আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (52) ছুৰা: ছুৰা আল-মায়িদাহ
فَتَرَی الَّذِیْنَ فِیْ قُلُوْبِهِمْ مَّرَضٌ یُّسَارِعُوْنَ فِیْهِمْ یَقُوْلُوْنَ نَخْشٰۤی اَنْ تُصِیْبَنَا دَآىِٕرَةٌ ؕ— فَعَسَی اللّٰهُ اَنْ یَّاْتِیَ بِالْفَتْحِ اَوْ اَمْرٍ مِّنْ عِنْدِهٖ فَیُصْبِحُوْا عَلٰی مَاۤ اَسَرُّوْا فِیْۤ اَنْفُسِهِمْ نٰدِمِیْنَ ۟ؕ
५२. तुम्ही पाहाल की ज्यांच्या मनात विकार आहे ते धावत जाऊन त्यांच्यात मिसळतात आणि म्हणतात की आम्हाला भय वाटते की कदाचित असे न व्हावे की एखादे संकट आमच्यावर कोसळावे, फार शक्य आहे की अल्लाहने विजय प्रदान करावा किंवा आपल्याकडून अन्य एखादा फैसला करावा मग तर हे आपल्या मनात लपविलेल्या गोष्टीबद्दल खूप लज्जित होतील.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (52) ছুৰা: ছুৰা আল-মায়িদাহ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

মাৰাঠী ভাষাত আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ। অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী চাহাবে। প্ৰকাশ কৰিছে আল-বিৰ ফাউণ্ডেচন মুম্বাই।

বন্ধ