আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (4) ছুৰা: ছুৰা আল-মুনাফিকূন
وَاِذَا رَاَیْتَهُمْ تُعْجِبُكَ اَجْسَامُهُمْ ؕ— وَاِنْ یَّقُوْلُوْا تَسْمَعْ لِقَوْلِهِمْ ؕ— كَاَنَّهُمْ خُشُبٌ مُّسَنَّدَةٌ ؕ— یَحْسَبُوْنَ كُلَّ صَیْحَةٍ عَلَیْهِمْ ؕ— هُمُ الْعَدُوُّ فَاحْذَرْهُمْ ؕ— قَاتَلَهُمُ اللّٰهُ ؗ— اَنّٰی یُؤْفَكُوْنَ ۟
४. आणि जेव्हा तुम्ही त्यांना पाहाल तेव्हा त्यांची शरीरे तुम्हाला मनमोहक वाटतील आणि जेव्हा हे बोलू लागतील तेव्हा त्यांच्या गोष्टी (ऐकण्या) साठी कान लावाल, ज्याप्रमाणे ही लाकडे आहेत भिंतीच्या आधारे लावलेली (ते) प्रत्येक (उंच) आवाजाला आपल्याविरूद्ध समजतात. तेच वास्तविक शत्रू आहेत, त्यांच्यापासून सावध राहा, अल्लाह त्यांचा सर्वनाश करो. कोठे भरकटत जात आहेत?
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (4) ছুৰা: ছুৰা আল-মুনাফিকূন
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

মাৰাঠী ভাষাত আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ। অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী চাহাবে। প্ৰকাশ কৰিছে আল-বিৰ ফাউণ্ডেচন মুম্বাই।

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