Check out the new design

আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (82) ছুৰা: আল-ক্বাচাচ
وَاَصْبَحَ الَّذِیْنَ تَمَنَّوْا مَكَانَهٗ بِالْاَمْسِ یَقُوْلُوْنَ وَیْكَاَنَّ اللّٰهَ یَبْسُطُ الرِّزْقَ لِمَنْ یَّشَآءُ مِنْ عِبَادِهٖ وَیَقْدِرُ ۚ— لَوْلَاۤ اَنْ مَّنَّ اللّٰهُ عَلَیْنَا لَخَسَفَ بِنَا ؕ— وَیْكَاَنَّهٗ لَا یُفْلِحُ الْكٰفِرُوْنَ ۟۠
८२. आणि जे लोक कालपर्यंत त्याच्या पदापर्यंत पोहचण्याची आशा करीत होते, ते आज म्हणू लागले की, काय तुम्ही पाहत नाही की अल्लाह आपल्या दासांपैकी ज्याच्यासाठी इ्‌च्छितो आजिविका (रोजी) व्यापक करतो, आणि कमी देखील. जर अल्लाहने आमच्यावर उपकार केला नसता तर आम्हालाही धसविले असते. काय पाहत नाही की कृतघ्न लोकांना सफलता कदापि प्राप्त होत नाही.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (82) ছুৰা: আল-ক্বাচাচ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

বন্ধ