আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (12) ছুৰা: ছুৰা গাফিৰ
ذٰلِكُمْ بِاَنَّهٗۤ اِذَا دُعِیَ اللّٰهُ وَحْدَهٗ كَفَرْتُمْ ۚ— وَاِنْ یُّشْرَكْ بِهٖ تُؤْمِنُوْا ؕ— فَالْحُكْمُ لِلّٰهِ الْعَلِیِّ الْكَبِیْرِ ۟
१२. ही शिक्षा तुम्हाला एवढ्यासाठी आहे की जेव्हा केवळ एकमेव अल्लाहकडे बोलाविले जात असे, तेव्हा तुम्ही इन्कार करीत आणि जर त्याच्यासोबत दुसऱ्या कोणाला सहभागी करून घेतले जात असे, तेव्हा तुम्ही मान्य करून घेत,१ तेव्हा आता फैसला, सर्वोच्च आणि सर्वश्रेष्ठ अल्लाहचाच आहे.
(१) हे त्यांना जहन्नममधून न काढले जाण्याचे कारण सांगितले गेले आहे, की तुम्ही जगात असताना अल्लाहच्या तौहीद (एकेश्वरवादा) चा इन्कार करीत असत आणि शिर्क (अनेकेश्वरोपासना) तुम्हाला पसंत होती यास्तव आता जहन्नमच्या कामयस्वरूपी अज़ाब (शिक्षा - यातने) खेरीज तुमच्यासाठी काहीच नाही.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (12) ছুৰা: ছুৰা গাফিৰ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

মাৰাঠী ভাষাত আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ। অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী চাহাবে। প্ৰকাশ কৰিছে আল-বিৰ ফাউণ্ডেচন মুম্বাই।

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