Translation of the Meanings of the Noble Qur'an - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Translations’ Index


Translation of the meanings Ayah: (63) Surah: Al-A‘rāf
اَوَعَجِبْتُمْ اَنْ جَآءَكُمْ ذِكْرٌ مِّنْ رَّبِّكُمْ عَلٰی رَجُلٍ مِّنْكُمْ لِیُنْذِرَكُمْ وَلِتَتَّقُوْا وَلَعَلَّكُمْ تُرْحَمُوْنَ ۟
क्या यह बात तुम्हारे आश्चर्य और विस्मय का कारण है कि तुम्हारे पास तुम्हारे रब की ओर से वह़्य तथा उपदेश तुममें से एक ऐसे व्यक्ति द्वारा आया, जिसे तुम पहचानते हो?! क्योंकि वह तुम्हारे ही बीच पला-बढ़ा, और वह न तो झूठा था, न पथभ्रष्ट था, न ही किसी अन्य जाति का था। वह तुम्हारे पास तुम्हें अल्लाह की सज़ा से डराने के लिए आया था, यदि तुमने झुठलाया और अवज्ञा किया, और ताकि तुम अल्लाह के आदेशों का पालन करके और उसके निषेधों से बचकर, उससे डरो, तथा इस आशा में कि तुम पर दया की जाए, अगर तुम उसपर ईमान ले आओ।
Arabic explanations of the Qur’an:
Benefits of the verses in this page:
• الأرض الطيبة مثال للقلوب الطيبة حين ينزل عليها الوحي الذي هو مادة الحياة، وكما أن الغيث مادة الحياة، فإن القلوب الطيبة حين يجيئها الوحي، تقبله وتعلمه وتنبت بحسب طيب أصلها، وحسن عنصرها، والعكس.
• अच्छी भूमि अच्छे दिलों के लिए एक उदाहरण है जब उस पर वह़्य उतरती है जो कि जीवन का सार है, जिस तरह कि बारिश जीवन का सार है। क्योंकि अच्छे दिलों का संपर्क जब वह़्य से होता है, तो वे उसे स्वीकार करते हैं, उसे सीखते हैं और अपने अच्छे मूल और अच्छे तत्व के अनुसार अंकुरित होते हैं। और इसके विपरीत स्थिति में विपरीत निष्कर्ष सामने आता है।

• الأنبياء والمرسلون يشفقون على الخلق أعظم من شفقة آبائهم وأمهاتهم.
• नबी और रसूल लोगों पर उनके माता-पिता से भी अधिक दया दृष्टि रखने वाले होते हैं।

• من سُنَّة الله إرسال كل رسول من قومه وبلسانهم؛ تأليفًا لقلوب الذين لم تفسد فطرتهم، وتيسيرًا على البشر.
• अल्लाह का यह नियम रहा है कि वह हर रसूल को उसकी जाति में से और उनकी भाषा में भेजता है; ताकि उन लोगों की दिलजोई हो, जिनका स्वभाव भ्रष्ट नहीं हुआ है, तथा इसमें मानव जाति के लिए सुविधा है।

• من أعظم السفهاء من قابل الحق بالرد والإنكار، وتكبر عن الانقياد للعلماء والنصحاء، وانقاد قلبه وقالبه لكل شيطان مريد.
• वह व्यक्ति सबसे बड़े मूर्खों में से है, जो सत्य को अस्वीकार कर देता है, विद्वानों और नसीहत करने वालों की बात मानने से अहंकार करता है, तथा अपने क़ल्ब और क़ालिब से (यानी पूर्णतया) हर सरकश शैतान का अनुसरण करता है।

 
Translation of the meanings Ayah: (63) Surah: Al-A‘rāf
Surahs’ Index Page Number
 
Translation of the Meanings of the Noble Qur'an - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Translations’ Index

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

close