আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ ছুৰা: ছুৰা আন-নাচৰ   আয়াত:

सूरा अन्-नस्र

ছুৰাৰ উদ্দেশ্য:
بشارة النبي صلى الله عليه وسلم بالنصر وختام الرسالة.
नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को विजय और रिसालत (पैग़ंबरी) की समाप्ति की खुशख़बरी देना।

اِذَا جَآءَ نَصْرُ اللّٰهِ وَالْفَتْحُ ۟ۙ
(ऐ रसूल) जब आपके दीन के लिए अल्लाह की मदद आ जाए, और मक्का विजय हो जाए।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
وَرَاَیْتَ النَّاسَ یَدْخُلُوْنَ فِیْ دِیْنِ اللّٰهِ اَفْوَاجًا ۟ۙ
और आप देखें कि लोग इस्लाम में समूह दर समूह प्रवेश कर रहे हैं।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
فَسَبِّحْ بِحَمْدِ رَبِّكَ وَاسْتَغْفِرْهُ ؔؕ— اِنَّهٗ كَانَ تَوَّابًا ۟۠
तो जान लें कि यह उस मिशन की समाप्ति के क़रीब होने का संकेत है, जिसके साथ आप भेजे गए थे। अतः आप मदद और विजय की नेमत पर आभार प्रकट करते हुए, अपने पालनहार की पवित्रता और महिमा का गुणगान करें, और उससे क्षमा याचना करें। निश्चय वह बहुत तौबा क़बूल करने वाला है, अपने बंदों की तौबा क़बूल करता और उन्हें क्षमा कर देता है।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
এই পৃষ্ঠাৰ আয়াতসমূহৰ পৰা সংগৃহীত কিছুমান উপকাৰী তথ্য:
• المفاصلة مع الكفار.
• काफ़िरों से अलगाव।

• مقابلة النعم بالشكر.
• नेमतों के प्रति आभार प्रकट करना।

• سورة المسد من دلائل النبوة؛ لأنها حكمت على أبي لهب بالموت كافرًا ومات بعد عشر سنين على ذلك.
• 'सूरतुल-मसद' नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के ईशदूतत्व (पैगंबरी) की निशानियों में से है, क्योंकि इसने अबू लहब के काफ़िर होने की अवस्था में मरने की सूचना दी, और उसकी दस साल बाद उसी अवस्था में मृत्यु हुई।

• صِحَّة أنكحة الكفار.
• काफ़िरों के निकाह का सही (मान्य) होना।

 
অৰ্থানুবাদ ছুৰা: ছুৰা আন-নাচৰ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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