Traducción de los significados del Sagrado Corán - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Índice de traducciones


Traducción de significados Versículo: (51) Capítulo: Sura Az-Zukhruf
وَنَادٰی فِرْعَوْنُ فِیْ قَوْمِهٖ قَالَ یٰقَوْمِ اَلَیْسَ لِیْ مُلْكُ مِصْرَ وَهٰذِهِ الْاَنْهٰرُ تَجْرِیْ مِنْ تَحْتِیْ ۚ— اَفَلَا تُبْصِرُوْنَ ۟ؕ
और फ़िरऔन ने अपने राज्य पर गर्व करते हुए अपनी जाति के बीच पुकारते हुए कहा : ऐ मेरी जाति के लोगो! क्या मिस्र का राज्य मेरा नहीं है और नील नदी से निकलने वाली ये नहरें मेरे महलों के नीचे नहीं बहती हैं? क्या तुम मेरे राज्य को नहीं देखते और मेरी महानता को नहीं पहचानते?!
Las Exégesis Árabes:
Beneficios de los versículos de esta página:
• نَكْث العهود من صفات الكفار.
• वचन तोड़ना काफ़िरों की विशेषताओं में से है।

• الفاسق خفيف العقل يستخفّه من أراد استخفافه.
• अवज्ञाकारी अल्पबुद्धि वाला होता है। उसे जो चाहे, बेवकूफ़ बना जाए।

• غضب الله يوجب الخسران.
• अल्लाह का क्रोध हानि का कारण बनता है।

• أهل الضلال يسعون إلى تحريف دلالات النص القرآني حسب أهوائهم.
• गुमराह लोग क़ुरआनी आयतों के अर्थों को अपनी इच्छाओं के अनुसार विकृत करने की कोशिश करते हैं।

 
Traducción de significados Versículo: (51) Capítulo: Sura Az-Zukhruf
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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