Fassarar Ma'anonin Alqura'ni - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Teburin Bayani kan wasu Fassarori


Fassarar Ma'anoni Aya: (37) Sura: Suratu Al'kamar
وَلَقَدْ رَاوَدُوْهُ عَنْ ضَیْفِهٖ فَطَمَسْنَاۤ اَعْیُنَهُمْ فَذُوْقُوْا عَذَابِیْ وَنُذُرِ ۟
लूत अलैहिस्सलाम को उनकी जाति के लोगों ने बहकाना चाहा कि वह उन्हें और अपने मेहमान फ़रिश्तों को अनैतिक काम करने के मक़सद से अलग कर दें। तो हमने उनकी आँखों को मिटा दिया, सो उन्होंने उन्हें नहीं देखा। और हमने उनसे कहा : मेरी यातना का स्वाद तथा मेरे डराने का परिणाम चखो।
Tafsiran larabci:
daga cikin fa'idodin Ayoyin wannan shafi:
• شمول العذاب للمباشر للجريمة والمُتَمالئ معه عليها.
• यातना का, प्रत्यक्ष रूप से अपराध करने वाले के साथ-साथ उसमें उसका सहयोग करने वाले को भी शामिल होना।

• شُكْر الله على نعمه سبب السلامة من العذاب.
• अल्लाह का उसकी नेमतों पर शुक्रिया अदा करना यातना से सुरक्षा का कारण है।

• إخبار القرآن بهزيمة المشركين يوم بدر قبل وقوعها من الإخبار بالغيب الدال على صدق القرآن.
• क़ुरआन का बद्र के दिन बहुदेववादियों की हार के बारे में उसके घटित होने से पहले ही सूचना देना, परोक्ष की सूचना देने के अध्याय से है, जो क़ुरआन की सत्यता को इंगित करता है।

• وجوب الإيمان بالقدر.
• तक़दीर पर ईमान लाना ज़रूरी है।

 
Fassarar Ma'anoni Aya: (37) Sura: Suratu Al'kamar
Teburin Jerin Sunayen Surori Lambar shafi
 
Fassarar Ma'anonin Alqura'ni - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Teburin Bayani kan wasu Fassarori

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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