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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (113) ছুৰা: আল-আনআম
وَلِتَصْغٰۤی اِلَیْهِ اَفْـِٕدَةُ الَّذِیْنَ لَا یُؤْمِنُوْنَ بِالْاٰخِرَةِ وَلِیَرْضَوْهُ وَلِیَقْتَرِفُوْا مَا هُمْ مُّقْتَرِفُوْنَ ۟
११३. आणि यासाठी की त्यांची मने त्याकडे प्रवृत्त व्हावीत, जे आखिरतवर ईमान राखत नाही आणि तशाने आनंदित व्हावेत आणि तोच अपराध करावा जो ते लोक करीत होते.१
(१) अर्थात सैतानाच्या वाईट इराद्याला तेच लोक बळी पडतात, जे आखिरतवर ईमान राखत नाहीत, आणि हे खरे आहे की ज्या प्रकारे लोकांच्या मनात आखिरतचा विश्वास कमजोर होत चालला आहे, तद्‌नुषंगे लोक सैतानी व्यूहात फसत चालले आहेत.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (113) ছুৰা: আল-আনআম
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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

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