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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (46) ছুৰা: আলে ইমৰাণ
وَیُكَلِّمُ النَّاسَ فِی الْمَهْدِ وَكَهْلًا وَّمِنَ الصّٰلِحِیْنَ ۟
४६. तो लोकांशी पाळण्यात (असतानाही) संभाषण करील आणि मोठ्या वयातही १ आणि तो नेक सदाचारी लोकांपैकी असेल.
(१) हजरत ईसा यांचे पाळण्यात असताना लोकांशी बोलण्याचा उल्लेख पवित्र कुरआनाच्या सूरह मरियममध्ये आहे. याखेरीज सहीह हदीसमध्ये अन्य दोन बालकांच्या आईच्या कुशीत बोलण्याचा उल्लेख आहे. त्यापैकी एक साहबे जुरैज आणि एक इस्राईली स्त्रीचा बालक. (सहीह बुखारी किताबुल अम्बिया)
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (46) ছুৰা: আলে ইমৰাণ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

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