Kur'an-ı Kerim meal tercümesi - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Mealler fihristi


Anlam tercümesi Ayet: (159) Sure: Sûratu'l-Bakarah
اِنَّ الَّذِیْنَ یَكْتُمُوْنَ مَاۤ اَنْزَلْنَا مِنَ الْبَیِّنٰتِ وَالْهُدٰی مِنْ بَعْدِ مَا بَیَّنّٰهُ لِلنَّاسِ فِی الْكِتٰبِ ۙ— اُولٰٓىِٕكَ یَلْعَنُهُمُ اللّٰهُ وَیَلْعَنُهُمُ اللّٰعِنُوْنَ ۟ۙ
यहूदियों, ईसाइयों और अन्य लोगों में से जो लोग नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम और आपके लाए हुए संदेश की सच्चाई को दर्शाने वाले स्पष्ट प्रमाणों को छिपाते हैं, इसके बाद कि हमने उन्हें उनकी किताबों में लोगों के लिए खोलकर बयान कर दिया है; वे ऐसे लोग हैं जिन्हें अल्लाह अपनी दया से निष्कासित कर देता है। साथ ही फ़रिश्ते, नबी गण और सभी लोग यह दुआ करते हैं कि अल्लाह उन्हें अपनी रहमत से निष्कासित कर दे।
Arapça tefsirler:
Bu sayfadaki ayetlerin faydaları:
• الابتلاء سُنَّة الله تعالى في عباده، وقد وعد الصابرين على ذلك بأعظم الجزاء وأكرم المنازل.
• आज़माइश अल्लाह की उसके बंदों के बारे में हमेशा की नीति रही है। तथा उसने उसपर धैर्य रखने वालों से सबसे बड़े बदले और सबसे सम्मानजनक घरों का वादा किया है।

• مشروعية السعي بين الصفا والمروة لمن حج البيت أو اعتمر.
• खाना काबा का हज्ज अथवा उम्रा करने वाले के लिए सफ़ा और मरवा के बीच दौड़ने की वैधता।

• من أعظم الآثام وأشدها عقوبة كتمان الحق الذي أنزله الله، والتلبيس على الناس، وإضلالهم عن الهدى الذي جاءت به الرسل.
• सबसे बड़ा और सबसे गंभीर दंड वाला पाप अल्लाह के उतारे हुए सत्य को छिपाना, लोगों को धोखे में रखना (भ्रमित करना) और उन्हें उस मार्गदर्शन से भटकाना है जो रसूल लाए थे।

 
Anlam tercümesi Ayet: (159) Sure: Sûratu'l-Bakarah
Surelerin fihristi Sayfa numarası
 
Kur'an-ı Kerim meal tercümesi - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Mealler fihristi

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

Kapat