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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (72) ছুৰা: আল-মায়িদাহ
لَقَدْ كَفَرَ الَّذِیْنَ قَالُوْۤا اِنَّ اللّٰهَ هُوَ الْمَسِیْحُ ابْنُ مَرْیَمَ ؕ— وَقَالَ الْمَسِیْحُ یٰبَنِیْۤ اِسْرَآءِیْلَ اعْبُدُوا اللّٰهَ رَبِّیْ وَرَبَّكُمْ ؕ— اِنَّهٗ مَنْ یُّشْرِكْ بِاللّٰهِ فَقَدْ حَرَّمَ اللّٰهُ عَلَیْهِ الْجَنَّةَ وَمَاْوٰىهُ النَّارُ ؕ— وَمَا لِلظّٰلِمِیْنَ مِنْ اَنْصَارٍ ۟
७२. ते लोक काफिर (इन्कारी) झालेत, ज्यांनी म्हटले की मरियमचा पुत्र मसीह हाच अल्लाह आहे, वास्तविक मसीहने (स्वतः) म्हटले की हे इस्राईलच्या पुत्रांनो! माझ्या आणि तुमच्या पालनकर्त्या अल्लाहची उपासना करा कारण जो कोणी अल्लाहसोबत दुसऱ्याला सहभागी ठरवील तर अल्लाहने त्याच्यासाठी जन्नत हराम केली आहे आणि त्याचे ठिकाण जहन्नम आहे, आणि अत्याचारी लोकांचा कोणीही मदत करणारा नसेल.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (72) ছুৰা: আল-মায়িদাহ
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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

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