আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (29) ছুৰা: ছুৰা আলে ইমৰাণ
قُلْ اِنْ تُخْفُوْا مَا فِیْ صُدُوْرِكُمْ اَوْ تُبْدُوْهُ یَعْلَمْهُ اللّٰهُ ؕ— وَیَعْلَمُ مَا فِی السَّمٰوٰتِ وَمَا فِی الْاَرْضِ ؕ— وَاللّٰهُ عَلٰی كُلِّ شَیْءٍ قَدِیْرٌ ۟
(ऐ नबी!) आप कह दें : यदि तुम उस चीज़ को अपने सीनों में छिपाओ जिससे अल्लाह ने तुम्हें मना किया है, जैसे काफिरों से दोस्ती करना, या उसे ज़ाहिर करो, अल्लाह उसे जनता है और उसमें से कुछ भी उससे छिपा नहीं है। वह आकाशों और धरती की सारी चीज़ों को जानता है। और अल्लाह हर चीज़ को करने में सक्षम है, उसे कोई चीज़ विवश नहीं कर सकती।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
এই পৃষ্ঠাৰ আয়াতসমূহৰ পৰা সংগৃহীত কিছুমান উপকাৰী তথ্য:
• أن التوفيق والهداية من الله تعالى، والعلم - وإن كثر وبلغ صاحبه أعلى المراتب - إن لم يصاحبه توفيق الله لم ينتفع به المرء.
• तौफ़ीक़ (किसी चीज़ का सामर्थ्य प्रदान करना) और मार्गदर्शन अल्लाह की ओर से है। तथा ज्ञान - चाहे वह कितना भी अधिक हो और आदमी उसके उच्चतम पद पर पहुँच जाए - यदि उसके साथ अल्लाह की तौफ़ीक़ न हो, तो आदमी उससे लाभ नहीं उठा सकता।

• أن الملك لله تعالى، فهو المعطي المانع، المعز المذل، بيده الخير كله، وإليه يرجع الأمر كله، فلا يُسأل أحد سواه.
• सारा राज्य अल्लाह ही का है। चुनाँचे वही देने वाला और वही रोकने वाला है, वही सम्मान देने वाला और वही अपमानित करने वाला है। उसी के हाथ में सारी भलाई है और उसी की ओर सारे मामले लौटते हैं। अतः उसके अलावा किसी से नहीं माँगा जाएगा।

• خطورة تولي الكافرين، حيث توعَّد الله فاعله بالبراءة منه وبالحساب يوم القيامة.
• काफ़िरों से दोस्ती रखने का ख़तरा, क्योंकि अल्लाह ने ऐसा करने वाले को उससे बरी होने और क़ियामत के दिन हिसाब लेने की धमकी दी है।

 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (29) ছুৰা: ছুৰা আলে ইমৰাণ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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