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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী * - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ


অৰ্থানুবাদ আয়াত: (17) ছুৰা: আল-ফজৰ
كَلَّا بَلْ لَّا تُكْرِمُوْنَ الْیَتِیْمَ ۟ۙ
१७. असे मुळीच नाही किंबहुना (खरी गोष्ट अशी) की तुम्ही लोक अनाथाचा मान-सन्मान राखत नाही.१
(१) अर्थात अनाथाशी चांगले वर्तन राखत नाही, ज्यास तो पात्र आहे. पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम या संदर्भात फर्मावितात की ते घर सर्वांत उत्तम आहे, ज्यात अनाथाशी चांगला व्यवहार केला जात असेल आणि ते घर सर्वांत वाईट आहे, ज्यात अनाथाशी वाईट व्यवहार केला जात असेल. मग आपल्या बोटांकडे इशारा करून फर्माविले की मी आणि अनाथाचे पालनपोषण करणारा जन्नतमध्ये अशा प्रकारे सोबत राहू, जशी ही दोन बोटे मिळालेली आहेत. (अबू दाऊद, किताबुल अदब, बाबुन फी जम्मिल यतीमे)
আৰবী তাফছীৰসমূহ:
 
অৰ্থানুবাদ আয়াত: (17) ছুৰা: আল-ফজৰ
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আল-কোৰআনুল কাৰীমৰ অৰ্থানুবাদ - মাৰাঠী অনুবাদ- মুহাম্মদ শ্বফী আনচাৰী - অনুবাদসমূহৰ সূচীপত্ৰ

ইয়াক অনুবাদ কৰিছে মুহাম্মদ শ্বাফী আনচাৰী।

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