Traducción de los significados del Sagrado Corán - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Índice de traducciones


Traducción de significados Versículo: (56) Capítulo: Sura Hud
اِنِّیْ تَوَكَّلْتُ عَلَی اللّٰهِ رَبِّیْ وَرَبِّكُمْ ؕ— مَا مِنْ دَآبَّةٍ اِلَّا هُوَ اٰخِذٌ بِنَاصِیَتِهَا ؕ— اِنَّ رَبِّیْ عَلٰی صِرَاطٍ مُّسْتَقِیْمٍ ۟
मैंने अकेले अल्लाह पर भरोसा किया तथा अपने मामले में उसी का सहारा लिया है। क्योंकि वही मेरा और तुम्हारा पालनहार है। धरती पर जो भी जीव चलता है, वह अल्लाह के अधीन उसकी संप्रभुता और अधिकार के मातहत है। वह उसे जैसे चाहता है, फेरता है। निःसंदेह मेरा पालनहार सत्य और न्याय पर है। इसलिए वह कदापि तुम्हें मेरे ऊपर सशक्त नहीं करेगा। क्योंकि मैं सत्य पर हूँ और तुम झूठ पर हो।
Las Exégesis Árabes:
Beneficios de los versículos de esta página:
• من وسائل المشركين في التنفير من الرسل الاتهام بخفة العقل والجنون.
• लोगों को रसूलों से घृणित करने के लिए, बहुदेववादियों के साधनों में से एक, उनपर मंदबुद्धि और पागल होने का आरोप लगाना हैं।

• ضعف المشركين في كيدهم وعدائهم، فهم خاضعون لله مقهورون تحت أمره وسلطانه.
• बहुदेववादियों की अपनी शत्रुता एवं चाल में कमज़ोरी, क्योंकि वे अल्लाह के अधीन और उसके आदेश और सत्ता के तहत वशीभूत हैं।

• أدلة الربوبية من الخلق والإنشاء مقتضية لتوحيد الألوهية وترك ما سوى الله.
• अल्लाह के रब होने के प्रमाण, जैसे उसका पैदा करने और बनाने वाला होना, उसके एकमात्र पूज्य होने और उसके सिवा अन्य (की पूजा) छोड़ देने की अपेक्षा करते हैं।

 
Traducción de significados Versículo: (56) Capítulo: Sura Hud
Índice de Capítulos Número de página
 
Traducción de los significados del Sagrado Corán - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - Índice de traducciones

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

Cerrar