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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (46) ছুৰা: ছাবা
قُلْ اِنَّمَاۤ اَعِظُكُمْ بِوَاحِدَةٍ ۚ— اَنْ تَقُوْمُوْا لِلّٰهِ مَثْنٰی وَفُرَادٰی ثُمَّ تَتَفَكَّرُوْا ۫— مَا بِصَاحِبِكُمْ مِّنْ جِنَّةٍ ؕ— اِنْ هُوَ اِلَّا نَذِیْرٌ لَّكُمْ بَیْنَ یَدَیْ عَذَابٍ شَدِیْدٍ ۟
४६. सांगा की मी तुम्हाला केवळ एकाच गोष्टीचा उपदेश करतो की तुम्ही अल्लाहकरिता (प्रामाणिकपणे, हट्ट सोडून) दोन दोन मिळून किंवा एकट्या एकट्याने उभे राहून विचार तर करा. तुमच्या या साथीदाराला काही वेड वगैरे लागले नाही. तो तर तुम्हाला एका मोठ्या (सक्त) शिक्षा - यातनेच्या येण्यापूर्वी सावध करणारा आहे.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (46) ছুৰা: ছাবা
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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

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