Kur'an-ı Kerim meal tercümesi - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Mealler fihristi


Anlam tercümesi Ayet: (128) Sure: Sûratu's-Saffât
اِلَّا عِبَادَ اللّٰهِ الْمُخْلَصِیْنَ ۟
परंतु उनकी जाति में से जो व्यक्ति मोमिन और अल्लाह की इबादत में इख़्लास (निष्ठा) से काम लेने वाला है; तो वह यातना में उपस्थित किए जाने से मुक्ति पाने वाला है।
Arapça tefsirler:
Bu sayfadaki ayetlerin faydaları:
• سُنَّة الله التي لا تتبدل ولا تتغير: إنجاء المؤمنين وإهلاك الكافرين.
• अल्लाह का अटल नियम जिसमें कोई परिवर्तन नहीं होता : मोमिनों का उद्धार और काफ़िरों का विनाश है।

• ضرورة العظة والاعتبار بمصير الذين كذبوا الرسل حتى لا يحل بهم ما حل بغيرهم.
• उन लोगों के अंजाम से उपदेश ग्रहण करने और सीख लेने की आवश्यकता, जिन्होंने रसूलों को झुठलाया, ताकि उनके साथ वह न घटित हो जो दूसरों के साथ हुआ।

• جواز القُرْعة شرعًا لقوله تعالى: ﴿ فَسَاهَمَ فَكَانَ مِنَ اْلْمُدْحَضِينَ ﴾.
• अल्लाह के कथन : ﴾فَسَاهَمَ فَكَانَ مِنَ اْلْمُدْحَضِينَ﴿ के आधार पर, शरीयत की दृष्टि से क़ुर'आ-अंदाज़ी की वैधता।

 
Anlam tercümesi Ayet: (128) Sure: Sûratu's-Saffât
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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