કુરઆન મજીદના શબ્દોનું ભાષાંતર - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - ભાષાંતરોની અનુક્રમણિકા


શબ્દોનું ભાષાંતર આયત: (104) સૂરહ: અત્ તૌબા
اَلَمْ یَعْلَمُوْۤا اَنَّ اللّٰهَ هُوَ یَقْبَلُ التَّوْبَةَ عَنْ عِبَادِهٖ وَیَاْخُذُ الصَّدَقٰتِ وَاَنَّ اللّٰهَ هُوَ التَّوَّابُ الرَّحِیْمُ ۟
जिहाद से पीछे रह जाने वालों और पश्चाताप करके अल्लाह की ओर लौटने वालों को पता होना चाहिए कि अल्लाह अपने तौबा करने वाले बंदों की तौबा क़बूल करता है, और यह कि वह दान को स्वीकार करता है, जबकि उसे उसकी कोई आवश्यकता नहीं है, तथा दान करने वाले को उसके दान का सवाब देता है। निःसंदेह पवित्र अल्लाह अपने तौबा करने वाले बंदो की तौबा क़बूल करने वाला, उनपर दया करने वाला है।
અરબી તફસીરો:
આયતોના ફાયદાઓ માંથી:
• فضل المسارعة إلى الإيمان، والهجرة في سبيل الله، ونصرة الدين، واتباع طريق السلف الصالح.
• ईमान लाने में पहल करने, अल्लाह के मार्ग में हिजरत करने, धर्म का समर्थन करने और सदाचारी पूर्वजों के मार्ग का अनुसरण करने की श्रेष्ठता।

• استئثار الله عز وجل بعلم الغيب، فلا يعلم أحد ما في القلوب إلا الله.
• अदृश्य व प्रोक्ष का ज्ञान अल्लाह सर्वशक्तिमान का एकाधिकार है। अतः दिलों की बातों को अल्लाह के सिवा कोई नहीं जानता।

• الرجاء لأهل المعاصي من المؤمنين بتوبة الله عليهم ومغفرته لهم إن تابوا وأصلحوا عملهم.
• पाप करने वाले मोमिनों के लिए अल्लाह के उनकी तोबा को स्वीकार करने और उन्हें क्षमा प्रदान करने की आशा है, यदि वे तौबा कर लें और अपने काम को सुधार लें।

• وجوب الزكاة وبيان فضلها وأثرها في تنمية المال وتطهير النفوس من البخل وغيره من الآفات.
• ज़कात की अनिवार्यता तथा उसकी श्रेष्ठता और धन को विकसित करने तथा आत्मा को कंजूसी आदि बीमारियों से शुद्ध करने में उसके प्रभाव का वर्णन।

 
શબ્દોનું ભાષાંતર આયત: (104) સૂરહ: અત્ તૌબા
સૂરહ માટે અનુક્રમણિકા પેજ નંબર
 
કુરઆન મજીદના શબ્દોનું ભાષાંતર - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم - ભાષાંતરોની અનુક્રમણિકા

الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

બંધ કરો