قۇرئان كەرىم مەنىلىرىنىڭ تەرجىمىسى - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - تەرجىمىلەر مۇندەرىجىسى


مەنالار تەرجىمىسى ئايەت: (38) سۈرە: سۈرە ئەھزاب
مَا كَانَ عَلَی النَّبِیِّ مِنْ حَرَجٍ فِیْمَا فَرَضَ اللّٰهُ لَهٗ ؕ— سُنَّةَ اللّٰهِ فِی الَّذِیْنَ خَلَوْا مِنْ قَبْلُ ؕ— وَكَانَ اَمْرُ اللّٰهِ قَدَرًا مَّقْدُوْرَا ۟ؗۙ
नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर उस चीज़ में कोई गुनाह या तंगी नहीं है, जो अल्लाह ने उनके लिए अपने दत्तक पुत्र की पत्नी से विवाह करना वैध कर दिया है। वह इस विषय में अपने पूर्व नबियों की सुन्नत (तरीक़े) का पालन कर रहे हैं। इसलिए वह इस मामले में कोई अनोखे रसूल नहीं हैं। तथा अल्लाह जो निर्णय कर देता है (जैसे कि इस शादी के पूरा होने और गोद लेने की प्रथा को अमान्य घोषित करने और इसमें नबी की कोई राय या पसंद न होने का) वह पूरा होकर रहता है, उसे कोई टाल नहीं सकता।
ئەرەپچە تەپسىرلەر:
بۇ بەتتىكى ئايەتلەردىن ئېلىنغان مەزمۇنلار:
• وجوب استسلام المؤمن لحكم الله والانقياد له.
• ईमान वाले के लिए अल्लाह की आज्ञा के सामने आत्मसमर्पण करना और उसके अधीन होना अनिवार्य है।

• اطلاع الله على ما في النفوس.
• अल्लाह दिलों की बातों से अवगत है।

• من مناقب أم المؤمنين زينب بنت جحش: أنْ زوّجها الله من فوق سبع سماوات.
• मोमिनों की माँ ज़ैनब बिन्ते जह़श रज़ियल्लाहु अन्हा की विशेषताओं में से एक यह है कि अल्लाह ने उनका विवाह सात आकाशों के ऊपर से किया।

• فضل ذكر الله، خاصة وقت الصباح والمساء.
• अल्लाह को याद करने की फ़ज़ीलत, विशेष रूप से सुबह और शाम के समय।

 
مەنالار تەرجىمىسى ئايەت: (38) سۈرە: سۈرە ئەھزاب
سۈرە مۇندەرىجىسى بەت نومۇرى
 
قۇرئان كەرىم مەنىلىرىنىڭ تەرجىمىسى - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - تەرجىمىلەر مۇندەرىجىسى

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

تاقاش