ترجمهٔ معانی قرآن کریم - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - لیست ترجمه ها


ترجمهٔ معانی آیه: (10) سوره: سوره يونس
دَعْوٰىهُمْ فِیْهَا سُبْحٰنَكَ اللّٰهُمَّ وَتَحِیَّتُهُمْ فِیْهَا سَلٰمٌ ۚ— وَاٰخِرُ دَعْوٰىهُمْ اَنِ الْحَمْدُ لِلّٰهِ رَبِّ الْعٰلَمِیْنَ ۟۠
जन्नत में उनकी प्रार्थना अल्लाह की तसबीह व तक़दीस (प्रशंसा और पवित्रता) होगी तथा उन्हें अल्लाह का अभिवादन, फ़रिश्तों का अभिवादन और उनका एक-दूसरे का अभिवादन : सलाम (शांति) होगा, तथा उनकी प्रार्थना का अंत सभी प्राणियों के पालनहार की प्रशंसा पर होगा।
تفسیرهای عربی:
از فواید آیات این صفحه:
• لطف الله عز وجل بعباده في عدم إجابة دعائهم على أنفسهم وأولادهم بالشر.
• सर्वशक्तिमान अल्लाह की अपने बंदों पर कृपा कि वह उनकी स्वयं अपने और अपने बच्चों के विरुद्ध बुराई की दुआ (बद्दुआ) को क़बूल नहीं करता।

• بيان حال الإنسان بالدعاء في الضراء والإعراض عند الرخاء والتحذير من الاتصاف بذلك.
• मानव स्थिति का वर्णन कि वह विपत्ति में अल्लाह को पुकारता है और ख़ुशहाली में उपेक्षा करता है, और इस तरह की विशेषता अपनाने के खिलाफ चेतावनी।

• هلاك الأمم السابقة كان سببه ارتكابهم المعاصي والظلم.
• पिछले समुदायों के विनाश का कारण उनका पाप और अत्याचार करना था।

 
ترجمهٔ معانی آیه: (10) سوره: سوره يونس
فهرست سوره ها شماره صفحه
 
ترجمهٔ معانی قرآن کریم - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - لیست ترجمه ها

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

بستن