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وه‌رگێڕانی ماناكانی قورئانی پیرۆز - وەرگێڕاوی هیندی بۆ پوختەی تەفسیری قورئانی پیرۆز * - پێڕستی وه‌رگێڕاوه‌كان


وه‌رگێڕانی ماناكان سوره‌تی: الزخرف   ئایه‌تی:
وَلِبُیُوْتِهِمْ اَبْوَابًا وَّسُرُرًا عَلَیْهَا یَتَّكِـُٔوْنَ ۟ۙ
और हम उन्हें ढील देने तथा आज़माने के उद्देश्य से, उनके घरों के द्वार बना देते और उनके लिए ऐसे तख़्त बना देते, जिनपर वे तकिया लगाकर बैठते।
تەفسیرە عەرەبیەکان:
وَزُخْرُفًا ؕ— وَاِنْ كُلُّ ذٰلِكَ لَمَّا مَتَاعُ الْحَیٰوةِ الدُّنْیَا ؕ— وَالْاٰخِرَةُ عِنْدَ رَبِّكَ لِلْمُتَّقِیْنَ ۟۠
तथा हम उनके लिए सोना बना देते। ये सारी चीज़ें सांसारिक जीवन की सुख सामग्री के सिवा कुछ नहीं हैं। इनका लाभ बहुत कम है, क्योंकि ये बाकी रहने वाली नहीं हैं। और आख़िरत में जो नेमत है, वह (ऐ रसूल!) आपके पालनहार के निकट उन लोगों के लिए उत्तम है, जो अल्लाह से, उसके आदेशों का पालन करके और उसकी मना की हुई चीज़ों से बचकर, डरते हैं।
تەفسیرە عەرەبیەکان:
وَمَنْ یَّعْشُ عَنْ ذِكْرِ الرَّحْمٰنِ نُقَیِّضْ لَهٗ شَیْطٰنًا فَهُوَ لَهٗ قَرِیْنٌ ۟
जो क़ुरआन को ध्यानपूर्वक न पढ़ने के कारणवश उससे विमुख हो जाता है, उसपर, सज़ा के तौर पर, एक शैतान नियुक्त कर दिया जाता है, जो हमेशा उसके साथ लगा रहता है और उसे पथभ्रष्टता में बढ़ाता रहता है।
تەفسیرە عەرەبیەکان:
وَاِنَّهُمْ لَیَصُدُّوْنَهُمْ عَنِ السَّبِیْلِ وَیَحْسَبُوْنَ اَنَّهُمْ مُّهْتَدُوْنَ ۟
और ये साथ रहने वाले (शैतान), जो क़ुरआन से मुँह फेरने वाले लोगों पर नियुक्त कर दिए जाते हैं, अवश्य उन्हें अल्लाह के धर्म से रोकते हैं। चुनाँचे वे न अल्लाह के आदेशों का पानल करते हैं और न उसकी मना की हुई चीज़ों से बचते हैं। और यह समझते हैं कि वे सत्य के मार्ग पर चलने वाले हैं। इसी कारण वे अपनी गुमराही से तौबा नहीं करते हैं।
تەفسیرە عەرەبیەکان:
حَتّٰۤی اِذَا جَآءَنَا قَالَ یٰلَیْتَ بَیْنِیْ وَبَیْنَكَ بُعْدَ الْمَشْرِقَیْنِ فَبِئْسَ الْقَرِیْنُ ۟
यहाँ तक कि जब अल्लाह के ज़िक्र से मुँह मोड़ने वाला व्यक्ति क़ियामत के दिन हमारे पास आएगा, तो कामना करते हुए कहेगा : ऐ काश! मेरे और (ऐ हमेशा साथ रहने वाले शैतान!) तेरे बीच पूर्व और पश्चिम के बीच की दूरी होती। तू तो बहुत बुरा साथी है।
تەفسیرە عەرەبیەکان:
وَلَنْ یَّنْفَعَكُمُ الْیَوْمَ اِذْ ظَّلَمْتُمْ اَنَّكُمْ فِی الْعَذَابِ مُشْتَرِكُوْنَ ۟
अल्लाह क़ियामत के दिन काफ़िरों से कहेगा : आज तुम्हारा यातना में एक साथ होना, तुम्हें हरगिज़ लाभ न देगा, जबकि तुम शिर्क और पाप के द्वारा अपने ऊपर अत्याचार कर चुके हो। क्योंकि तुम्हारे साथी तुम्हारी ओर से तुम्हारी यातना का कुछ भी वहन नहीं करेंगे।
تەفسیرە عەرەبیەکان:
اَفَاَنْتَ تُسْمِعُ الصُّمَّ اَوْ تَهْدِی الْعُمْیَ وَمَنْ كَانَ فِیْ ضَلٰلٍ مُّبِیْنٍ ۟
ये लोग सत्य सुनने से बहरे और उसे देखने से अंधे हैं। तो क्या (ऐ रसूल!) आप बहरे को सुना सकते हैं, अथवा अंधे को रास्ता दिखा सकते हैं, अथवा उन्हें राह पर ला सकते हैं, जो सीधे मार्ग से खुले तौर पर भटके हुए हैं?!
تەفسیرە عەرەبیەکان:
فَاِمَّا نَذْهَبَنَّ بِكَ فَاِنَّا مِنْهُمْ مُّنْتَقِمُوْنَ ۟ۙ
फिर अगर हम आपको उठा लें - इस प्रकार कि उन्हें यातना देने से पहले आपको मृत्यु दे दें - तो भी हम उन्हें दुनिया और आख़िरत में यातना देकर उनसे बदला लेने वाले हैं।
تەفسیرە عەرەبیەکان:
اَوْ نُرِیَنَّكَ الَّذِیْ وَعَدْنٰهُمْ فَاِنَّا عَلَیْهِمْ مُّقْتَدِرُوْنَ ۟
या हम आपको उस यातना का कुछ भाग दिखा दें, जिसका हम उनसे वादा कर रहे हैं, तो निश्चय ही हम उनपर शक्तिमान हैं। वे किसी भी चीज़ में हमारा मुक़ाबला नहीं कर सकते।
تەفسیرە عەرەبیەکان:
فَاسْتَمْسِكْ بِالَّذِیْۤ اُوْحِیَ اِلَیْكَ ۚ— اِنَّكَ عَلٰی صِرَاطٍ مُّسْتَقِیْمٍ ۟
अतः (ऐ रसूल!) आप उसे मज़बूती से थामे रहें, जिसकी आपके पालनहार ने आपकी ओर वह़्य की है और उसपर अमल करते रहें। निःसंदेह आप सत्य मार्ग पर हैं, जिसमें कोई संशय नहीं है।
تەفسیرە عەرەبیەکان:
وَاِنَّهٗ لَذِكْرٌ لَّكَ وَلِقَوْمِكَ ۚ— وَسَوْفَ تُسْـَٔلُوْنَ ۟
निःसंदेह यह क़ुरआन आपके लिए तथा आपकी जाति के लिए एक सम्मान है। और क़ियामत के दिन तुमसे इसपर ईमान लाने, इसके मार्गदर्शन का पालन करने और इसकी ओर लोगों को आमंत्रित करने के बारे में पूछा जाएगा।
تەفسیرە عەرەبیەکان:
وَسْـَٔلْ مَنْ اَرْسَلْنَا مِنْ قَبْلِكَ مِنْ رُّسُلِنَاۤ اَجَعَلْنَا مِنْ دُوْنِ الرَّحْمٰنِ اٰلِهَةً یُّعْبَدُوْنَ ۟۠
(ऐ रसूल!) आप उन रसूलों से पूछ लें, जिन्हें हमने आपसे पहले भेजा था : क्या हमने रहमान (परम दयालु अल्लाह) के सिवा भी कुछ पूज्य बनाए हैं, जिनकी पूजा की जाए?!
تەفسیرە عەرەبیەکان:
وَلَقَدْ اَرْسَلْنَا مُوْسٰی بِاٰیٰتِنَاۤ اِلٰی فِرْعَوْنَ وَمَلَاۡىِٕهٖ فَقَالَ اِنِّیْ رَسُوْلُ رَبِّ الْعٰلَمِیْنَ ۟
और हमने मूसा को अपनी निशानियाँ देकर फ़िरऔन और उसकी जाति के प्रमुख लोगों के पास भेजा, तो उसने उनसे कहा : मैं सभी प्राणियों के पालनहार का रसूल हूँ।
تەفسیرە عەرەبیەکان:
فَلَمَّا جَآءَهُمْ بِاٰیٰتِنَاۤ اِذَا هُمْ مِّنْهَا یَضْحَكُوْنَ ۟
तो जब वह उनके पास हमारी निशानियाँ लेकर आए, तो वे मज़ाक़ और उपहास के तौर पर उनपर हँसने लगे।
تەفسیرە عەرەبیەکان:
سوودەکانی ئایەتەکان لەم پەڕەیەدا:
• خطر الإعراض عن القرآن.
• क़ुरआन से मुँह मोड़ना घातक है।

• القرآن شرف لرسول الله صلى الله عليه وسلم ولأمته.
• क़ुरआन रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम और आपकी उम्मत के लिए एक सम्मान है।

• اتفاق الرسالات كلها على نبذ الشرك.
• सभी नबियों के संदेश शिर्क को अस्वीकार करने पर सहमत हैं।

• السخرية من الحق صفة من صفات الكفر.
• सत्य का मज़ाक़ उड़ाना, काफ़िरों की विशेषताओं में से एक है।

 
وه‌رگێڕانی ماناكان سوره‌تی: الزخرف
پێڕستی سوره‌ته‌كان ژمارەی پەڕە
 
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