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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (41) ছুৰা: আঝ-ঝুমাৰ
اِنَّاۤ اَنْزَلْنَا عَلَیْكَ الْكِتٰبَ لِلنَّاسِ بِالْحَقِّ ۚ— فَمَنِ اهْتَدٰی فَلِنَفْسِهٖ ۚ— وَمَنْ ضَلَّ فَاِنَّمَا یَضِلُّ عَلَیْهَا ۚ— وَمَاۤ اَنْتَ عَلَیْهِمْ بِوَكِیْلٍ ۟۠
४१. निःसंशय, आम्ही तुमच्यावर सत्यासह हा ग्रंथ लोकांसाठी अवतरित केला आहे, तेव्हा जो मनुष्य सरळ मार्गावर येईल तर ते त्याच्या स्वतःच्या (फायद्या) करिता आहे आणि जो मार्गभ्रष्ट होईल तर त्याच्या मार्गभ्रष्टतेचे ओझे त्याच्याच (शिरा) वर आहे. तुम्ही त्यांच्याबाबत जबाबदार नाही.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (41) ছুৰা: আঝ-ঝুমাৰ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

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