Check out the new design

আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (27) ছুৰা: আল-মু'মিনূন
فَاَوْحَیْنَاۤ اِلَیْهِ اَنِ اصْنَعِ الْفُلْكَ بِاَعْیُنِنَا وَوَحْیِنَا فَاِذَا جَآءَ اَمْرُنَا وَفَارَ التَّنُّوْرُ ۙ— فَاسْلُكْ فِیْهَا مِنْ كُلٍّ زَوْجَیْنِ اثْنَیْنِ وَاَهْلَكَ اِلَّا مَنْ سَبَقَ عَلَیْهِ الْقَوْلُ مِنْهُمْ ۚ— وَلَا تُخَاطِبْنِیْ فِی الَّذِیْنَ ظَلَمُوْا ۚ— اِنَّهُمْ مُّغْرَقُوْنَ ۟
२७. मग आम्ही त्यांच्याकडे वहयी पाठविली की तुम्ही आमच्या डोळ्यांसमोर आमच्या वहयीनुसार एक नौका तयार करा, जेव्हा आमचा आदेश येऊन पोहोचेल, आणि तंदूर उतू लागेल, तेव्हा तुम्ही प्रत्येक प्रकारचा एक एक जोडा त्यात ठेवून घ्या, आणि आपल्या कुटुंबियांनाही, मात्र त्यांच्याखेरीज, ज्यांच्याबाबत आधीच फैसला केला गेला आहे. खबरदार! ज्या लोकांनी जुलूम- अत्याचार केला आहे, त्यांच्याविषयी माझ्याशी काही बोलू नका. ते तर सर्व बुडविले जातील.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (27) ছুৰা: আল-মু'মিনূন
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

বন্ধ