Check out the new design

আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ ছুৰা: ফাতিৰ   আয়াত:
وَلَوْ یُؤَاخِذُ اللّٰهُ النَّاسَ بِمَا كَسَبُوْا مَا تَرَكَ عَلٰی ظَهْرِهَا مِنْ دَآبَّةٍ وَّلٰكِنْ یُّؤَخِّرُهُمْ اِلٰۤی اَجَلٍ مُّسَمًّی ۚ— فَاِذَا جَآءَ اَجَلُهُمْ فَاِنَّ اللّٰهَ كَانَ بِعِبَادِهٖ بَصِیْرًا ۟۠
४५. आणि जर अल्लाह, लोकांना त्यांच्या कर्मांमुळे त्वरित पकडीत घेऊ लागला असता तर संपूर्ण धरतीवर एक जीवदेखील सोडला नसता तथापि अल्लाह त्यांना एका निर्धारित समयापर्यंत सवड देत आहे, तर जेव्हा त्यांची ती वेळ येऊन पोहोचेल तेव्हा अल्लाह आपल्या दासांना स्वतः पाहून घेईल.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ ছুৰা: ফাতিৰ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

বন্ধ