shafi:
• الله مع عباده المؤمنين بالنصر والتأييد والإنجاء من الشدائد.
• अल्लाह अपनी मदद, समर्थन और विपत्तियों से मुक्ति प्रदान करने के साथ अपने मोमिन बंदों के संग होता है।

• ثبوت صفتي العزة والرحمة لله تعالى.
• अल्लाह तआला के लिए 'इज़्ज़त' और 'रह़मत' के गुणों का सबूत।

• خطر التقليد الأعمى.
• अंधी तक़्लीद (अंधभक्ति) का ख़तरा।

• أمل المؤمن في ربه عظيم.
• मोमिन की अपने रब में आशा बहुत बड़ी होती है।

وَاجْعَلْ لِّیْ لِسَانَ صِدْقٍ فِی الْاٰخِرِیْنَ ۟ۙ
तथा मेरे बाद आने वाली नसलों के अंदर मेरी शुभ-चर्चा और अच्छी प्रशंसा जारी रख।
Tafsiran larabci:
وَاجْعَلْنِیْ مِنْ وَّرَثَةِ جَنَّةِ النَّعِیْمِ ۟ۙ
और मुझे उन लोगों में से बना दे, जो स्वर्ग के उन घरों के वारिस होंगे जिनमें तेरे मोमिन बंदे आनंद लेंगे, तथा मुझे उनका निवासी बना दे।
Tafsiran larabci:
وَاغْفِرْ لِاَبِیْۤ اِنَّهٗ كَانَ مِنَ الضَّآلِّیْنَ ۟ۙ
तथा मेरे बाप को क्षमा कर दे, वह शिर्क के कारण सत्य मार्ग से भटके हुए लोगों में से था। इबराहीम अलैहिस्सलाम ने अपने बाप के लिए दुआ यह स्पष्ट होने से पहले की थी कि वह नरक के वासियों में से है। चुनाँचे जब उनके लिए यह स्पष्ट हो गया, तो उससे अलग होने का एलान कर दिया और (फिर) उसके लिए दुआ नहीं की।
Tafsiran larabci:
وَلَا تُخْزِنِیْ یَوْمَ یُبْعَثُوْنَ ۟ۙ
और मुझे उस दिन यातना देकर रुसवा न करना, जिस दिन लोग हिसाब के लिए पुनः जीवित किए जाएँगे।
Tafsiran larabci:
یَوْمَ لَا یَنْفَعُ مَالٌ وَّلَا بَنُوْنَ ۟ۙ
जिस दिन न माल काम आएगा, जिसे इनसान ने संसार में एकत्र किया होगा और न संतान जिनकी मदद वह दुनिया में लिया करता था।
Tafsiran larabci:
اِلَّا مَنْ اَتَی اللّٰهَ بِقَلْبٍ سَلِیْمٍ ۟ؕ
सिवाय उस व्यक्ति के, जो अल्लाह के पास पाक-साफ़ दिल लेकर आया, जिसमें कोई शिर्क, कोई निफ़ाक़, कोई दिखावा तथा कोई अहंकार (दंभ) नहीं। तो ऐसा व्यक्ति अपने उस धन से लाभान्वित होगा, जिसे अल्लाह के मार्ग में खर्च किया, तथा अपनी उन बच्चों से भी जो उसके लिए दुआ करते हैं।
Tafsiran larabci:
وَاُزْلِفَتِ الْجَنَّةُ لِلْمُتَّقِیْنَ ۟ۙ
और जन्नत उन लोगों के निकट लाई जाएगी, जो अपने रब से डरने वाले हैं; उसकी आज्ञाओं का पालन करते हैं और उनके निषेधों से बचते हैं।
Tafsiran larabci:
وَبُرِّزَتِ الْجَحِیْمُ لِلْغٰوِیْنَ ۟ۙ
तथा सत्य-धर्म से भटके हुए पथभ्रष्ट लोगों के लिए 'मह़शर' (एकत्र होने का स्थान) में जहन्नम ज़ाहिर कर दी जाएगी।
Tafsiran larabci:
وَقِیْلَ لَهُمْ اَیْنَ مَا كُنْتُمْ تَعْبُدُوْنَ ۟ۙ
उन्हें डाँटते हुए कहा जाएगा : कहाँ हैं वे मूर्तियाँ जिन्हें तुम पूजते थे?
Tafsiran larabci:
مِنْ دُوْنِ اللّٰهِ ؕ— هَلْ یَنْصُرُوْنَكُمْ اَوْ یَنْتَصِرُوْنَ ۟ؕ
जिनकी तुम अल्लाह को छोड़कर पूजा करते थे? क्या वे तुम्हें अल्लाह की यातना से बचाकर तुम्हारी सहायता करती हैं, अथवा स्वयं अपनी ही सहायता करती हैं?
Tafsiran larabci:
فَكُبْكِبُوْا فِیْهَا هُمْ وَالْغَاوٗنَ ۟ۙ
अतः उन्हें एक-दूसरे के ऊपर नरक में फेंक दिया जाएगा तथा उनको भी जिन्होंने उन्हें गुमराह किया था।
Tafsiran larabci:
وَجُنُوْدُ اِبْلِیْسَ اَجْمَعُوْنَ ۟ؕ
तथा शैतानों में से इबलीस के सभी सहयोगियों को, उनमें से किसी एक को भी छोड़ा नहीं जाएगा।
Tafsiran larabci:
قَالُوْا وَهُمْ فِیْهَا یَخْتَصِمُوْنَ ۟ۙ
अल्लाह के अलावा दूसरों की पूजा करने वाले तथा उन्हें अल्लाह का साझी बनाने वाले मुश्रिक अपने उन पूज्यों से झगड़ते हुए कहेंगे, जिन्हें वे अल्लाह को छोड़ पूजते थे :
Tafsiran larabci:
تَاللّٰهِ اِنْ كُنَّا لَفِیْ ضَلٰلٍ مُّبِیْنٍ ۟ۙ
अल्लाह की क़सम! निश्चय हम स्पष्ट रूप से सत्य से भटक गए थे।
Tafsiran larabci:
اِذْ نُسَوِّیْكُمْ بِرَبِّ الْعٰلَمِیْنَ ۟
जब हम तुम्हें सारी सृष्टि के पालनहार के समान बनाते थे, चुनाँचे हम उसकी पूजा करने की तरह तुम्हारी पूजा करते थे।
Tafsiran larabci:
وَمَاۤ اَضَلَّنَاۤ اِلَّا الْمُجْرِمُوْنَ ۟
हमें सत्य के मार्ग से केवल उन अपराधियों ने भटकाया, जिन्होंने हमें अल्लाह के सिवा दूसरों की इबादत की ओर बुलाया।
Tafsiran larabci:
فَمَا لَنَا مِنْ شَافِعِیْنَ ۟ۙ
अब न तो हमारे लिए कोई सिफ़ारिश करने वाले हैं, जो हमारे लिए अल्लाह के पास सिफ़ारिश कर सकें कि वह हमें अपनी यातना से बचा ले।
Tafsiran larabci:
وَلَا صَدِیْقٍ حَمِیْمٍ ۟
और न हमारा कोई सच्चा मित्र है, जो हमारा बचाव करे और हमारे लिए सिफ़ारिश करे।
Tafsiran larabci:
فَلَوْ اَنَّ لَنَا كَرَّةً فَنَكُوْنَ مِنَ الْمُؤْمِنِیْنَ ۟
काश हमें एक बार दुनिया के जीवन में लौटने का अवसर मिल जाता, तो हम अल्लाह पर ईमान रखने वालों में से हो जाते।
Tafsiran larabci:
اِنَّ فِیْ ذٰلِكَ لَاٰیَةً ؕ— وَمَا كَانَ اَكْثَرُهُمْ مُّؤْمِنِیْنَ ۟
इबराहीम अलैहिस्सलाम की इस कहानी तथा झुठलाने वालों के अंजाम में सीख लेने वालों के लिए निश्चय सीख ग्रहण करने का महान अवसर है। और उनमें से अधिकांश लोग ईमान लाने वाले नहीं थे।
Tafsiran larabci:
وَاِنَّ رَبَّكَ لَهُوَ الْعَزِیْزُ الرَّحِیْمُ ۟۠
और निःसंदेह (ऐ रसूल!) आपका पालनहार ही वह प्रभुत्वशाली है, जो अपने दुश्मनों से बदला लेता है, तथा उनमें से तौबा करने वालों पर बहुत दयालु है।
Tafsiran larabci:
كَذَّبَتْ قَوْمُ نُوْحِ ١لْمُرْسَلِیْنَ ۟ۚۖ
नूह के समुदाय ने (भी) रसूलों को झुठलाया, जब उन्होंने नूह अलैहिस्सलाम को झुठला दिया।
Tafsiran larabci:
اِذْ قَالَ لَهُمْ اَخُوْهُمْ نُوْحٌ اَلَا تَتَّقُوْنَ ۟ۚ
जब उनके वंश के भाई नूह ने उनसे कहा : क्या तुम अल्लाह से डरते नहीं कि उसके भय के कारण उसके अलावा की उपासना छोड़ दो?!
Tafsiran larabci:
اِنِّیْ لَكُمْ رَسُوْلٌ اَمِیْنٌ ۟ۙ
निःसंदेह मैं तुम्हारा रसूल हूँ, अल्लाह ने मुझे तुम्हारी ओर भेजा है। (मैं) अमानतदार हूँ, अल्लाह ने मेरी ओर जो वह़्य की है, उसमें कोई कमी-बेशी नहीं करता।
Tafsiran larabci:
فَاتَّقُوا اللّٰهَ وَاَطِیْعُوْنِ ۟ۚ
अतः तुम अल्लाह के आदेशों का पालन करके और उसके निषेधों से बचकर उससे डरो, तथा जिसका मैं तुम्हें आदेश देता हूँ और जिससे मैं तुम्हें मना करता हूँ, उसमें मेरा कहा मानो।
Tafsiran larabci:
وَمَاۤ اَسْـَٔلُكُمْ عَلَیْهِ مِنْ اَجْرٍ ۚ— اِنْ اَجْرِیَ اِلَّا عَلٰی رَبِّ الْعٰلَمِیْنَ ۟ۚ
और जो कुछ मैं अपने रब की ओर से तुम्हें संदेश पहुँचाता हूँ, मैं तुमसे उसका बदला नहीं माँगता। मेरा बदला तो केवल सारी सृष्टि के रब अल्लाह के ज़िम्मे है, किसी अन्य के नहीं।
Tafsiran larabci:
فَاتَّقُوا اللّٰهَ وَاَطِیْعُوْنِ ۟ؕ
अतः तुम अल्लाह के आदेशों का पालन करके और उसके निषेधों से बचकर उससे डरो, तथा जिसका मैं तुम्हें आदेश देता हूँ और जिससे मैं तुम्हें मना करता हूँ, उसमें मेरा कहा मानो।
Tafsiran larabci:
قَالُوْۤا اَنُؤْمِنُ لَكَ وَاتَّبَعَكَ الْاَرْذَلُوْنَ ۟ؕ
उनकी जाति के लोगों ने उनसे कहा : ऐ नूह! क्या हम तुझपर ईमान ले आएँ तथा जो कुछ तू लेकर आया है उसका पालन करें और उसपर अमल करने लगें, जबकि स्थिति यह है कि तुम्हारे अनुयायी सबसे हीन एवं कम हैसियत लोग हैं। उनमें श्रेष्ठ जन और अशराफिया लोग नहीं पाए जाते?!
Tafsiran larabci:
daga cikin fa'idodin Ayoyin wannan shafi:
• أهمية سلامة القلب من الأمراض كالحسد والرياء والعُجب.
• ईर्ष्या, दिखावा और अहंकार जैसी बीमारियों से दिल की सुरक्षा का महत्व।

• تعليق المسؤولية عن الضلال على المضلين لا تنفع الضالين.
• पथभ्रष्टता की ज़िम्मेदारी पथभ्रष्ट करने वालों पर डालने से पथभ्रष्ट को कोई लाभ नहीं होगा।

• التكذيب برسول الله تكذيب بجميع الرسل.
• अल्लाह के एक रसूल का इनकार सभी रसूलों का इनकार है।

• حُسن التخلص في قصة إبراهيم من الاستطراد في ذكر القيامة ثم الرجوع إلى خاتمة القصة.
• इबराहीम अलैहिस्सलाम की कहानी का वर्णन करते हुए बड़ी सरलता के साथ विषय को बदल कर क़ियामत के बारे में बात की गई है, फिर अच्छे ढंग से कहानी के समापन पर वापसी है।

قَالَ وَمَا عِلْمِیْ بِمَا كَانُوْا یَعْمَلُوْنَ ۟ۚ
नूह अलैहिस्सलाम ने उनसे कहा : मुझे क्या पता कि ये ईमान वाले क्या कार्य करते रहे हैं? क्योंकि मैं उनका निरीक्षक नहीं हूँ कि उनके कामों की गिनती करूँ।
Tafsiran larabci:
اِنْ حِسَابُهُمْ اِلَّا عَلٰی رَبِّیْ لَوْ تَشْعُرُوْنَ ۟ۚ
उनका हिसाब तो अल्लाह ही के ज़िम्मे है, जो उनकी छिपी और खुली (सारी) बातोंं को जानता है, मेरे ज़िम्मे नहीं है। अगर तुम समझते, तो वह बात न कहते जो तुमने कही है।
Tafsiran larabci:
وَمَاۤ اَنَا بِطَارِدِ الْمُؤْمِنِیْنَ ۟ۚ
और मैं तुम्हारी माँग को स्वीकार करते हुए ईमान वालों को अपनी सभा से निकालने वाला नहीं हूँ, ताकि तुम ईमान ले आओ।
Tafsiran larabci:
اِنْ اَنَا اِلَّا نَذِیْرٌ مُّبِیْنٌ ۟ؕ
मैं तो केवल स्पष्ट रूप से डराने वाला हूँ। तुम्हें अल्लाह की यातना से सावधान करता हूँ।
Tafsiran larabci:
قَالُوْا لَىِٕنْ لَّمْ تَنْتَهِ یٰنُوْحُ لَتَكُوْنَنَّ مِنَ الْمَرْجُوْمِیْنَ ۟ؕ
उनके समुदाय के लोगों ने उनसे कहा : यदि तुम हमें जिस बात की ओर बुलाते हो उससे बाज़ नहीं आए, तो निश्चय तुम अपशब्द सहोगे और पथराव करके मार डाले जाओगे।
Tafsiran larabci:
قَالَ رَبِّ اِنَّ قَوْمِیْ كَذَّبُوْنِ ۟ۚۖ
नूह ने अपने पालनहार से दुआ करते हुए कहा : ऐ मेरे पालनहार! मेरे समुदाय के लोगों ने मुझे झुठला दिया और मैं तेरे पास से जो कुछ लाया हूँ उसके प्रति मुझपर विश्वास नहीं किया।
Tafsiran larabci:
فَافْتَحْ بَیْنِیْ وَبَیْنَهُمْ فَتْحًا وَّنَجِّنِیْ وَمَنْ مَّعِیَ مِنَ الْمُؤْمِنِیْنَ ۟
अतः मेरे और उनके बीच ऐसा फ़ैसला कर दे, जो उन्हें उनके असत्य पर अड़े रहने के कारण विनष्ट कर दे, तथा मुझे और मेरे साथ जो ईमान वाले हैं, उन्हें उससे बचा ले जिसके द्वारा तू मेरे समुदाय के काफ़िरों को नष्ट करने वाला है।
Tafsiran larabci:
فَاَنْجَیْنٰهُ وَمَنْ مَّعَهٗ فِی الْفُلْكِ الْمَشْحُوْنِ ۟ۚ
अतः हमने उनकी दुआ को स्वीकार कर लिया तथा उन्हें और उनके साथ, लोगों और जानवरों से भरी हुई नौका में सवार, ईमान वालों को बचा लिया।
Tafsiran larabci:
ثُمَّ اَغْرَقْنَا بَعْدُ الْبٰقِیْنَ ۟ؕ
फिर हमने उनके बाद नूह़ के समुदाय के बाक़ी लोगों को डुबो दिया।
Tafsiran larabci:
اِنَّ فِیْ ذٰلِكَ لَاٰیَةً ؕ— وَمَا كَانَ اَكْثَرُهُمْ مُّؤْمِنِیْنَ ۟
उपर्युक्त नूह और उनके समुदाय की कहानी तथा नूह एवं उनके मोमिन साथियों के बच निकलने और उनके समुदाय के काफ़िरों के विनाश में निश्चय सीख ग्रहण करने वालों के लिए बड़ी सीख है। तथा उनमें से अधिकांश लोग ईमान लाने वाले नहीं थे।
Tafsiran larabci:
وَاِنَّ رَبَّكَ لَهُوَ الْعَزِیْزُ الرَّحِیْمُ ۟۠
और निःसंदेह (ऐ रसूल!) आपका पालनहार ही वह प्रभुत्वशाली है, जो अपने दुश्मनों से बदला लेता है, तथा उनमें से तौबा करने वालों पर बहुत दयालु है।
Tafsiran larabci:
كَذَّبَتْ عَادُ ١لْمُرْسَلِیْنَ ۟ۚۖ
आद जाति ने (भी) रसूलों को झुठलाया, जिस समय उन्होंने अपने रसूल हूद अलैहिस्सलाम को झुठला दिया।
Tafsiran larabci:
اِذْ قَالَ لَهُمْ اَخُوْهُمْ هُوْدٌ اَلَا تَتَّقُوْنَ ۟ۚ
(उस समय को) याद करो जब उनके वंश के भाई हूद ने उनसे कहा : क्या तुम अल्लाह से डरते नहीं कि उसके भय के कारण उसके अलावा की उपासना छोड़ दो?!
Tafsiran larabci:
اِنِّیْ لَكُمْ رَسُوْلٌ اَمِیْنٌ ۟ۙ
निःसंदेह मैं तुम्हारा रसूल हूँ, अल्लाह ने मुझे तुम्हारी ओर भेजा है। (मैं) अमानतदार हूँ, जो कुछ अल्लाह ने मुझे पहुँचाने का आदेश दिया है, उसमें कोई कमी-बेशी नहीं करता।
Tafsiran larabci:
فَاتَّقُوا اللّٰهَ وَاَطِیْعُوْنِ ۟ۚ
अतः तुम अल्लाह के आदेशों का पालन करके और उसके निषेधों से बचकर उससे डरो, तथा जिसका मैं तुम्हें आदेश देता हूँ और जिससे मैं तुम्हें मना करता हूँ, उसमें मेरा कहा मानो।
Tafsiran larabci:
وَمَاۤ اَسْـَٔلُكُمْ عَلَیْهِ مِنْ اَجْرٍ ۚ— اِنْ اَجْرِیَ اِلَّا عَلٰی رَبِّ الْعٰلَمِیْنَ ۟ؕ
और जो कुछ मैं अपने रब की ओर से तुम्हें संदेश पहुँचाता हूँ, मैं तुमसे उसका बदला नहीं माँगता। मेरा बदला तो केवल सारी सृष्टि के रब अल्लाह के ज़िम्मे है, किसी अन्य के नहीं।
Tafsiran larabci:
اَتَبْنُوْنَ بِكُلِّ رِیْعٍ اٰیَةً تَعْبَثُوْنَ ۟ۙ
क्या तुम प्रत्येक ऊँचे स्थान पर व्यर्थ में स्मारक भवन का निर्माण करते हो, जबकि उसका इस दुनिया या आख़िरत में तुम्हें कोई फ़ायदा नहीं होता?!
Tafsiran larabci:
وَتَتَّخِذُوْنَ مَصَانِعَ لَعَلَّكُمْ تَخْلُدُوْنَ ۟ۚ
और तुम क़िले और महलें बनाते हो, मानो तुम इस दुनिया में हमेशा के लिए रहने वाले हो और यहाँ से तुम्हें जाना नहीं है।
Tafsiran larabci:
وَاِذَا بَطَشْتُمْ بَطَشْتُمْ جَبَّارِیْنَ ۟ۚ
और जब तुम क़त्ल करने अथवा मारने के लिए किसी पर हमला करते हो, तो निर्दय और बे-रहम होकर हमला करते हो।
Tafsiran larabci:
فَاتَّقُوا اللّٰهَ وَاَطِیْعُوْنِ ۟ۚ
अतः तुम अल्लाह के आदेशों का पालन करके और उसके निषेधों से बचकर उससे डरो, तथा जिसका मैं तुम्हें आदेश देता हूँ और जिससे मैं तुम्हें मना करता हूँ, उसमें मेरा कहा मानो।
Tafsiran larabci:
وَاتَّقُوا الَّذِیْۤ اَمَدَّكُمْ بِمَا تَعْلَمُوْنَ ۟ۚ
और तुम अल्लाह के प्रकोप से डरो, जिसने तुम्हें अपनी नेमतों में से वे चीज़ें प्रदान कीं, जिन्हें तुम जानते हो।
Tafsiran larabci:
اَمَدَّكُمْ بِاَنْعَامٍ وَّبَنِیْنَ ۟ۚۙ
उसने तुम्हें मवेशी दिए, तथा तुम्हें बच्चे प्रदान किए।
Tafsiran larabci:
وَجَنّٰتٍ وَّعُیُوْنٍ ۟ۚ
तथा उसने तुम्हें बाग़ और बहते जल स्रोत प्रदान किए।
Tafsiran larabci:
اِنِّیْۤ اَخَافُ عَلَیْكُمْ عَذَابَ یَوْمٍ عَظِیْمٍ ۟ؕ
निश्चय मैं (ऐ मेरी जाति के लोगो!) तुमपर एक महान दिन की यातना से डरता हूँ, जो कि क़ियामत का दिन है।
Tafsiran larabci:
قَالُوْا سَوَآءٌ عَلَیْنَاۤ اَوَعَظْتَ اَمْ لَمْ تَكُنْ مِّنَ الْوٰعِظِیْنَ ۟ۙ
उनकी जाति के लोगों ने उनसे कहा : तुम्हारा हमें सदुपदेश देना और न देना दोनों बराबर है। क्योंकि हम तुमपर कदापि ईमान नहीं लाएँगे और जिसपर हम क़ायम हैं, उससे हरगिज़ पीछे नहीं हटेंगे।
Tafsiran larabci:
daga cikin fa'idodin Ayoyin wannan shafi:
• أفضلية أهل السبق للإيمان حتى لو كانوا فقراء أو ضعفاء.
• ईमान में पहल करने वालों की श्रेष्ठता, भले ही वे ग़रीब या कमज़ोर हों।

• إهلاك الظالمين، وإنجاء المؤمنين سُنَّة إلهية.
• अत्याचारियों का विनाश करना तथा मोमिनों को बचा लेना एक ईश्वरीय नियम है।

• خطر الركونِ إلى الدنيا.
• दुनिया पर निर्भरता और उससे दिल लगाने का ख़तरा।

• تعنت أهل الباطل، وإصرارهم عليه.
• असत्य के अनुयायियों की हठधर्मिता और उसपर उनकी ज़िद।

اِنْ هٰذَاۤ اِلَّا خُلُقُ الْاَوَّلِیْنَ ۟ۙ
यह तो पहले ही लोगों का धर्म, उनके रीति-रिवाज और आचरण हैं।
Tafsiran larabci:
وَمَا نَحْنُ بِمُعَذَّبِیْنَ ۟ۚ
और हम कदापि यातना दिए जाने वाले नहीं हैं।
Tafsiran larabci:
فَكَذَّبُوْهُ فَاَهْلَكْنٰهُمْ ؕ— اِنَّ فِیْ ذٰلِكَ لَاٰیَةً ؕ— وَمَا كَانَ اَكْثَرُهُمْ مُّؤْمِنِیْنَ ۟
उन्होंने अपने नबी हूद अलैहिस्सलाम को झुठलाना जारी रखा, इसलिए हमने उनके झुठलाने के कारण उन्हें तेज़ आँधी से नष्ट कर दिया। इस विनाश में पाठ ग्रहण करने वालों के लिए निश्चय महान पाठ है। परंतु उनमें से अधिकांश लोग ईमान लाने वाले नहीं थे।
Tafsiran larabci:
وَاِنَّ رَبَّكَ لَهُوَ الْعَزِیْزُ الرَّحِیْمُ ۟۠
और निःसंदेह (ऐ रसूल!) आपका पालनहार ही वह प्रभुत्वशाली है, जो अपने दुश्मनों से बदला लेता है, तथा उनमें से तौबा करने वालों पर बहुत दयालु है।
Tafsiran larabci:
كَذَّبَتْ ثَمُوْدُ الْمُرْسَلِیْنَ ۟ۚۖ
समूद ने (भी) अपने नबी सालेह अलैहिस्सलाम को झुठलाकर समस्त रसूलों को झुठला दिया।
Tafsiran larabci:
اِذْ قَالَ لَهُمْ اَخُوْهُمْ صٰلِحٌ اَلَا تَتَّقُوْنَ ۟ۚ
जब उनके वंश के भाई सालेह ने उनसे कहा : क्या तुम अल्लाह से डरते नहीं कि उसके भय के कारण उसके अलावा की उपासना छोड़ दो?!
Tafsiran larabci:
اِنِّیْ لَكُمْ رَسُوْلٌ اَمِیْنٌ ۟ۙ
निःसंदेह मैं तुम्हारा रसूल हूँ, अल्लाह ने मुझे तुम्हारी ओर भेजा है। (मैं) अल्लाह का संदेश पहुँचाने के कार्य में अमानतदार हूँ, उसमें कोई कमी-बेशी नहीं करता।
Tafsiran larabci:
فَاتَّقُوا اللّٰهَ وَاَطِیْعُوْنِ ۟ۚ
अतः तुम अल्लाह के आदेशों का पालन करके और उसके निषेधों से बचकर उससे डरो, तथा जो मैंने तुम्हें आदेश दिया है और जो तुम्हें करने से मना किया है, उसमें मेरा कहा मानो।
Tafsiran larabci:
وَمَاۤ اَسْـَٔلُكُمْ عَلَیْهِ مِنْ اَجْرٍ ۚ— اِنْ اَجْرِیَ اِلَّا عَلٰی رَبِّ الْعٰلَمِیْنَ ۟ؕ
और जो कुछ मैं अपने रब की ओर से तुम्हें संदेश पहुँचाता हूँ, मैं तुमसे उसका बदला नहीं माँगता। मेरा बदला तो केवल सारी सृष्टि के रब अल्लाह के ज़िम्मे है, किसी अन्य के नहीं।
Tafsiran larabci:
اَتُتْرَكُوْنَ فِیْ مَا هٰهُنَاۤ اٰمِنِیْنَ ۟ۙ
क्या तुम यह इच्छा रखते हो कि यहाँ की सुख-सुविधाओं और नेमतों में निश्चिंत छोड़ दिए जाओगे, तुम डर से पीड़ित नहीं होगे?!
Tafsiran larabci:
فِیْ جَنّٰتٍ وَّعُیُوْنٍ ۟ۙ
बाग़ों तथा बहते जल स्राेतों में।
Tafsiran larabci:
وَّزُرُوْعٍ وَّنَخْلٍ طَلْعُهَا هَضِیْمٌ ۟ۚ
तथा खेतों और खजूर के बागों में, जिनके फल मुलायम और पके हुए हैं।
Tafsiran larabci:
وَتَنْحِتُوْنَ مِنَ الْجِبَالِ بُیُوْتًا فٰرِهِیْنَ ۟ۚ
और तुम पर्वतों को काटकर रहने के लिए घर बनाते हो और तुम उनको तराशने में कुशल हो।
Tafsiran larabci:
فَاتَّقُوا اللّٰهَ وَاَطِیْعُوْنِ ۟ۚ
अतः तुम अल्लाह के आदेशों का पालन करके और उसके निषेधों से बचकर उससे डरो, तथा जो मैंने तुम्हें आदेश दिया है और जो तुम्हें करने से मना किया है, उसमें मेरा कहा मानो।
Tafsiran larabci:
وَلَا تُطِیْعُوْۤا اَمْرَ الْمُسْرِفِیْنَ ۟ۙ
तथा उन लोगों के आदेश का पालन न करो, जो पाप करके अपने ऊपर अत्याचार करने वाले हैं।
Tafsiran larabci:
الَّذِیْنَ یُفْسِدُوْنَ فِی الْاَرْضِ وَلَا یُصْلِحُوْنَ ۟
जो पाप फैलाकर धरती में बिगाड़ पैदा करते हैं और अल्लाह का आज्ञापालन करके अपने आपको सुधारने का काम नहीं करते हैं।
Tafsiran larabci:
قَالُوْۤا اِنَّمَاۤ اَنْتَ مِنَ الْمُسَحَّرِیْنَ ۟ۚ
उसकी जाति के लोगों ने कहा : तू तो उन लोगों में से है, जिनपर बार-बार जादू किया गया है। यहाँ तक कि जादू उनके दिमाग पर हावी हो गया है और उसे निष्क्रिय कर दिया है।
Tafsiran larabci:
مَاۤ اَنْتَ اِلَّا بَشَرٌ مِّثْلُنَا ۖۚ— فَاْتِ بِاٰیَةٍ اِنْ كُنْتَ مِنَ الصّٰدِقِیْنَ ۟
तू केवल हमारे ही जैसा एक मनुष्य है। इसलिए तुझे हमारे ऊपर कोई विशेषता हासिल नहीं है कि तू रसूल बन सके। अतः यदि तुम अपने रसूल होने के दावे में सच्चे हो, तो कोई ऐसी निशानी ले आओ, जो प्रमाणित करे कि तुम रसूल हो।
Tafsiran larabci:
قَالَ هٰذِهٖ نَاقَةٌ لَّهَا شِرْبٌ وَّلَكُمْ شِرْبُ یَوْمٍ مَّعْلُوْمٍ ۟ۚ
सालेह अलैहिस्सलाम ने (जिन्हें अल्लाह ने एक निशानी दी थी, जो एक ऊँटनी थी जिसे अल्लाह ने चट्टान से निकाला था) उनसे कहा : यह ऊँटनी है जिसे देखा और छुआ जा सकता है। इसके लिए पानी का एक हिस्सा है, और तुम्हारे लिए भी एक ज्ञात हिस्सा है। यह उस दिन पानी नहीं पिएगी, जिस दिन तुम्हारा हिस्सा है और जिस दिन उसका हिस्सा है, उस दिन तुम पानी नही पिओगे।
Tafsiran larabci:
وَلَا تَمَسُّوْهَا بِسُوْٓءٍ فَیَاْخُذَكُمْ عَذَابُ یَوْمٍ عَظِیْمٍ ۟
तथा तुम इसे हानि पहुँचाने जैसे कि हत्या करने या मारने-पीटने की नीयत से हाथ न लगाना, अन्यथा इसके कारण तुम्हें अल्लाह की ओर से ऐसी यातना आ पकड़ेगी जो तुम्हें नष्ट कर देगी एक ऐसे दिन में, जो उसमें तुमपर उतरने वाली विपत्ति के कारण बहुत भयानक होगा।
Tafsiran larabci:
فَعَقَرُوْهَا فَاَصْبَحُوْا نٰدِمِیْنَ ۟ۙ
सो वे उसकी हत्या करने पर सहमत हो गए और उनमें से सबसे अभागे व्यक्ति ने उसे मार डाला। फिर वे अपने किए पर पछताने लगे, जब उन्हें पता चला कि यातना अनिवार्य रूप से उनपर आने वाली है। लेकिन यातना देख लेने के समय पछताने से कोई लाभ नहीं होता।
Tafsiran larabci:
فَاَخَذَهُمُ الْعَذَابُ ؕ— اِنَّ فِیْ ذٰلِكَ لَاٰیَةً ؕ— وَمَا كَانَ اَكْثَرُهُمْ مُّؤْمِنِیْنَ ۟
अंततः उन्हें उस यातना ने पकड़ लिया, जिसका उन्हें वादा किया गया था, जो भूकंप और तेज़ चीख थी। सालेह तथा उसकी जाति की इस कहानी में सीख ग्रहण करने वालों के लिए निश्चय बड़ी सीख है। तथा उनमें से अधिकतर ईमान लाने वाले नहीं थे।
Tafsiran larabci:
وَاِنَّ رَبَّكَ لَهُوَ الْعَزِیْزُ الرَّحِیْمُ ۟۠
और निःसंदेह (ऐ रसूल!) आपका पालनहार ही वह प्रभुत्वशाली है, जो अपने दुश्मनों से बदला लेता है, तथा उनमें से तौबा करने वालों पर बहुत दयालु है।
Tafsiran larabci:
daga cikin fa'idodin Ayoyin wannan shafi:
• توالي النعم مع الكفر استدراج للهلاك.
• कुफ़्र के बावजूद निरंतर नेमतों का मिलना, विनाश के लिए ढील (प्रलोभन) है।

• التذكير بالنعم يُرتجى منه الإيمان والعودة إلى الله من العبد.
• नेमतों को याद दिलाने से यह आशा की जाती है कि बंदा ईमान ले आएगा और अल्लाह की तरफ़ लौट आएगा।

• المعاصي هي سبب الفساد في الأرض.
• पाप ही धरती पर बिगाड़ का कारण है।

كَذَّبَتْ قَوْمُ لُوْطِ ١لْمُرْسَلِیْنَ ۟ۚۖ
लूत अलैहिस्सलाम की जाति ने (भी) अपने नबी लूत अलैहिस्सलाम को झुठलाकर समस्त रसूलों को झुठला दिया।
Tafsiran larabci:
اِذْ قَالَ لَهُمْ اَخُوْهُمْ لُوْطٌ اَلَا تَتَّقُوْنَ ۟ۚ
जब उनके वंश के भाई लूत ने उनसे कहा : क्या तुम अल्लाह से डरते नहीं कि उसके भय के कारण उसके साथ किसी को साझी ठहराना छोड़ दो?!
Tafsiran larabci:
اِنِّیْ لَكُمْ رَسُوْلٌ اَمِیْنٌ ۟ۙ
निःसंदेह मैं तुम्हारा रसूल हूँ, अल्लाह ने मुझे तुम्हारी ओर भेजा है। (मैं) अल्लाह का संदेश पहुँचाने के कार्य में अमानतदार हूँ, उसमें कोई कमी-बेशी नहीं करता।
Tafsiran larabci:
فَاتَّقُوا اللّٰهَ وَاَطِیْعُوْنِ ۟ۚ
अतः तुम अल्लाह के आदेशों का पालन करके और उसके निषेधों से बचकर उससे डरो, तथा जिसका मैं तुम्हें आदेश देता हूँ और जिससे मैं तुम्हें मना करता हूँ, उसमें मेरा कहा मानो।
Tafsiran larabci:
وَمَاۤ اَسْـَٔلُكُمْ عَلَیْهِ مِنْ اَجْرٍ ۚ— اِنْ اَجْرِیَ اِلَّا عَلٰی رَبِّ الْعٰلَمِیْنَ ۟ؕ
और जो कुछ मैं अपने रब की ओर से तुम्हें संदेश पहुँचाता हूँ, मैं तुमसे उसका बदला नहीं माँगता। मेरा बदला तो केवल सारी सृष्टि के रब अल्लाह के ज़िम्मे है, किसी अन्य के नहीं।
Tafsiran larabci:
اَتَاْتُوْنَ الذُّكْرَانَ مِنَ الْعٰلَمِیْنَ ۟ۙ
क्या तुम लोगों में से पुरुषों के साथ गुदा संभोग करते हाे?!
Tafsiran larabci:
وَتَذَرُوْنَ مَا خَلَقَ لَكُمْ رَبُّكُمْ مِّنْ اَزْوَاجِكُمْ ؕ— بَلْ اَنْتُمْ قَوْمٌ عٰدُوْنَ ۟
और तुम अपनी पत्नियों की अगली शर्मगाहों में संभोग करना छोड़ देते हो, जिन्हें अल्लाह ने इसलिए बनाया है ताकि तुम उनसे अपनी वासनाओं को पूरा करो?! बल्कि इस घृणित विकृति से तुम अल्लाह की सीमाओं का उल्लंघन करने वाले हो।
Tafsiran larabci:
قَالُوْا لَىِٕنْ لَّمْ تَنْتَهِ یٰلُوْطُ لَتَكُوْنَنَّ مِنَ الْمُخْرَجِیْنَ ۟
उनकी जाति के लोगों ने उनसे कहा : ऐ लूत! यदि तुम हमें इस कार्य से मना करने और इसपर हमारी निंदा करने से बाज़ नहीं आए, तो तुम्हें तथा तुम्हारे संगियों को हमारे गाँव से निकाल दिया जाएगा।
Tafsiran larabci:
قَالَ اِنِّیْ لِعَمَلِكُمْ مِّنَ الْقَالِیْنَ ۟ؕ
लूत अलैहिस्सलाम ने उनसे कहा : मैं तुम्हारे इस कार्य से जिसे तुम करते हो, सख़्त नफ़रत और घृणा करने वालों में से हूँ।
Tafsiran larabci:
رَبِّ نَجِّنِیْ وَاَهْلِیْ مِمَّا یَعْمَلُوْنَ ۟
उन्होंने अपने पालनहार से दुआ करते हुए कहा : ऐ मेरे पालनहार! तू मुझे और मेरे परिवार को उस यातना से बचा ले, जो इन लोगों पर इनके द्वारा किए जाने वाले घिनौने कार्य के कारण आने वाली है।
Tafsiran larabci:
فَنَجَّیْنٰهُ وَاَهْلَهٗۤ اَجْمَعِیْنَ ۟ۙ
तो हमने उनकी दुआ स्वीकार कर ली तथा उन्हें और उनके पूरे परिवार को बचा लिया।
Tafsiran larabci:
اِلَّا عَجُوْزًا فِی الْغٰبِرِیْنَ ۟ۚ
उनकी पत्नी को छोड़कर। क्योंकि वह काफ़िर थी। अतः वह भी नष्ट होने वालों में से थी।
Tafsiran larabci:
ثُمَّ دَمَّرْنَا الْاٰخَرِیْنَ ۟ۚ
फिर जब लूत और उनके परिवार ने (सदूम) गाँव छोड़ दिया, तो हमने उनके बाद उनके शेष रह जाने वाले लोगों को बुरी तरह से नष्ट कर दिया।
Tafsiran larabci:
وَاَمْطَرْنَا عَلَیْهِمْ مَّطَرًا ۚ— فَسَآءَ مَطَرُ الْمُنْذَرِیْنَ ۟
और हमने उनपर बारिश बरसाने की तरह आकाश से पत्थर बरसाए। तो उन लोगों की बारिश बहुत बुरी थी, जिन्हें लूत अलैहिस्सलाम डराते थे और उन्हें चेतावनी देते थे कि अगर वे अपने बुरे कामों में लगे रहे, तो उन्हें अल्लाह की सज़ा भुगतनी पड़ेगी।
Tafsiran larabci:
اِنَّ فِیْ ذٰلِكَ لَاٰیَةً ؕ— وَمَا كَانَ اَكْثَرُهُمْ مُّؤْمِنِیْنَ ۟
कुकर्म के कारण लूत की जाति पर उतरने वाले उपर्युक्त अज़ाब में, सीख ग्रहण करने वालों के लिए निश्चय बड़ी सीख है। और उनमें से अधिकांश लोग ईमान लाने वाले नहीं थे।
Tafsiran larabci:
وَاِنَّ رَبَّكَ لَهُوَ الْعَزِیْزُ الرَّحِیْمُ ۟۠
और निःसंदेह (ऐ रसूल!) आपका पालनहार ही वह प्रभुत्वशाली है, जो अपने दुश्मनों से बदला लेता है, तथा उनमें से तौबा करने वालों पर बहुत दयालु है।
Tafsiran larabci:
كَذَّبَ اَصْحٰبُ لْـَٔیْكَةِ الْمُرْسَلِیْنَ ۟ۚۖ
घने-पेड़ वाली बस्ती के लोगों ने रसूलों को झुठलाया, जब उन्होंने अपने रसूल शुऐब अलैहिस्सलाम को झुठला दिया।
Tafsiran larabci:
اِذْ قَالَ لَهُمْ شُعَیْبٌ اَلَا تَتَّقُوْنَ ۟ۚ
जब उनके नबी शुऐब ने उनसे कहा : क्या तुम अल्लाह से डरते नहीं कि उसके भय से किसी को उसका साझी बनाना छोड़ दो?!
Tafsiran larabci:
اِنِّیْ لَكُمْ رَسُوْلٌ اَمِیْنٌ ۟ۙ
निःसंदेह मैं तुम्हारा रसूल हूँ, अल्लाह ने मुझे तुम्हारी ओर भेजा है। (मैं) अल्लाह का संदेश पहुँचाने के कार्य में अमानतदार हूँ। जो कुछ उसने मुझे पहुँचाने का आदेश दिया है, उसमें कोई कमी-बेशी नहीं करता।
Tafsiran larabci:
فَاتَّقُوا اللّٰهَ وَاَطِیْعُوْنِ ۟ۚ
अतः तुम अल्लाह के आदेशों का पालन करके और उसके निषेधों से बचकर उससे डरो, तथा जो मैंने तुम्हें आदेश दिया है और जो तुम्हें करने से मना किया है, उसमें मेरा कहा मानो।
Tafsiran larabci:
وَمَاۤ اَسْـَٔلُكُمْ عَلَیْهِ مِنْ اَجْرٍ ۚ— اِنْ اَجْرِیَ اِلَّا عَلٰی رَبِّ الْعٰلَمِیْنَ ۟ؕ
और जो कुछ मैं अपने रब की ओर से तुम्हें संदेश पहुँचाता हूँ, मैं तुमसे उसका बदला नहीं माँगता। मेरा बदला तो केवल सारी सृष्टि के रब अल्लाह के ज़िम्मे है, किसी अन्य के नहीं।
Tafsiran larabci:
اَوْفُوا الْكَیْلَ وَلَا تَكُوْنُوْا مِنَ الْمُخْسِرِیْنَ ۟ۚ
जब तुम लोगों से कुछ बेचो तो उन्हें पूरा-पूरा नाप कर दो तथा उन लोगों में से न हो जाओ, जो लोगों से कुछ बेचते हैं तो कम नाप कर देते हैं।
Tafsiran larabci:
وَزِنُوْا بِالْقِسْطَاسِ الْمُسْتَقِیْمِ ۟ۚ
तथा जब तुम दूसरों को तौलकर दो तो सीधी तराज़ू से तौला करो।
Tafsiran larabci:
وَلَا تَبْخَسُوا النَّاسَ اَشْیَآءَهُمْ وَلَا تَعْثَوْا فِی الْاَرْضِ مُفْسِدِیْنَ ۟ۚ
लोगों को उनके अधिकार कम न दो और पाप करके धरती में बिगाड़ न बढ़ाओ।
Tafsiran larabci:
daga cikin fa'idodin Ayoyin wannan shafi:
• اللواط شذوذ عن الفطرة ومنكر عظيم.
• लिवात (गुदा-मैथुन) मानव प्रकृति का बिगाड़ (विकृति) और एक बड़ी बुराई है।

• من الابتلاء للداعية أن يكون أهل بيته من أصحاب الكفر أو المعاصي.
• धर्म उपदेशक के लिए यह एक आज़माइश है कि उसके घर वाले कुफ़्र या पाप करने वाले लोगों में से हों।

• العلاقات الأرضية ما لم يصحبها الإيمان، لا تنفع صاحبها إذا نزل العذاب.
• सांसारिक रिश्ते, जब तक ईमान के बंधन से बंधे हों, वे अज़ाब उतरने पर आदमी को कोई लाभ नहीं देते।

• وجوب وفاء الكيل وحرمة التَّطْفِيف.
• पूरा-पूरा नाप-तौलकर देना ज़रूरी है और नाप-तौल में कमी करना हराम है।

وَاتَّقُوا الَّذِیْ خَلَقَكُمْ وَالْجِبِلَّةَ الْاَوَّلِیْنَ ۟ؕ
तथा उस अस्तित्व से भय खाते हुए तक़वा धारण करो, जिसने तुमको तथा पहले के समुदायों को पैदा किया है कि कहीं वह तुमपर अपनी यातना न भेज दे।
Tafsiran larabci:
قَالُوْۤا اِنَّمَاۤ اَنْتَ مِنَ الْمُسَحَّرِیْنَ ۟ۙ
शुऐब की जाति ने शुऐब अलैहिस्सलाम से कहा : तुम तो बस उन लोगों में से हो जिनपर बार-बार जादू किया गया है, यहाँ तक कि जादू तुम्हारे दिमाग पर हावी हो गया है तथा उसे गायब (निष्क्रिय) कर दिया है।
Tafsiran larabci:
وَمَاۤ اَنْتَ اِلَّا بَشَرٌ مِّثْلُنَا وَاِنْ نَّظُنُّكَ لَمِنَ الْكٰذِبِیْنَ ۟ۚ
तथा तू तो हमारे ही जैसा एक साधारण इनसान है। इसलिए तुझे हमपर कोइ श्रेष्ठता प्राप्त नहीं है। फिर तू रसूल कैसे हो सकता है? और तू जो यह रसूल होने का दावा कर रहा है, इसमें हम तुझे झूठा समझते हैं।
Tafsiran larabci:
فَاَسْقِطْ عَلَیْنَا كِسَفًا مِّنَ السَّمَآءِ اِنْ كُنْتَ مِنَ الصّٰدِقِیْنَ ۟ؕ
यदि तू अपने दावे में सच्चा है, तो हमपर आसमान से कोई टुकड़ा गिरा दे।
Tafsiran larabci:
قَالَ رَبِّیْۤ اَعْلَمُ بِمَا تَعْمَلُوْنَ ۟
शुऐब ने उनसे कहा : मेरा रब अधिक जानने वाला है, जो कुछ तुम शिर्क और पाप कर रहे हो, उससे तुम्हारे कर्मों में से कुछ भी छिपा नहीं है।
Tafsiran larabci:
فَكَذَّبُوْهُ فَاَخَذَهُمْ عَذَابُ یَوْمِ الظُّلَّةِ ؕ— اِنَّهٗ كَانَ عَذَابَ یَوْمٍ عَظِیْمٍ ۟
चुनाँचे वे शुऐब अलैहिस्सलाम को झुठलाते रहे, तो उनपर एक बड़ी यातना आ पड़ी।एक भीषण गरमी वाले दिन के बाद, उनपर बादल छा गया, फिर उनपर आग बरसाकर उन्हें जला दिया। निश्चय उनके विनाश का दिन बड़े भय का दिन था।
Tafsiran larabci:
اِنَّ فِیْ ذٰلِكَ لَاٰیَةً ؕ— وَمَا كَانَ اَكْثَرُهُمْ مُّؤْمِنِیْنَ ۟
निश्चय शुऐब अलैहिस्सलाम की जाति के उपर्युक्त विनाश में सीख ग्रहण करने वालों के लिए बड़ी सीख है। और उनमें से अधिकांश लोग ईमान वाले नहीं थे।
Tafsiran larabci:
وَاِنَّ رَبَّكَ لَهُوَ الْعَزِیْزُ الرَّحِیْمُ ۟۠
और निःसंदेह (ऐ रसूल!) आपका पालनहार ही वह प्रभुत्वशाली है, जो अपने दुश्मनों से बदला लेता है, तथा उनमें से तौबा करने वालों पर बहुत दयालु है।
Tafsiran larabci:
وَاِنَّهٗ لَتَنْزِیْلُ رَبِّ الْعٰلَمِیْنَ ۟ؕ
निःसंदेह मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर उतरने वाला यह क़ुरआन सारी सृष्टि के पालनहार की ओर से उतारा गया है।
Tafsiran larabci:
نَزَلَ بِهِ الرُّوْحُ الْاَمِیْنُ ۟ۙ
इसे लेकर जिबरील अमीन अलैहिस्सलाम उतरे हैं।
Tafsiran larabci:
عَلٰی قَلْبِكَ لِتَكُوْنَ مِنَ الْمُنْذِرِیْنَ ۟ۙ
वह इसे लेकर (ऐ रसूल!) आपके दिल पर उतरे हैं, ताकि आप उन रसूलों में से हो जाएँ, जो लोगों को चेतावनी देते हैं और उन्हें अल्लाह की यातना से डराते हैं।
Tafsiran larabci:
بِلِسَانٍ عَرَبِیٍّ مُّبِیْنٍ ۟ؕ
वह इसे शुद्ध एवं स्पष्ट अरबी भाषा में लेकर उतरे हैं।
Tafsiran larabci:
وَاِنَّهٗ لَفِیْ زُبُرِ الْاَوَّلِیْنَ ۟
और इस क़ुरआन का वर्णन पिछले लोगों की किताबों में भी आया है। चुनाँचे इसकी ख़ुशख़बरी पिछली आसमानी किताबों में भी दी गई है।
Tafsiran larabci:
اَوَلَمْ یَكُنْ لَّهُمْ اٰیَةً اَنْ یَّعْلَمَهٗ عُلَمٰٓؤُا بَنِیْۤ اِسْرَآءِیْلَ ۟ؕ
क्या आपको झुठलाने वाले इन लोगों के लिए यह तथ्य आपकी सच्चाई की निशानी नहीं है कि आपपर उतरने वाली किताब की सच्चाई को बनी इसराईल के विद्वान जैसे अब्दुल्लाह बिन सलाम (भी) जानते हैं?
Tafsiran larabci:
وَلَوْ نَزَّلْنٰهُ عَلٰی بَعْضِ الْاَعْجَمِیْنَ ۟ۙ
और यदि हम यह क़ुरआन किसी अजमी (ग़ैर अरब) पर उतार देते, जो अरबी भाषा नहीं बोलता।
Tafsiran larabci:
فَقَرَاَهٗ عَلَیْهِمْ مَّا كَانُوْا بِهٖ مُؤْمِنِیْنَ ۟ؕ
फिर वह इसे उनके सामने पढ़ता, तो भी ये लोग उसपर ईमान लाने वाले न होते; क्योंकि वे कहते : हम इसे नहीं समझते हैं। इसलिए उन्हें अल्लाह का शुक्र अदा करना चाहिए की यह (क़ुरआन) उनकी भाषा (अरबी) में उतरा है।
Tafsiran larabci:
كَذٰلِكَ سَلَكْنٰهُ فِیْ قُلُوْبِ الْمُجْرِمِیْنَ ۟ؕ
इसी प्रकार हमने झुठलाने तथा इनकार की प्रवृति को अपराधियों के दिलों में डाल दिया है।
Tafsiran larabci:
لَا یُؤْمِنُوْنَ بِهٖ حَتّٰی یَرَوُا الْعَذَابَ الْاَلِیْمَ ۟ۙ
वे अपने कुफ़्र से टस से मस नहीं होंगे और ईमान नहीं लाएँगे, यहाँ तक कि वे दर्दनाक यातना देख लें।
Tafsiran larabci:
فَیَاْتِیَهُمْ بَغْتَةً وَّهُمْ لَا یَشْعُرُوْنَ ۟ۙ
सो यह यातना उनपर अचानक आ पड़े, और वे इसके आने से वाक़िफ़ न हों यहाँ तक कि यह अचानक उन्हें धर ले।
Tafsiran larabci:
فَیَقُوْلُوْا هَلْ نَحْنُ مُنْظَرُوْنَ ۟ؕ
फिर वे, जब उनपर अचानक यातना आ जाए, अफ़सोस करते हुए कहें : क्या हम मोहलत दिए जाने वाले हैं ताकि हम अल्लाह के समक्ष तौबा करें?!
Tafsiran larabci:
اَفَبِعَذَابِنَا یَسْتَعْجِلُوْنَ ۟
तो क्या ये काफिर लोग हमारी यातना के लिए जल्दी मचा रहे हैं, यह कहते हुए कि : हम तुझपर कदापि ईमान नहीं लाएँगे, जब तक तू अपने दावे के अनुसार हमपर आसमान का कोई टुकड़ा न गिरा दे।
Tafsiran larabci:
اَفَرَءَیْتَ اِنْ مَّتَّعْنٰهُمْ سِنِیْنَ ۟ۙ
तो (ऐ रसूल!) आप मुझे बताएँ कि यदि हम इन काफिरों को, जो उसपर ईमान लाने से मुँह फेरने वाले हैं जो आप लेकर आए हैं, एक लंबी अवधि के लिए नेमतों से लाभ उठाने का अवसर प्रदान कर दें।
Tafsiran larabci:
ثُمَّ جَآءَهُمْ مَّا كَانُوْا یُوْعَدُوْنَ ۟ۙ
फिर उस अवधि के बाद जिसमें उन्होंने उन नेमतों का लाभ उठाया, वह यातना आ जाए, जिसकी उन्हें धमकी दी जा रही थी।
Tafsiran larabci:
daga cikin fa'idodin Ayoyin wannan shafi:
• كلما تعمَّق المسلم في اللغة العربية، كان أقدر على فهم القرآن.
• मुसलमान जितना अधिक अरबी भाषा में दक्ष होगा, उतना ही वह क़ुरआन को समझने में सक्षम होगा।

• الاحتجاج على المشركين بما عند المُنْصِفين من أهل الكتاب من الإقرار بأن القرآن من عند الله.
• किताब वालों में से न्याय-प्रिय लोगों के पास जो इस तथ्य का इक़रार (स्वीकृति) पाया जाता है कि क़ुरआन अल्लाह की किताब है, उसे मुश्रिकों के विरुद्ध तर्क बनाना।

• ما يناله الكفار من نعم الدنيا استدراج لا كرامة.
• काफ़िरों को इस संसार में जो नेमतें मिलती हैं, वह ढील है, सम्मान नहीं।

مَاۤ اَغْنٰی عَنْهُمْ مَّا كَانُوْا یُمَتَّعُوْنَ ۟ؕ
तो इस दुनिया में उनके पास जो नेमतें थी, उनके क्या काम आएँगी?! क्योंकि वे सारी नेमतें समाप्त हो गईं और कुछ लाभ न दे सकीं।
Tafsiran larabci:
وَمَاۤ اَهْلَكْنَا مِنْ قَرْیَةٍ اِلَّا لَهَا مُنْذِرُوْنَ ۟
हमने (पिछले समुदायों में से) किसी भी समुदाय को विनष्ट नहीं किया, परंतु इसके बाद कि रसूलों को भेजकर और किताबें उतारकर उनके लिए बहाना का रास्ता बंद कर दिया।
Tafsiran larabci:
ذِكْرٰی ۛ۫— وَمَا كُنَّا ظٰلِمِیْنَ ۟
उन्हें नसीहत करने और याद दिलाने के लिए। तथा रसूलों को भेजकर और किताबें उतारकर उनके लिए बहाना का रास्ता बंद करने के बाद, हम उन्हें यातना देकर अन्याय नहीं कर रहे थे।
Tafsiran larabci:
وَمَا تَنَزَّلَتْ بِهِ الشَّیٰطِیْنُ ۟ۚ
इस क़ुरआन को रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के दिल पर, शैतान लेकर नहीं उतरे।
Tafsiran larabci:
وَمَا یَنْۢبَغِیْ لَهُمْ وَمَا یَسْتَطِیْعُوْنَ ۟ؕ
और इसे लेकर आपके दिल पर उतरना उनके योग्य नहीं है, और न वे ऐसा कर सकते हैं।
Tafsiran larabci:
اِنَّهُمْ عَنِ السَّمْعِ لَمَعْزُوْلُوْنَ ۟ؕ
वे ऐसा नहीं कर सकते, क्योंकि वे आकाश में उसके स्थान से अलग कर दिए गए हैं, तो वे उस तक कैसे पहुँच सकते हैं और उसे लेकर कैसे उतर सकते हैं?!
Tafsiran larabci:
فَلَا تَدْعُ مَعَ اللّٰهِ اِلٰهًا اٰخَرَ فَتَكُوْنَ مِنَ الْمُعَذَّبِیْنَ ۟ۚ
अतः आप अल्लाह के साथ किसी अन्य पूज्य की इबादत न करें जिसे आप उसके साथ साझी बना लें। नहीं तो उसके कारण, आप भी यातना दिए जाने वालों में से हो जाएँगे।
Tafsiran larabci:
وَاَنْذِرْ عَشِیْرَتَكَ الْاَقْرَبِیْنَ ۟ۙ
और (ऐ रसूल!) आप अपने समुदाय में से निकटतम फिर निकटतर लोगों को सावधान करें, ताकि अगर वे शिर्क पर क़ायम रहें तो अल्लाह की यातना से पीड़ित न हों।
Tafsiran larabci:
وَاخْفِضْ جَنَاحَكَ لِمَنِ اتَّبَعَكَ مِنَ الْمُؤْمِنِیْنَ ۟ۚ
तथा ईमान वालों में से जो आपका अनुसरण करें, उनपर दया एवं नरमी करते हुए उनके साथ विनम्रता का व्यवहार करें।
Tafsiran larabci:
فَاِنْ عَصَوْكَ فَقُلْ اِنِّیْ بَرِیْٓءٌ مِّمَّا تَعْمَلُوْنَ ۟ۚ
फिर यदि वे आपकी अवज्ञा करें और उसको न मानें जो आपने उन्हें अल्लाह को एकमात्र पूज्य मानने और उसकी आज्ञा का पालन करने का आदेश दिया है, तो आप उनसे कह दें : तुम जो शिर्क और पाप करते हो, मैं उससे बिलकुल अलग-थलग हूँ।
Tafsiran larabci:
وَتَوَكَّلْ عَلَی الْعَزِیْزِ الرَّحِیْمِ ۟ۙ
तथा आप अपने सभी मामलों में उस प्रभुत्वशाली पर भरोसा करें, जो अपने दुश्मनों से बदला लेता है, तथा वह उनमें से तौबा करने वाले पर बहुत दया करने वाला है।
Tafsiran larabci:
الَّذِیْ یَرٰىكَ حِیْنَ تَقُوْمُ ۟ۙ
जो पवित्र अल्लाह आपको उस समय देखता है, जब आप नमाज़ के लिए खड़े होते हैं।
Tafsiran larabci:
وَتَقَلُّبَكَ فِی السّٰجِدِیْنَ ۟
तथा वह पवित्र अल्लाह नमाज़ियों में आपके एक हाल से दूसरे हाल में जाने को भी देखता है। उससे आपका तथा आपके सिवा अन्य लोगों का कोई काम छिपा नहीं है।
Tafsiran larabci:
اِنَّهٗ هُوَ السَّمِیْعُ الْعَلِیْمُ ۟
आप अपनी नमाज़ में जो क़ुरआन और दुआएँ पढ़ते हैं, वह उसे सुनने वाला और आपकी नीयत को भली-भाँति जानने वाला है।
Tafsiran larabci:
هَلْ اُنَبِّئُكُمْ عَلٰی مَنْ تَنَزَّلُ الشَّیٰطِیْنُ ۟ؕ
क्या मैं तुम्हें बताऊँ कि शैतान, जिनके बारे में तुम्हारा दावा है कि इस क़ुरआन को लेकर उतरे हैं, किस पर उतरते हैं?
Tafsiran larabci:
تَنَزَّلُ عَلٰی كُلِّ اَفَّاكٍ اَثِیْمٍ ۟ۙ
शैतान हर झूठ बोलने वाले, बहुत पाप और अवज्ञा करने वाले काहिन पर उतरते हैं।
Tafsiran larabci:
یُّلْقُوْنَ السَّمْعَ وَاَكْثَرُهُمْ كٰذِبُوْنَ ۟ؕ
शैतान चोरी से फ़रिश्तों की बातें सुन लेते हैं, फिर अपने काहिन मित्रों तक उन्हें पहुँचा देते हैं। और अधिकांश काहिन झूठे होते हैं। यदि उनकी कोई एक बात सत्य होती है, तो उसके साथ सौ झूठ मिला देते हैं।
Tafsiran larabci:
وَالشُّعَرَآءُ یَتَّبِعُهُمُ الْغَاوٗنَ ۟ؕ
और कवि लोग जिनके बारे में तुम्हारा दावा है कि मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम उन्हीं में से हैं, उनका अनुसरण तो केवल वे लोग करते हैं जो मार्गदर्शन और धार्मिकता के मार्ग से भटके हुए हैं, जो उनके कहे हुए काव्य का वर्णन करते हैं।
Tafsiran larabci:
اَلَمْ تَرَ اَنَّهُمْ فِیْ كُلِّ وَادٍ یَّهِیْمُوْنَ ۟ۙ
और क्या (ऐ रसूल!) आपने नहीं देखा कि उनकी गुमराही की निशानियों में से एक यह है कि वे हर वादी में भटकते फिरते हैं। कभी प्रशंसा की वादी में सिर मारते हैं, तो कभी निंदा की वादी में, और कभी इन दोनों के अलावा किसी और वादी में।
Tafsiran larabci:
وَاَنَّهُمْ یَقُوْلُوْنَ مَا لَا یَفْعَلُوْنَ ۟ۙ
और यह कि वे झूठ बोलते हैं। चुनाँचे वे कहते हैं : हमने यह किया है, जबकि उन्होंने उसे नहीं किया होता है।
Tafsiran larabci:
اِلَّا الَّذِیْنَ اٰمَنُوْا وَعَمِلُوا الصّٰلِحٰتِ وَذَكَرُوا اللّٰهَ كَثِیْرًا وَّانْتَصَرُوْا مِنْ بَعْدِ مَا ظُلِمُوْا ؕ— وَسَیَعْلَمُ الَّذِیْنَ ظَلَمُوْۤا اَیَّ مُنْقَلَبٍ یَّنْقَلِبُوْنَ ۟۠
सिवाय उन कवियों के, जो ईमान लाए और नेक कर्म किए, और अल्लाह को बहुत याद किया, तथा अपने शत्रुओं से उनके अत्याचार से पीड़ित होने के बाद बदला लिया, जैसे हस्सान बिन साबित रज़ियल्लाहु अन्हु l और शीघ्र ही वे लोग जान लेंगे, जिन्होंने अल्लाह के साथ शिर्क करके तथा उसके बंदों पर ज़्यादती करके अत्याचार किया, कि वे लौटने की कौन-सी जगह लौटकर जाएँगे। वे एक विकट स्थिति और सटीक हिसाब-किताब की ओर पलटकर जाएँगे।
Tafsiran larabci:
daga cikin fa'idodin Ayoyin wannan shafi:
• إثبات العدل لله، ونفي الظلم عنه.
• अल्लाह के लिए 'न्याय' साबित करना, तथा उससे 'अत्याचार' का खंडन करना।

• تنزيه القرآن عن قرب الشياطين منه.
• क़ुरआन को शैतान के उसके क़रीब भी फटकने से पवित्र क़रार देना।

• أهمية اللين والرفق للدعاة إلى الله.
• अल्लाह की ओर बुलाने वालों के लिए कोमलता और नम्रता का महत्व।

• الشعر حَسَنُهُ حَسَن، وقبيحه قبيح.
• अच्छा काव्य، अच्छा है और बुरा काव्य, बुरा है।

 
Fassarar Ma'anoni Sura: Suratu Al'shu'araa
Teburin Jerin Sunayen Surori Lambar shafi
 
Fassarar Ma'anonin Alqura'ni - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Teburin Bayani kan wasu Fassarori

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

Rufewa