আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (21) ছুৰা: ছুৰা ইউনুছ
وَاِذَاۤ اَذَقْنَا النَّاسَ رَحْمَةً مِّنْ بَعْدِ ضَرَّآءَ مَسَّتْهُمْ اِذَا لَهُمْ مَّكْرٌ فِیْۤ اٰیَاتِنَا ؕ— قُلِ اللّٰهُ اَسْرَعُ مَكْرًا ؕ— اِنَّ رُسُلَنَا یَكْتُبُوْنَ مَا تَمْكُرُوْنَ ۟
और जब हम बहुदेववादियों को उनके अकाल और दुखों से पीड़ित होने के पश्चात् बारिश एवं हरियाली का स्वाद चखाते हैं, तो वे हमारी निशानियों का मखौल उड़ाते और उन्हें झुठलाते हैं। (ऐ पैगंबर!) आप इन बहुदेववादियों से कह दें : अल्लाह का उपाय सबसे तीव्र है और वह तुम्हें ढील देने और सज़ा देने में अधिक तेज़ है। निःसंदेह संरक्षक फ़रिश्ते तुम्हारी चालबाज़ियों को लिख रहे हैं। उनसे कोई चीज़ नहीं छूटती है। तो फिर उनके पैदा करने वाले (अल्लाह) से कैसे छूट सकती है?! तथा अल्लाह तुम्हें तुम्हारी चालबाज़ी का बदला देगा।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
এই পৃষ্ঠাৰ আয়াতসমূহৰ পৰা সংগৃহীত কিছুমান উপকাৰী তথ্য:
• الله أسرع مكرًا بمن مكر بعباده المؤمنين.
• जो लोग अल्लाह के मोमिन बंदों के साथ चालबाज़ी करते हैं, उनके साथ अल्लाह का उपाय अधिक तेज़ है।

• بغي الإنسان عائد على نفسه ولا يضر إلا نفسه.
• इनसान की सरकशी स्वयं उसी पर लौटने वाली है और वह केवल अपना नुक़सान करता है।

• بيان حقيقة الدنيا في سرعة انقضائها وزوالها، وما فيها من النعيم فهو فانٍ.
• दुनिया की इस वास्तविकता का वर्णन कि वह बहुत जल्द समाप्त और ख़त्म हो जाने वाली है और उसमें जो आनंद है, वह नश्वर है।

• الجنة هي مستقر المؤمن؛ لما فيها من النعيم والسلامة من المصائب والهموم.
• मोमिन का ठिकाना जन्नत है; क्योंकि उसमें आनंद तथा विपत्तियों और चिंताओं से सुरक्षा है।

 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (21) ছুৰা: ছুৰা ইউনুছ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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