আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (113) ছুৰা: ছুৰা আল-মায়িদাহ
قَالُوْا نُرِیْدُ اَنْ نَّاْكُلَ مِنْهَا وَتَطْمَىِٕنَّ قُلُوْبُنَا وَنَعْلَمَ اَنْ قَدْ صَدَقْتَنَا وَنَكُوْنَ عَلَیْهَا مِنَ الشّٰهِدِیْنَ ۟
हवारियों ने ईसा से कहा : हम चाहते हैं कि इस दस्तर-ख़्वान से खाएँ, और हमारे दिल अल्लाह की शक्ति की पूर्णता से और इस बात से आश्वस्त हो जाएँ कि आप उसके रसूल हैं, तथा हम निश्चित रूप से जान लें कि आप अल्लाह के पास से जो कुछ लेकर आए हैं, उसमें आपने हमसे सच्च कहा है, और हम उन लोगों के लिए इस बात के साक्षी बन जाएँ, जो यहाँ मौजूद नहीं हैं।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
এই পৃষ্ঠাৰ আয়াতসমূহৰ পৰা সংগৃহীত কিছুমান উপকাৰী তথ্য:
• إثبات جمع الله للخلق يوم القيامة جليلهم وحقيرهم.
• इस बात का प्रमाण कि अल्लाह क़ियामत के दिन सारी सृष्टि को एकत्र करेगा, सम्मानित हो या नीच।

• إثبات بشرية المسيح عليه السلام وإثبات آياته الحسية من إحياء الموتى وإبراء الأكمه والأبرص التي أجراها الله على يديه.
• मसीह अलैहिस्सलाम के मनुष्य होने को साबित करना, तथा मृतकों को पुनर्जीवित करने और अंधों और कोढ़ियों को चंगा करने जैसी उनकी भौतिक निशानियों (चमत्कारों) को साबित करना, जिन्हें अल्लाह ने उनके हाथों पर प्रकट किए।

• بيان أن آيات الأنبياء تهدف لتثبيت الأتباع وإفحام المخالفين، وأنها ليست من تلقاء أنفسهم، بل تأتي بإذن الله تعالى.
• इस बात का वर्णन कि नबियों की निशानियों का उद्देश्य अनुयायियों को सुदृढ़ करना तथा विरोधियों को निरुत्तर करना होता है, और यह कि वे स्वयं उनकी ओर से नहीं होती हैं, बल्कि अल्लाह सर्वशक्तिमान की अनुमति से आती हैं।

 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (113) ছুৰা: ছুৰা আল-মায়িদাহ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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