আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (19) ছুৰা: ছুৰা ইউনুছ
وَمَا كَانَ النَّاسُ اِلَّاۤ اُمَّةً وَّاحِدَةً فَاخْتَلَفُوْا ؕ— وَلَوْلَا كَلِمَةٌ سَبَقَتْ مِنْ رَّبِّكَ لَقُضِیَ بَیْنَهُمْ فِیْمَا فِیْهِ یَخْتَلِفُوْنَ ۟
१९. आणि समस्त लोक एकाच उम्मत (धर्मसमुदाया) चे होते, मग त्यांनी मतभेद निर्माण केले१ आणि जर एक गोष्ट नसती जी तुमच्या पालनकर्त्यातर्फे निर्धारीत केली गेली आहे तर ज्या गोष्टीत हे लोक मतभेद करीत आहेत त्यांचा पूर्णपणे निकाल लावला गेला असता.
(१) अर्थात हा शिर्क (अनेकेश्वरवाद) लोकांनी स्वतः निर्माण केला आहे आणि सुरुवातीला याचे अस्तित्वही नव्हते, समस्त लोक एकाच दीन (धर्मा) च्या मार्गावर अर्थात इस्लामवर होते, ज्यात तौहीद (एकेश्वरवादा) ला विशेष स्थान आहे. पैगंबर हजरत नूह पर्यंत लोक याच तौहीदच्या मार्गावर चालत राहिले, पुढे त्यांच्यात मतभेद झाले परिणामी काही लोकांनी अल्लाहच्या सोबत इतरांनाही उपास्य आराध्य देवता आणि कष्टिनिवारक (मुश्किल कुशा) मानायला सुरुवात केली.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (19) ছুৰা: ছুৰা ইউনুছ
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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

মাৰাঠী ভাষাত আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ। অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী চাহাবে। প্ৰকাশ কৰিছে আল-বিৰ ফাউণ্ডেচন মুম্বাই।

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