ترجمهٔ معانی قرآن کریم - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - لیست ترجمه ها


ترجمهٔ معانی آیه: (86) سوره: سوره نمل
اَلَمْ یَرَوْا اَنَّا جَعَلْنَا الَّیْلَ لِیَسْكُنُوْا فِیْهِ وَالنَّهَارَ مُبْصِرًا ؕ— اِنَّ فِیْ ذٰلِكَ لَاٰیٰتٍ لِّقَوْمٍ یُّؤْمِنُوْنَ ۟
क्या मरणोपरांत पुनः जीवित किए जाने को झुठलाने वाले ये लोग नहीं देखते कि हमने रात बनाई, ताकि वे उसमें सोकर आराम कर सकें, तथा दिन को प्रकाशमान बनाया, ताकि उसमें देख सकें और अपने कामों के लिए निकल सकें। इस बार-बार होने वाली मृत्यु और उसके बाद जी उठने में विश्वास रखने वाले लोगों के लिए स्पष्ट निशानियाँ हैं।
تفسیرهای عربی:
از فواید آیات این صفحه:
• أهمية التوكل على الله.
• अल्लाह पर भरोसा करने का महत्त्व।

• تزكية النبي صلى الله عليه وسلم بأنه على الحق الواضح.
• नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के प्रति यह सफ़ाई कि आप स्पष्ट सत्य पर हैं।

• هداية التوفيق بيد الله، وليست بيد الرسول صلى الله عليه وسلم.
• सुपथ पर चलने का सामर्थ्य प्रदान करना अल्लाह के हाथ में है, रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के हाथ में नहीं है।

• دلالة النوم على الموت، والاستيقاظ على البعث.
• 'नींद', मौत को तथा जागना, "मौत के बाद पुनः जीवित कर उठाए जाने" को दर्शाता है।

 
ترجمهٔ معانی آیه: (86) سوره: سوره نمل
فهرست سوره ها شماره صفحه
 
ترجمهٔ معانی قرآن کریم - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - لیست ترجمه ها

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

بستن