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ترجمة معاني آية: (1) سورة: الفتح

سورة الفتح - सूरा अल्-फ़त्ह़

من مقاصد السورة:
تبشير النبي والمؤمنين بالفتح والتمكين.
पैगंबर और मोमिनों को विजय और सशक्तिकरण की शुभ सूचना देना।

اِنَّا فَتَحْنَا لَكَ فَتْحًا مُّبِیْنًا ۟ۙ
निःसंदेह हमने (ऐ रसूल!) आपको हुदैबियह की संधि के रूप में एक स्पष्ट विजय प्रदान की है।
التفاسير العربية:
من فوائد الآيات في هذه الصفحة:
• صلح الحديبية بداية فتح عظيم على الإسلام والمسلمين.
• हुदैबियह की संधि इस्लाम और मुसलमानों की एक महान विजय की शुरुआत है।

• السكينة أثر من آثار الإيمان تبعث على الطمأنينة والثبات.
• 'सकीनत' (सुकून एवं शांति) ईमान का एक प्रभाव है, जिससे संतोष और स्थिरता आती है।

• خطر ظن السوء بالله، فإن الله يعامل الناس حسب ظنهم به سبحانه.
• अल्लाह के बारे में बुरा गुमान रखने का खतरा, क्योंकि अल्लाह लोगों के साथ वैसा ही व्यवहार करता है जैसा वे उसके बारे में सोचते हैं।

• وجوب تعظيم وتوقير رسول الله صلى الله عليه وسلم.
• अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का सम्मान और आदर करना ज़रूरी है।

 
ترجمة معاني آية: (1) سورة: الفتح
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