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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (13) ছুৰা: আৰ-ৰূম
وَلَمْ یَكُنْ لَّهُمْ مِّنْ شُرَكَآىِٕهِمْ شُفَعٰٓؤُا وَكَانُوْا بِشُرَكَآىِٕهِمْ كٰفِرِیْنَ ۟
१३. आणि त्यांनी ठरविलेल्या सर्व सहभाग्यांपैकी एकही त्यांची शिफारस करणार नाही.१ आणि स्वतः हेदेखील आपल्या आराध्य दैवतांचा (सहभागी ईश्वरांचा) इन्कार करतील.
(१) सहभाग्यांशी अभिप्रेत त्या काल्पनिक (मिथ्या) देवता होत, ज्यांची त्यांचे उपासक या श्रद्धाने पूजा करत होते की हे अल्लाहजवळ आमची शिफारस करतील आणि आम्हाला अल्लाहच्या अज़ाबपासून वाचवतील. परंतु इथे अल्लाहने हे स्पष्ट केले की अल्लाहसोबत दुसऱ्यांनाही ईश्वर ठरविणाऱ्यांकरिता, अल्लाहच्या ठिकाणी, कोणीही शिफारस करणार नसेल.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (13) ছুৰা: আৰ-ৰূম
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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

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