আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ ছুৰা: ছুৰা আল-গাশ্বিয়াহ   আয়াত:

सूरा अल्-ग़ाशिया

ছুৰাৰ উদ্দেশ্য:
التذكير بالآخرة وما فيها من الثواب والعقاب، والنظر في براهين قدرة الله.
आख़िरत और उसमें पाए जाने वाले प्रतिफल और दंड की याद दिलाना, तथा अल्लाह की शक्ति के प्रमाणों पर ग़ौर करना।

هَلْ اَتٰىكَ حَدِیْثُ الْغَاشِیَةِ ۟ؕ
क्या (ऐ रसूल) आपके पास उस क़ियामत की ख़बर पहुँची, जिसकी भयावहता लोगों को घेर लेगी?!
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
وُجُوْهٌ یَّوْمَىِٕذٍ خَاشِعَةٌ ۟ۙ
क़ियामत के दिन लोग या तो दुर्भाग्यशाली होंगे और या तो सौभाग्यशाली। चुनाँचे दुर्भाग्यशाली लोगों के चेहरे अपमानित और झुके हुए होंगे।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
عَامِلَةٌ نَّاصِبَةٌ ۟ۙ
वे जिन ज़ंजीरों में बाँधकर खींचे जाएँगे और जिन बेड़ियों में जकड़े हुए होंगे, उनके कारण थके-हारे होंगे।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
تَصْلٰی نَارًا حَامِیَةً ۟ۙ
वे चेहरे एक गर्म आग में प्रवेश कर उसकी तपिश झेलेंगे।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
تُسْقٰی مِنْ عَیْنٍ اٰنِیَةٍ ۟ؕ
उन्हें ऐसे चशमे का पानी पिलाया जाएगा, जिसका पानी सख़्त गर्म होगा।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
لَیْسَ لَهُمْ طَعَامٌ اِلَّا مِنْ ضَرِیْعٍ ۟ۙ
उनके लिए शिबरिक़ नामक पौधे के सबसे बुरे और बदबूदार खाने को छोड़कर भोजन करने के लिए कोई खाना नहीं होगा, जो सूखने के बाद ज़हरीला बन जाता है।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
لَّا یُسْمِنُ وَلَا یُغْنِیْ مِنْ جُوْعٍ ۟ؕ
वह न उसके खाने वाले को मोटा करेगा और न उसकी भूख मिटाएगा।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
وُجُوْهٌ یَّوْمَىِٕذٍ نَّاعِمَةٌ ۟ۙ
उस दिन सौभाग्यशाली लोगों के चेहरे, नेमतों के कारण, प्रफुल्लित और हर्षित होंगे।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
لِّسَعْیِهَا رَاضِیَةٌ ۟ۙ
वे दुनिया में अपने किए हुए नेक कार्य पर प्रसन्न होंगे। क्योंकि उन्हें अपने काम का सवाब कई गुना बढ़ाकर सहेजा हुआ मिलेगा।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
فِیْ جَنَّةٍ عَالِیَةٍ ۟ۙ
ऊँचे स्थान एवं उच्च स्थिति वाली जन्नत में होंगे।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
لَّا تَسْمَعُ فِیْهَا لَاغِیَةً ۟ؕ
जन्नत में कोई निषिद्ध बात सुनना तो दूर, कोई व्यर्थ और फालतू बात भी नहीं सुनेंगे।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
فِیْهَا عَیْنٌ جَارِیَةٌ ۟ۘ
इस जन्नत में बहने वाले चश्मे हैं, जिन्हें वे जैसे चाहेंगे बहा और फेर ले जाएँगे।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
فِیْهَا سُرُرٌ مَّرْفُوْعَةٌ ۟ۙ
उसमें ऊँचे-ऊँचे तख्त हैं।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
وَّاَكْوَابٌ مَّوْضُوْعَةٌ ۟ۙ
और पीने के लिए तैयार रखे हुए प्याले हैं।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
وَّنَمَارِقُ مَصْفُوْفَةٌ ۟ۙ
और उसमें क्रम से रखे हुए तकिए हैं।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
وَّزَرَابِیُّ مَبْثُوْثَةٌ ۟ؕ
और उसमें जगह-जगह बिछे हुए बहुत-से क़ालीन हैं।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
اَفَلَا یَنْظُرُوْنَ اِلَی الْاِبِلِ كَیْفَ خُلِقَتْ ۟ۥ
क्या वे ऊँट को ध्यान से नहीं देखते कि अल्लाह ने उसे कैसे पैदा बनाया और उसे आदम की संतान के लिए अधीन कर दिया?!
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
وَاِلَی السَّمَآءِ كَیْفَ رُفِعَتْ ۟ۥ
और आसमान को नहीं देखते कि उसे कैसे ऊँचा किया यहाँ तक कि वह उनके ऊपर एक सुरक्षित छत बन गया, जो उनपर गिरता नहीं है?!
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
وَاِلَی الْجِبَالِ كَیْفَ نُصِبَتْ ۟ۥ
और पहाड़ों को नहीं देखते कि कैसे अल्लाह ने उन्हें गाड़ रखा है और उनके द्वारा धरती को मज़बूत बना रखा है, ताकि लोगों के साथ हिल-डुल न सके।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
وَاِلَی الْاَرْضِ كَیْفَ سُطِحَتْ ۟
और धरती को नहीं देखते कि अल्लाह ने उसे कैसे बिछाया और उसे लोगों के उसपर बसने के लिए तैयार किया?!
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
فَذَكِّرْ ۫— اِنَّمَاۤ اَنْتَ مُذَكِّرٌ ۟ؕ
(ऐ रसूल) आप इन लोगों को नसीहत करें और इन्हें अल्लाह के अज़ाब से डराएँ, क्योंकि आप केवल नसीहत करने वाले हैं। आपको केवल उन्हें नसीहत करने के लिए कहा जाता है। जहाँ तक उन्हें ईमान की तौफ़ीक़ देने की बात है, तो वह केवल अल्लाह के हाथ में है।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
لَسْتَ عَلَیْهِمْ بِمُصَۜیْطِرٍ ۟ۙ
आप उनपर नियुक्त नहीं हैं कि उन्हें ईमान लाने पर मजबूर करें।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
এই পৃষ্ঠাৰ আয়াতসমূহৰ পৰা সংগৃহীত কিছুমান উপকাৰী তথ্য:
• أهمية تطهير النفس من الخبائث الظاهرة والباطنة.
• आत्मा को प्रत्यक्ष एवं छिपी हुई मलिनताओं से पवित्र करने का महत्व।

• الاستدلال بالمخلوقات على وجود الخالق وعظمته.
• सृष्टि के द्वारा स्रष्टा के अस्तित्व और उसकी महानता का प्रमाण प्राप्त करना।

• مهمة الداعية الدعوة، لا حمل الناس على الهداية؛ لأن الهداية بيد الله.
• अल्लाह की ओर बुलाने वाले का काम केवल बुलाना है, लोगों को मार्गदर्शन स्वीकार करने के लिए बाध्य करना नहीं; क्योंकि मार्गदर्शन केवल अल्लाह के हाथ में है।

اِلَّا مَنْ تَوَلّٰی وَكَفَرَ ۟ۙ
परंतु उनमें से जिसने ईमान से मुँह मोड़ लिया और अल्लाह तथा उसके रसूल का इनकार किया।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
فَیُعَذِّبُهُ اللّٰهُ الْعَذَابَ الْاَكْبَرَ ۟ؕ
तो क़ियामत के दिन अल्लाह उसे सबसे बड़ी यातना देगा कि उसे जहन्नम में दाखिल करेगा, जहाँ वह हमेशा रहेगा।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
اِنَّ اِلَیْنَاۤ اِیَابَهُمْ ۟ۙ
निश्चय वे अपनी मृत्यु के बाद अकेले हमारी ही ओर वापस आएँगे।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
ثُمَّ اِنَّ عَلَیْنَا حِسَابَهُمْ ۟۠
फिर अकेले हमारे ही ज़िम्मे उनके कार्यों पर उनका हिसाब लेना है। आपको या आपके सिवा किसी और को इसका अधिकार नहीं है।
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
এই পৃষ্ঠাৰ আয়াতসমূহৰ পৰা সংগৃহীত কিছুমান উপকাৰী তথ্য:
• فضل عشر ذي الحجة على أيام السنة.
• ज़िल-हिज्जा के महीने के (प्रथम) दस दिनों की साल के अन्य दिनों पर श्रेष्ठता।

• ثبوت المجيء لله تعالى يوم القيامة وفق ما يليق به؛ من غير تشبيه ولا تمثيل ولا تعطيل.
• क़ियामत के दिन अल्लाह का अपनी महिमा के योग्य आने का सबूत। लेकिन उसके आने को न किसी के आने के समान कहा जाएगा, न उसका उदाहरण दिया जाएगा और न उसका इनकार किया जाएगा।

• المؤمن إذا ابتلي صبر وإن أعطي شكر.
• मोमिन को जब आज़माया जाता है, तो सब्र करता है और जब नेमत दिया जाता है, तो शुक्रिया अदा करता है।

 
অৰ্থানুবাদ ছুৰা: ছুৰা আল-গাশ্বিয়াহ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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