وه‌رگێڕانی ماناكانی قورئانی پیرۆز - الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم * - پێڕستی وه‌رگێڕاوه‌كان


وه‌رگێڕانی ماناكان ئایه‌تی: (67) سوره‌تی: سورەتی الأنفال
مَا كَانَ لِنَبِیٍّ اَنْ یَّكُوْنَ لَهٗۤ اَسْرٰی حَتّٰی یُثْخِنَ فِی الْاَرْضِ ؕ— تُرِیْدُوْنَ عَرَضَ الدُّنْیَا ۖۗ— وَاللّٰهُ یُرِیْدُ الْاٰخِرَةَ ؕ— وَاللّٰهُ عَزِیْزٌ حَكِیْمٌ ۟
किसी नबी के लिए उचित नहीं है कि उसके पास उन काफ़िरों में से बंदी हों, जो उससे लड़ रहे हैं, यहाँ तक कि उनका अच्छी तरह खून बहा ले; ताकि उनके दिलों में भय दाखिल हो जाए, फिर वे दोबारा युद्ध करने की हिम्मत न करें। (ऐ ईमान वालो!) तुम बद्र में दुश्मनों को बंदी बनाकर फिरौती लेना चाहते हो और अल्लाह आख़िरत चाहता है, जिसे धर्म की जीत और उसके प्रभुत्व से प्राप्त किया जा सकता है। अल्लाह अपने अस्तित्व, अपने गुणों और शक्ति में प्रभुत्वशाली है, उसपर किसी का ज़ोर नहीं चलता। वह अपनी नियति और शरीयत में हिकमत वाला है।
تەفسیرە عەرەبیەکان:
سوودەکانی ئایەتەکان لەم پەڕەیەدا:
• في الآيات وَعْدٌ من الله لعباده المؤمنين بالكفاية والنصرة على الأعداء.
• इन आयतों में अल्लाह की ओर से अपने मोमिन बंदों के लिए पर्याप्तता और दुश्मनों पर विजय प्रदान करने का वादा किया गया है।

• الثبات أمام العدو فرض على المسلمين لا اختيار لهم فيه، ما لم يحدث ما يُرَخِّص لهم بخلافه.
• दुश्मन के सामने डटे रहना मुसलमानों पर फ़र्ज़ है और उनके पास इसमें कोई विकल्प नहीं है, जब तक कि कोई ऐसी परिस्थिति उत्पन्न न हो जाए, जो उन्हें अन्यथा करने की अनुमति प्रदान कर दे।

• الله يحب لعباده معالي الأمور، ويكره منهم سَفْسَافَها، ولذلك حثهم على طلب ثواب الآخرة الباقي والدائم.
• अल्लाह अपने बंदों के लिए उदात्त मामलों को पसंद करता है और उनकी तुच्छताओं को नापसंद करता है। यही कारण है कि उनसे आख़िरत के स्थायी और हमेशा बाकी रहने वाले प्रतिफल की तलाश करने का आग्रह किया।

• مفاداة الأسرى أو المنّ عليهم بإطلاق سراحهم لا يكون إلا بعد توافر الغلبة والسلطان على الأعداء، وإظهار هيبة الدولة في وجه الآخرين.
• छुड़ौती के बदले बंदियों को रिहा करना या उनपर उपकार करते हुए (बिना छुड़ौती के) रिहा कर देना, दुश्मनों पर जीत और सत्ता हासिल करने और दूसरों के सामने राज्य की प्रतिष्ठा (गौरव) का प्रदर्शन करने के बाद ही होगा।

 
وه‌رگێڕانی ماناكان ئایه‌تی: (67) سوره‌تی: سورەتی الأنفال
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الترجمة الهندية للمختصر في تفسير القرآن الكريم، صادر عن مركز تفسير للدراسات القرآنية.

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