আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (24) ছুৰা: ছুৰা আল-ফাতাহ
وَهُوَ الَّذِیْ كَفَّ اَیْدِیَهُمْ عَنْكُمْ وَاَیْدِیَكُمْ عَنْهُمْ بِبَطْنِ مَكَّةَ مِنْ بَعْدِ اَنْ اَظْفَرَكُمْ عَلَیْهِمْ ؕ— وَكَانَ اللّٰهُ بِمَا تَعْمَلُوْنَ بَصِیْرًا ۟
और वही है जिसने बहुदेववादियों के हाथों को तुमसे रोक दिया, जब उनमें से लगभग अस्सी आदमी हुदैबियह में तुम्हें नुकसान पहुँचाने के लिए आए। तथा उसने तुम्हारे हाथों को उनसे रोक दिया। अतः तुमने न तो उन्हें क़त्ल किया और न ही उन्हें नुकसान पहुँचाया। बल्कि उन्हें बंदी बनाने में सक्षम बनाए जाने के बाद भी तुमने उन्हें रिहा कर दिया। और जो कुछ तुम करते हो, अल्लाह उसे हमेशा से खूब देखने वाला है, तुम्हारे कर्मों में से कुछ भी उससे छिपा नहीं है।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
এই পৃষ্ঠাৰ আয়াতসমূহৰ পৰা সংগৃহীত কিছুমান উপকাৰী তথ্য:
• الصد عن سبيل الله جريمة يستحق أصحابها العذاب الأليم.
• अल्लाह के मार्ग से रोकना एक ऐसा अपराध है, जिसका इरतिकाब करने वाले दर्दनाक सजा के पात्र हैं।

• تدبير الله لمصالح عباده فوق مستوى علمهم المحدود.
• अल्लाह का अपने बंदों के हितों का प्रबंधन उनके सीमित ज्ञान के स्तर से ऊपर है।

• التحذير من استبدال رابطة الدين بحمية النسب أو الجاهلية.
• धर्म (इस्लाम) के बंधन को वंश या जाहिलिय्यत के गौरव से बदलने के खिलाफ चेतावनी।

• ظهور دين الإسلام سُنَّة ووعد إلهي تحقق.
• इस्लाम धर्म का प्रभुत्व अल्लाह की सुन्नत और एक ईश्वरीय वादा है, जो पूरा हुआ।

 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (24) ছুৰা: ছুৰা আল-ফাতাহ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

বন্ধ