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ترجمة معاني سورة: الإخلاص   آية:

سورة الإخلاص - सूरा अल-इख़्लास

من مقاصد السورة:
تفرد الله بالألوهية والكمال وتنزهه عن الولد والوالد والنظير.
अल्लाह का पूज्यता और पूर्णता में अद्वितीय होना तथा संतान, माता-पिता और समकक्ष से पवित्र होना।

قُلْ هُوَ اللّٰهُ اَحَدٌ ۟ۚ
(ऐ रसूल!) आप कह दें : वह अल्लाह पूज्यता में अकेला है, उसके अलावा कोई पूज्य नहीं है।
التفاسير العربية:
اَللّٰهُ الصَّمَدُ ۟ۚ
अल्लाह वह सरदार है, जिसपर पूर्णता और सुंदरता के गुणों में सरदारी का अंत है, जिसके सामने सभी प्राणी अपनी ज़रूरतें रखती हैं।
التفاسير العربية:
لَمْ یَلِدْ ۙ۬— وَلَمْ یُوْلَدْ ۟ۙ
जिसने न किसी को जन्म दिया और न उसे किसी ने जन्म दिया। अतः अल्लाह की न कोई संतान है और न पिता।
التفاسير العربية:
وَلَمْ یَكُنْ لَّهٗ كُفُوًا اَحَدٌ ۟۠
और उसकी मख़लूक़ में कोई भी उसके समान नहीं है।
التفاسير العربية:
من فوائد الآيات في هذه الصفحة:
• إثبات صفات الكمال لله، ونفي صفات النقص عنه.
• अल्लाह के लिए पूर्णता के गुणों को साबित करना, और उसे अपूर्णता के गुणों से पवित्र ठहराना।

• ثبوت السحر، ووسيلة العلاج منه.
• जादू का सबूत और उससे इलाज का साधन।

• علاج الوسوسة يكون بذكر الله والتعوذ من الشيطان.
• वसवसा का इलाज, अल्लाह के ज़िक्र और शैतान से पनाह माँगने के द्वारा है।

 
ترجمة معاني سورة: الإخلاص
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