Check out the new design

আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (15) ছুৰা: ছাবা
لَقَدْ كَانَ لِسَبَاٍ فِیْ مَسْكَنِهِمْ اٰیَةٌ ۚ— جَنَّتٰنِ عَنْ یَّمِیْنٍ وَّشِمَالٍ ؕ۬— كُلُوْا مِنْ رِّزْقِ رَبِّكُمْ وَاشْكُرُوْا لَهٗ ؕ— بَلْدَةٌ طَیِّبَةٌ وَّرَبٌّ غَفُوْرٌ ۟
१५. सबाच्या जनसमूहाकरिता, त्यांच्या वस्तींमध्येच (अल्लाहच्या सामर्थ्याची) निशाणी होती. त्यांच्या उजव्या डाव्या बाजूला दोन बागा होत्या. (आम्ही त्यांना आदेश दिला होता की) आपल्या पालनकर्त्याने प्रदान केलेली आजिविका खा आणि त्याचे आभार मानत राहा. ही स्वच्छ - शुद्ध भूमी आहे आणि पालनकर्ता क्षमाशील आहे.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (15) ছুৰা: ছাবা
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

বন্ধ