Traduzione dei Significati del Sacro Corano - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - Indice Traduzioni


Traduzione dei significati Versetto: (103) Sura: At-Tawbah
خُذْ مِنْ اَمْوَالِهِمْ صَدَقَةً تُطَهِّرُهُمْ وَتُزَكِّیْهِمْ بِهَا وَصَلِّ عَلَیْهِمْ ؕ— اِنَّ صَلٰوتَكَ سَكَنٌ لَّهُمْ ؕ— وَاللّٰهُ سَمِیْعٌ عَلِیْمٌ ۟
(ऐ रसूल!) आप उनके मालों में से ज़कात लें, जिसके द्वारा आप उन्हें अवज्ञा और पापों की गंदगी से शुद्ध करें और उसके साथ उनके अच्छे कर्मों को विकसित करें। तथा उसे उनसे लेने के बाद, उनके लिए दुआ करें। निःसंदेह आपकी दुआ उनके लिए दया और संतोष का कारण है। अल्लाह आपकी दुआ को सुनने वाला, उनके कार्यों और इरादों को जानने वाला है।
Esegesi in lingua araba:
Alcuni insegnamenti da trarre da questi versi sono:
• فضل المسارعة إلى الإيمان، والهجرة في سبيل الله، ونصرة الدين، واتباع طريق السلف الصالح.
• ईमान लाने में पहल करने, अल्लाह के मार्ग में हिजरत करने, धर्म का समर्थन करने और सदाचारी पूर्वजों के मार्ग का अनुसरण करने की श्रेष्ठता।

• استئثار الله عز وجل بعلم الغيب، فلا يعلم أحد ما في القلوب إلا الله.
• अदृश्य व प्रोक्ष का ज्ञान अल्लाह सर्वशक्तिमान का एकाधिकार है। अतः दिलों की बातों को अल्लाह के सिवा कोई नहीं जानता।

• الرجاء لأهل المعاصي من المؤمنين بتوبة الله عليهم ومغفرته لهم إن تابوا وأصلحوا عملهم.
• पाप करने वाले मोमिनों के लिए अल्लाह के उनकी तोबा को स्वीकार करने और उन्हें क्षमा प्रदान करने की आशा है, यदि वे तौबा कर लें और अपने काम को सुधार लें।

• وجوب الزكاة وبيان فضلها وأثرها في تنمية المال وتطهير النفوس من البخل وغيره من الآفات.
• ज़कात की अनिवार्यता तथा उसकी श्रेष्ठता और धन को विकसित करने तथा आत्मा को कंजूसी आदि बीमारियों से शुद्ध करने में उसके प्रभाव का वर्णन।

 
Traduzione dei significati Versetto: (103) Sura: At-Tawbah
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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