કુરઆન મજીદના શબ્દોનું ભાષાંતર - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ભાષાંતરોની અનુક્રમણિકા


શબ્દોનું ભાષાંતર આયત: (19) સૂરહ: અલ્ ફુરકાન
فَقَدْ كَذَّبُوْكُمْ بِمَا تَقُوْلُوْنَ ۙ— فَمَا تَسْتَطِیْعُوْنَ صَرْفًا وَّلَا نَصْرًا ۚ— وَمَنْ یَّظْلِمْ مِّنْكُمْ نُذِقْهُ عَذَابًا كَبِیْرًا ۟
(ऐ मुश्रिको!) तुम्हारे उन पूज्यों ने, जिनकी तुमने अल्लाह के अलावा पूजा की थी, तुम्हें उसमें झूठा ठहरा दिया, जो तुम उनपर दावा करते हो। अतः तुम अपनी अक्षमता के कारण अपने आपसे न यातना टाल सकते हो और न ही अपनी मदद कर सकते हो। तथा (ऐ मोमिनो!) तुम में से जो व्यक्ति अल्लाह का साझी बनाकर अत्याचार करेगा, हम उसे बहुत बड़ी यातना चखाएँगे, जैसा कि हम ऊपर उल्लिखित लोगों को चखा चुके हैं।
અરબી તફસીરો:
આયતોના ફાયદાઓ માંથી:
• الجمع بين الترهيب من عذاب الله والترغيب في ثوابه.
• अल्लाह की यातना से डराने के साथ-साथ उसके सवाब की प्रेरणा देना।

• متع الدنيا مُنْسِية لذكر الله.
• दुनिया की समृद्धि अल्लाह की याद को भुलाने वाली है।

• بشرية الرسل نعمة من الله للناس لسهولة التعامل معهم.
• रसूलों का इनसान होना अल्लाह की ओर से लोगों के लिए एक नेमत है, क्योंकि उनके साथ व्यवहार करना आसान होता है।

• تفاوت الناس في النعم والنقم اختبار إلهي لعباده.
• लोगों का नेमतों और निक़मतों (सज़ाओं) में अलग-अलग होना, अल्लाह की ओर से उसके बंदों के लिए एक परीक्षण है।

 
શબ્દોનું ભાષાંતર આયત: (19) સૂરહ: અલ્ ફુરકાન
સૂરહ માટે અનુક્રમણિકા પેજ નંબર
 
કુરઆન મજીદના શબ્દોનું ભાષાંતર - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - ભાષાંતરોની અનુક્રમણિકા

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

બંધ કરો