Translation of the Meanings of the Noble Qur'an - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Translations’ Index


Translation of the meanings Surah: Al-A‘lā   Ayah:

सूरा अल्-आला

Purposes of the Surah:
تذكير النفس بالحياة الأخروية، وتخليصها من التعلقات الدنيوية.
मन को आख़िरत के जीवन की याद दिलाना, तथा उसे सांसारिक आसक्तियों (मोहों) से छुटकारा दिलाना।

سَبِّحِ اسْمَ رَبِّكَ الْاَعْلَی ۟ۙ
अपने उस पानलहार की पवित्रता का वर्णन करें, जो अपनी सृष्टि के ऊपर है, उसे याद करते और उसका महिमामंडन करते समय अपनी ज़बान से उसका नाम लेते हुए।
Arabic explanations of the Qur’an:
الَّذِیْ خَلَقَ فَسَوّٰی ۟
जिसने इनसान को ठीक-ठाक पैदा किया और उसके क़द को सुगठित और सानुपातिक बनाया।
Arabic explanations of the Qur’an:
وَالَّذِیْ قَدَّرَ فَهَدٰی ۟
जिसने जीवों के प्रकार, उनके वर्गों, जातियों और विशेषताओं का निर्धारण किया, और प्रत्येक प्राणी को उस चीज़ की ओर निर्देशित किया, जो उसके उपयुक्त है और उसके साथ मेल खाती है।
Arabic explanations of the Qur’an:
وَالَّذِیْۤ اَخْرَجَ الْمَرْعٰی ۟
और जिसने धरती से चारा उगाया, जिसे तुम्हारे जानवर चरते हैं।
Arabic explanations of the Qur’an:
فَجَعَلَهٗ غُثَآءً اَحْوٰی ۟ؕ
फिर उसे काले रंग की सूखी घास बना दी, जबकि वह पहले हरी ताज़ी (घास) थी।
Arabic explanations of the Qur’an:
سَنُقْرِئُكَ فَلَا تَنْسٰۤی ۟ۙ
(ऐ रसूल) हम आपको क़ुरआन पढ़ा देंगे और इसे आपके सीने में इकट्ठा कर देंगे और आप इसे कभी नहीं भूलेंगे। इसलिए इसके पढ़ने में जिबरील से आगे ने बढ़ें, जैसा कि आप भूलने के डर से पहले किया करते थे।
Arabic explanations of the Qur’an:
اِلَّا مَا شَآءَ اللّٰهُ ؕ— اِنَّهٗ یَعْلَمُ الْجَهْرَ وَمَا یَخْفٰی ۟ؕ
सिवाय इसके कि अल्लाह यह चाहे कि किसी हिकमत के तहत आप उसमें से कोई बात भूल जाएँ। निश्चय अल्लाह खुली तथा छिपी सभी बातों को जानता है। उससे इसमें से कोई बात छिपी नहीं है।
Arabic explanations of the Qur’an:
وَنُیَسِّرُكَ لِلْیُسْرٰی ۟ۚۖ
और हम आपके लिए जन्नत में दाख़िल करने वाले ऐसे कार्य करना आसान कर देंगे, जो अल्लाह को प्रसन्न करने वाले हैं।
Arabic explanations of the Qur’an:
فَذَكِّرْ اِنْ نَّفَعَتِ الذِّكْرٰی ۟ؕ
अतः आप लोगों को उस क़ुरआन के द्वारा नसीहत करते रहें, जिसकी हम आपकी ओर वह़्य (प्रकाशना) करते हैं, तथा जब तक उपदेश सुनी जाती है, तब तक उन्हें उपदेश देते रहें।
Arabic explanations of the Qur’an:
سَیَذَّكَّرُ مَنْ یَّخْشٰی ۟ۙ
आपके उपदेशों से वही व्यक्ति सीख ग्रहण करेगा, जो अल्लाह से डरता है। क्योंकि वही उपदेश से लाभान्वित होता है।
Arabic explanations of the Qur’an:
Benefits of the verses in this page:
• تحفظ الملائكة الإنسان وأعماله خيرها وشرها ليحاسب عليها.
• फ़रिश्ते, इनसान और उसके अच्छे और बुरे कामों का संरक्षण करते हैं, ताकि उनपर उसका हिसाब लिया जाए।

• ضعف كيد الكفار إذا قوبل بكيد الله سبحانه.
• सर्वशक्तिमान अल्लाह के उपाय के सामने काफिरों की चाल की कमज़ोरी।

• خشية الله تبعث على الاتعاظ.
• अल्लाह का भय नसीहत हासिल करने पर प्रेरित करता है।

وَیَتَجَنَّبُهَا الْاَشْقَی ۟ۙ
और काफ़िर उपदेश से दूर और अलग रहेगा, क्योंकि वह आख़िरत में जहन्नम में दाखिल होने के कारण लोगों में सबसे बड़ा अभागा ठहरेगा।
Arabic explanations of the Qur’an:
الَّذِیْ یَصْلَی النَّارَ الْكُبْرٰی ۟ۚ
जो आख़िरत की सबसे बड़ी आग में दाखिल होगा और हमेशा के लिए उसकी तपिश और गर्मी को झेलेगा।
Arabic explanations of the Qur’an:
ثُمَّ لَا یَمُوْتُ فِیْهَا وَلَا یَحْیٰی ۟ؕ
फिर वह हमेशा के लिए जहन्नम में रहेगा, न तो उसमें मरेगा कि उस यातना से आराम पा जाए, जो वह झेल रहा होगा, और न ही वह एक अच्छा और सम्मानजनक जीवन जिएगा।
Arabic explanations of the Qur’an:
قَدْ اَفْلَحَ مَنْ تَزَكّٰی ۟ۙ
वह व्यक्ति सफल हो गया, जिसने अपने आपको शिर्क और गुनाहों से पाक कर लिया।
Arabic explanations of the Qur’an:
وَذَكَرَ اسْمَ رَبِّهٖ فَصَلّٰی ۟ؕ
और अपने पालनहार को, उसके निर्धारित किए हुए अज़कार (दुआओं) के साथ याद किया और उसी तरीक़े से नमाज़ पढ़ी, जिस तरीक़े से पढ़ना आवश्यक है।
Arabic explanations of the Qur’an:
بَلْ تُؤْثِرُوْنَ الْحَیٰوةَ الدُّنْیَا ۟ۚۖ
बल्कि तुम दुनिया के जीवन को प्रधान रखते हो और उसे आख़िरत पर वरीयता देते हो, हालाँकि दोनों के बीच भारी असमानता है।
Arabic explanations of the Qur’an:
وَالْاٰخِرَةُ خَیْرٌ وَّاَبْقٰی ۟ؕ
हालाँकि आख़िरत अधिक उत्तम और दुनिया तथा उसके आनंदों एवं सुख-सामग्रियों से बेहतर और अधिक स्थायी है, क्योंकि उसकी नेमतें कभी समाप्त नहीं होंगी।
Arabic explanations of the Qur’an:
اِنَّ هٰذَا لَفِی الصُّحُفِ الْاُوْلٰی ۟ۙ
ये आदेश और समाचार, जिनका हमने आपसे उल्लेख किया है, निश्चय क़ुरआन से पहले उतरने वाले सह़ीफ़ों (दिव्य ग्रंथों) में भी मौजूद थे।
Arabic explanations of the Qur’an:
صُحُفِ اِبْرٰهِیْمَ وَمُوْسٰی ۟۠
ये इबराहीम और मूसा अलैहिमस्सलाम पर उतरने वाले सह़ीफ़े हैं।
Arabic explanations of the Qur’an:
Benefits of the verses in this page:
• أهمية تطهير النفس من الخبائث الظاهرة والباطنة.
• आत्मा को प्रत्यक्ष एवं छिपी हुई मलिनताओं से पवित्र करने का महत्व।

• الاستدلال بالمخلوقات على وجود الخالق وعظمته.
• सृष्टि के द्वारा स्रष्टा के अस्तित्व और उसकी महानता का प्रमाण प्राप्त करना।

• مهمة الداعية الدعوة، لا حمل الناس على الهداية؛ لأن الهداية بيد الله.
• अल्लाह की ओर बुलाने वाले का काम केवल बुलाना है, लोगों को मार्गदर्शन स्वीकार करने के लिए बाध्य करना नहीं; क्योंकि मार्गदर्शन केवल अल्लाह के हाथ में है।

 
Translation of the meanings Surah: Al-A‘lā
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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