Check out the new design

আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (32) ছুৰা: আল-আ'ৰাফ
قُلْ مَنْ حَرَّمَ زِیْنَةَ اللّٰهِ الَّتِیْۤ اَخْرَجَ لِعِبَادِهٖ وَالطَّیِّبٰتِ مِنَ الرِّزْقِ ؕ— قُلْ هِیَ لِلَّذِیْنَ اٰمَنُوْا فِی الْحَیٰوةِ الدُّنْیَا خَالِصَةً یَّوْمَ الْقِیٰمَةِ ؕ— كَذٰلِكَ نُفَصِّلُ الْاٰیٰتِ لِقَوْمٍ یَّعْلَمُوْنَ ۟
३२. (हे पैगंबर!) तुम्ही सांगा की त्या शोभा-सजावटीला कोणी हराम केले आहे, जिला अल्लाहने आपल्या दासांकरिता निर्माण केले आहे आणि पाक (स्वच्छ-शुद्ध) रोजीला. तुम्ही सांगा की हे ऐहिक जीवनात त्या लोकांसाठी आहे ज्यांनी ईमान राखले (आणि) विशेषतः कयामतच्या दिवशी त्याच लोकांकरिता आहे. आम्ही अशा प्रकारे आयतींचे सविस्तर वर्णन कतो, त्यांच्यासाठी, जे ज्ञान बाळगतात.
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (32) ছুৰা: আল-আ'ৰাফ
ছুৰাৰ তালিকা পৃষ্ঠা নং
 
আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

বন্ধ