Check out the new design

আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (44) ছুৰা: আল-আনআম
فَلَمَّا نَسُوْا مَا ذُكِّرُوْا بِهٖ فَتَحْنَا عَلَیْهِمْ اَبْوَابَ كُلِّ شَیْءٍ ؕ— حَتّٰۤی اِذَا فَرِحُوْا بِمَاۤ اُوْتُوْۤا اَخَذْنٰهُمْ بَغْتَةً فَاِذَا هُمْ مُّبْلِسُوْنَ ۟
४४. आणि जेव्हा ते त्या उपदेशाला विसरले, ज्याची त्यांना शिकवण दिली गेली होती, तर आम्ही त्यांच्यावर प्रत्येक चीज-वस्तूचे दरवाजे खुले केले, येथपर्यंत की जेव्हा आपण प्राप्त केलेल्या चीजवस्तूंवर ते घमेंड करू लागले तेव्हा त्यांना आम्ही अचानक तावडीत घेतले, मग ते निराश होऊन बसले.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (44) ছুৰা: আল-আনআম
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

বন্ধ