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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (159) ছুৰা: আলে ইমৰাণ
فَبِمَا رَحْمَةٍ مِّنَ اللّٰهِ لِنْتَ لَهُمْ ۚ— وَلَوْ كُنْتَ فَظًّا غَلِیْظَ الْقَلْبِ لَانْفَضُّوْا مِنْ حَوْلِكَ ۪— فَاعْفُ عَنْهُمْ وَاسْتَغْفِرْ لَهُمْ وَشَاوِرْهُمْ فِی الْاَمْرِ ۚ— فَاِذَا عَزَمْتَ فَتَوَكَّلْ عَلَی اللّٰهِ ؕ— اِنَّ اللّٰهَ یُحِبُّ الْمُتَوَكِّلِیْنَ ۟
१५९. अल्लाहच्या कृपेमुळे तुम्ही त्यांच्यासाठी कोमल बनले आहात आणि जर तुम्ही फटकळ तोंडाचे आणि कठोर मनाचे असते तर हे सर्व तुमच्या जवळून दूर पळाले असते, यास्तव त्यांना माफ करा आणि त्यांच्यासाठी क्षमा-याचना करा आणि कामासंबंधी त्यांच्याशी सल्लामसलत करा. मग जेव्हा तुमचा इरादा पक्का होईल तेव्हा अल्लाहवर भरोसा करा, आणि अल्लाह भरोसा करणाऱ्यांना आपला दोस्त राखतो.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (159) ছুৰা: আলে ইমৰাণ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

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