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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (35) ছুৰা: আল-হজ্জ
الَّذِیْنَ اِذَا ذُكِرَ اللّٰهُ وَجِلَتْ قُلُوْبُهُمْ وَالصّٰبِرِیْنَ عَلٰی مَاۤ اَصَابَهُمْ وَالْمُقِیْمِی الصَّلٰوةِ ۙ— وَمِمَّا رَزَقْنٰهُمْ یُنْفِقُوْنَ ۟
३५. त्यांची अवस्था अशी आहे की जेव्हा त्यांच्या समोर अल्लाहचे नामःस्मरण केले जाते, तेव्हा त्यांच्या हृदयाचा थरकाप होतो, जेव्हा त्याच्यावर संकट येते तेव्हा त्या संकटात धीर- संयम राखतात, ते नमाज कायम करणारे आहेत, आणि जे काही आम्ही त्यांना देऊन ठेवले आहे त्यातून देत ही राहतात .
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (35) ছুৰা: আল-হজ্জ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

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