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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (23) ছুৰা: আল-মায়িদাহ
قَالَ رَجُلٰنِ مِنَ الَّذِیْنَ یَخَافُوْنَ اَنْعَمَ اللّٰهُ عَلَیْهِمَا ادْخُلُوْا عَلَیْهِمُ الْبَابَ ۚ— فَاِذَا دَخَلْتُمُوْهُ فَاِنَّكُمْ غٰلِبُوْنَ ۚ۬— وَعَلَی اللّٰهِ فَتَوَكَّلُوْۤا اِنْ كُنْتُمْ مُّؤْمِنِیْنَ ۟
२३. परंतु जे अल्लाहचे भय बाळगत होते, त्यांच्यापैकी दोन मनुष्य म्हणाले, ज्यांच्यावर अल्लाहने कृपा देणगी केली, की तुम्ही त्यांच्यावर (आक्रमणासाठी) दरवाजातून दाखल व्हा, जेव्हा दाखल व्हाल तेव्हा तुम्हीच वरचढराहाल, आणि ईमान राखत असाल तर अल्लाहवरच भरोसा ठेवा.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (23) ছুৰা: আল-মায়িদাহ
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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

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