કુરઆન મજીદના શબ્દોનું ભાષાંતર - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ભાષાંતરોની અનુક્રમણિકા


શબ્દોનું ભાષાંતર આયત: (40) સૂરહ: અન્ નબા
اِنَّاۤ اَنْذَرْنٰكُمْ عَذَابًا قَرِیْبًا ۖۚ۬— یَّوْمَ یَنْظُرُ الْمَرْءُ مَا قَدَّمَتْ یَدٰهُ وَیَقُوْلُ الْكٰفِرُ یٰلَیْتَنِیْ كُنْتُ تُرٰبًا ۟۠
हमने (ऐ लोगो) तुम्हें एक ऐसी यातना से सावधान कर दिया है, जो निकट ही घटित होने वाली है। जिस दिन मनुष्य इस दुनिया में अपने किए हुए काम को देख लेगा, और काफ़िर व्यक्ति यातना से मुक्ति की कामना करते हुए कहेगा : ऐ काश कि मैं जानवरों की तरह मिट्टी हो जाता! यह उस समय कहेगा, जब क़ियामत के दिन जानवरों से कहा जाएगा : तुम मिट्टी हो जाओ।
અરબી તફસીરો:
આયતોના ફાયદાઓ માંથી:
• التقوى سبب دخول الجنة.
• 'तक़वा' जन्नत में प्रवेश करने का कारण है।

• تذكر أهوال القيامة دافع للعمل الصالح.
• क़ियामत के भयावह दृश्यों को याद करना अच्छे काम के लिए प्रेरक है।

• قبض روح الكافر بشدّة وعنف، وقبض روح المؤمن برفق ولين.
• काफ़िर के प्राण को सख़्ती और क्रूरता के साथ और मोमिन के प्राण को आसानी और नरमी के साथ निकाला जाता है।

 
શબ્દોનું ભાષાંતર આયત: (40) સૂરહ: અન્ નબા
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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