Translation of the Meanings of the Noble Qur'an - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Translations’ Index


Translation of the meanings Ayah: (37) Surah: Maryam
فَاخْتَلَفَ الْاَحْزَابُ مِنْ بَیْنِهِمْ ۚ— فَوَیْلٌ لِّلَّذِیْنَ كَفَرُوْا مِنْ مَّشْهَدِ یَوْمٍ عَظِیْمٍ ۟
फिर लोग ईसा (अलैहिस्सलाम) के बारे में मतभेद के शिकार हो गए और अलग-अलग गिरोहों में बँट गए। उनमें से कुछ लोग उसपर ईमान लाए और कहा : वह एक रसूल है। जबकि कुछ लोगों ने उसपर विश्वास नहीं किया, जैसा कि यहूदियों का हाल रहा। इसी तरह कुछ संप्रदायों ने उसके बारे में अतिशयोक्ति की। उनमें से कुछ ने कहा कि वह अल्लाह है और कुछ ने कहा कि वह अल्लाह का बेटा है। सच्चाई यह है कि अल्लाह इन सारी बातों से ऊँचा है। अतः उसके बारे में मतभेद करने वालों के लिए क़ियामत के दिन बड़ा विनाश है, जिस दिन भयावह परिस्थितियों का सामना होगा, हिसाब-किताब के दौर से गुज़रना होगा और सज़ा भुगतनी होगी।
Arabic explanations of the Qur’an:
Benefits of the verses in this page:
• في أمر مريم بالسكوت عن الكلام دليل على فضيلة الصمت في بعض المواطن .
• मरयम को चुप रहने का आदेश देने में कुछ स्थानों पर खामोश रहने की श्रेष्ठता का प्रमाण है।

• نذر الصمت كان جائزًا في شرع من قبلنا، أما في شرعنا فقد دلت السنة على منعه.
हमसे पहले की शरीयत में चुप रहने की मन्नत मानना जायज़ था, परंतु हमारी शरीयत में इसकी मनाही है, जैसा कि सुन्नत से पता चलता है।

• أن ما أخبر به القرآن عن كيفية خلق عيسى هو الحق القاطع الذي لا شك فيه، وكل ما عداه من تقولات باطل لا يليق بالرسل.
• ईसा अलैहिस्सलाम की पैदाइश के बारे में क़ुरआन ने जो बताया है, वही अटल सत्य है जिसमें कोई संदेह नहीं है। उसके सिवा अन्य सभी कथन झूठे हैं और रसूलों को शोभा नहीं देते।

• في الدنيا يكون الكافر أصم وأعمى عن الحق، ولكنه سيبصر ويسمع في الآخرة إذا رأى العذاب، ولن ينفعه ذلك.
• दुनिया में काफ़िर सत्य से अंधा और बहरा होता है। परंतु आख़िरत में जब अज़ाब देखेगा, तो सुनने और देखने लगेगा, लेकिन इससे उसे कुछ लाभ न होगा।

 
Translation of the meanings Ayah: (37) Surah: Maryam
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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